उत्तराखंड: चमोली करंट हादसा मामले में बड़ी कार्रवाई , निलंबित इंजीनियर समेत तीन गिरफ्तार
Chamoli News: चमोली करंट हादसे में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है
चमोली में नमामि गंगे के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट पर हुई भीषण दुर्घटना में विद्युत उपकरणों के संचालन में घोर लापरवाही करने वाले तीन आरोपियों को चमोली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की ओर से ज्वाइंट वेंचर कंपनी के सुपरवाइजर पवन चमोला, विद्युत विभाग की लाइनमैन महेंद्र सिंह और उत्तराखंड जल संस्थान गोपेश्वर के सहायक अभियंता हरदेव लाल आर्य को गिरफ्तार किया गया है।
इस दौरान विद्युत सुरक्षा विभाग, जल संस्थान के अधिकारियों से वार्ता के बाद एवं निरीक्षण घटनास्थल से इस बात की पुष्टि हुई कि एसटीपी प्लांट को चलाने वाली ज्वाइंट वेंचर कंपनी 1-ज0बी0एम व 2-कॉन्फिडेंस इंजीनियर्स इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा नियुक्त सुपरवाईजर पवन चमोला तथा प्लांट के संचालन को देख रहे जल संस्थान के प्रभारी सहायक अभियन्ता हरदेव लाल आर्य तथा ज्वाइंट वेंचर कंपनी के स्वामियों एवं अधिकारियों ने खतरनाक विद्युत उपकरणों के संचालन में घोर लापरवाही बरती और सुरक्षा मानकों के विपरीत चेंज ओवर को बॉक्स के ऊपर रखा और इस प्रकार पूरे सीवर ट्रीटमेंट प्लांट को टीन शेड एवं विद्युत सुचालक लौह धातु से बनी संरचना में इस प्रकार चलाया जा रहा था जिससे दिनांक 19.07.2023 को करंट लीक होने से जघन्य अपराध मानव वध की घटना घटित हुई।
16 लोगों की हुई थी मौत
बता दें कि विगत 19 जुलाई को चमोली बाजार के पास अलकनंदा नदी के किनारे नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर अचानक करंट फैल गया था। इस दर्दनाक हादसे में 16 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि कई लोग बुरी तरह झुलसकर घायल हो गए।
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