चंपावत: मानसून काल में सुरक्षित मातृत्व हेतु स्वास्थ्य विभाग की विशेष कार्ययोजना लागू

संवेदनशील क्षेत्रों की गर्भवती महिलाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग हुआ सतर्क, आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग से तैयार की गई समन्वित रणनीति
Champawat News- जिलाधिकारी मनीष कुमार के निर्देशों के क्रम में मानसून काल के दौरान गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा और संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक विशेष कार्ययोजना तैयार की गई है। यह कार्ययोजना विशेष रूप से उन दुर्गम एवं संवेदनशील क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है जहाँ बारिश के दौरान आवागमन बाधित हो सकता है।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश चौहान ने बताया कि योजना के तहत आशा कार्यकर्ताओं को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, ताकि वे अपने क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं की नियमित स्वास्थ्य जांच, उच्च जोखिम वाले मामलों की समय रहते पहचान, तथा उन्हें निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्रों तक सुरक्षित रूप से पहुँचाने का कार्य प्रभावी रूप से कर सकें।
मानसून के दौरान सड़क मार्गों की स्थिति एवं संचार व्यवस्था प्रभावित हो सकती है, ऐसे में योजना का फोकस प्रसव पूर्व देखभाल (ANC), प्रसव पश्चात देखभाल (PNC) तथा आपात स्थिति में त्वरित चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने पर है। इसके अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को पहले से सतर्क कर आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
कार्ययोजना में सामुदायिक स्तर पर जागरूकता अभियान भी शामिल है, जिसके माध्यम से महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लाभ समझाए जा रहे हैं तथा गर्भावस्था के दौरान सावधानी बरतने संबंधी जानकारी दी जा रही है। आशा कार्यकर्ता स्थानीय महिलाओं को आपात संपर्क नंबर, नजदीकी अस्पतालों की जानकारी, तथा स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जागरूक कर रही हैं।
जिलाधिकारी मनीष कुमार ने कहा कि, “हर एक गर्भवती महिला तक सुरक्षित मातृत्व सुविधा पहुँचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। विशेष रूप से मानसून जैसे चुनौतीपूर्ण समय में प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग का तालमेल ही सुरक्षित प्रसव की गारंटी है।”

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