Uttarakhand : शैलेश मटियानी पुरस्कार से 19 शिक्षक सम्मानित , सीएम धामी ने की यह घोषणा
देहरादून। शिक्षक दिवस के अवसर पर राजभवन में आयोजित शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार सम्मान समारोह के दौरान प्रदेश के 19 शिक्षकों को वर्ष 2023 के लिए सम्मानित किया गया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि), मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने शिक्षकों को पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शैलेश मटियानी पुरस्कार के तहत मिलने वाली धनराशि को दस हजार से बढ़ाकर ₹20 हजार किए जाने की भी घोषणा की।
समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह कहा कि विषम परिस्थितियों और दुर्गम क्षेत्रों में विद्यालयी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने वाले शिक्षक वास्तव में सम्मान के अधिकारी हैं। कहा कि समाज व राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। कहा कि 2047 तक भारत को विश्व गुरु और विकसित भारत बनाने की दिशा में शिक्षकों की अहम भूमिका होगी। बच्चों के सर्वांगीण विकास का दायित्व आप सभी शिक्षकों के कंधों पर ही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह दिन शिक्षकों के प्रति आदर सम्मान प्रकट करने का दिन है। आज के दिन सम्मानित हो रहे शिक्षकों ने समाज में ज्ञान का संचार एवं अपने अनुभव और मार्गदर्शन से विद्यार्थियों के जीवन को आकार देने का कार्य किया है। कहा कि प्राचीन इतिहास में गुरु शिष्य परंपरा का उल्लेख मिलता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक अन्य लोगों को भी प्रेरणा देंगे, आप सभी समाज के लिए रोल मॉडल हैं। गुरु का कार्य शिक्षा देने के साथ ही अपने शिष्य के व्यक्तित्व का निर्माण, अनुशासन एवं समाज के प्रति भावनाओं को जागृत करना भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विकास और नौनिहालों के भविष्य को बनाने में राज्य सरकार शिक्षकों की हर संभव मदद करेगी। राज्य सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में कई एतिहासिक फैसले लिए हैं। राज्य में शिक्षकों के लिए अनुकूल वातावरण बनाया जा रहा है। शिक्षकों के प्रशिक्षण व कौशल विकास के लिए विशेष योजनाएं शुरू की गई हैं। शिक्षकों को नवाचार से जोड़ने पर निरंतर कार्य जारी है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शैलेश मटियानी पुरस्कार के तहत मिलने वाली धनराशि को दस हजार से बढ़ाकर ₹20 हजार किए जाने की भी घोषणा की। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने शिक्षा विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों एवं नवाचारों की जानकारी भी दी।
कार्यक्रम में सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रामन, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी, सचिव संस्कृत शिक्षा दीपक कुमार, अपर सचिव शिक्षा रंजना राजगुरु, शिक्षा विभाग के आला अधिकारी और सम्मानित शिक्षक-शिक्षिकाएं व उनके परिजन मौजूद रहे।
इन शिक्षकों को किया सम्मानित
जिन शिक्षकों को शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया उसमें पौड़ी के राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय कोटद्वार के नफीस अहमद, चमोली से कुसुम लता गढ़िया, उत्तरकाशी से कुसुम चौहान, देहरादून से सुमन चमोली, टिहरी गढ़वाल से कंचन बाला, रुद्रप्रयाग से अरुणा नौटियाल, चंपावत से खड़क सिंह बोरा, बागेश्वर से नरेंद्र गिरी, नैनीताल से भावना पलडिया, पिथौरागढ़ से चंद्रशेखर जोशी और अल्मोड़ा से राम सिंह, माध्यमिक शिक्षा में पौड़ी से दौलत सिंह गोसाई, हरिद्वार से राजेंद्र कुमार, नैनीताल से प्रदीप कुमार उपाध्याय, चंपावत से श्याम दत्त चौबे और उधम सिंह नगर से मधुसूदन मिश्र, अल्मोड़ा से निर्पेश कुमार जोशी, नैनीताल से डॉ देवेन्द्र प्रसाद हरबोला शामिल हैं। इनके अलावा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चड़ीगांव के डॉक्टर नारायण प्रसाद उनियाल को यह सम्मान दिया गया।
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