उत्तराखंड: (खुलासा) मौसेरी सास पर डाली बुरी नजर तो हुआ यह खौफनाक अंजाम

- पुलिस ने किया युवक हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा हत्यारोपी पति पत्नी गिरफ्तार
रामनगर। उत्तराखंड के नैनीताल जनपद अंतर्गत रामनगर में हुए नरेश हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। नरेश की हत्या मौसेरी सास व उसके पति ने की थी। जांच में पता चला कि मौसेरी सास पर बुरी नीयत रखने की वजह से हत्या की घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस ने हत्यारोपी पति पत्नी को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है।
घटना का खुलासा करते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी बलजीत सिंह भाकुनी ने बताया कि 14 जुलाई को ग्राम मालधन चौड क्षेत्र के पटरानी के जंगल में एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद किया गया था तथा शव के पास एक बाइक भी बरामद की गई थी बाइक के नंबर से मृतक की शिनाख्त नरेश पुत्र विजेंद्र सिंह निवासी कटारमल थाना अफजलगढ़ जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश के रूप में हुई थी पुलिस द्वारा घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को देने के साथ ही शव का पोस्टमार्टम कराने की कार्रवाई की गई थी मामले में मृतक के चचेरे भाई राजकुमार द्वारा
ससुरालियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए नरेश की पत्नी रेखा, ससुर बहादुर सिंह, सास जस्सो देवी, साला पप्पू, अर्जुन और शेर बहादुर निवासी ढेला को नामजद किया था। पुलिस ने तहकीकात की, लेकिन किसी भी नामजद आरोपी की संलिप्तता पुष्ट नहीं हुई। जांच में नामजद सभी अभियुक्तों का नाम विवेचना से पृथक करते हुए घटना की जानकारी जुटाई गई।
जांच पड़ताल में मृतक की मौसेरी सास बसंती देवी व उसके पति गोपाल सिंह निवासी कुंभ गडार पटरानी की संलिप्ता पाई गई सीओ ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि घटना वाले दिन नरेश कच्ची शराब के तीन पाउच लेकर गोपाल सिंह के घर कुम्भगडार आया था, तब गोपाल सिंह घर के पीछे खेत में काम कर रहा था नरेश के आने के थोड़ी देर बात गोपाल सिंह भी घर पर आया और बसन्ती देवी, गोपाल सिंह व नरेश कुमार तीनों ने चुल्हे के पास बैठकर एक साथ शराब पी। शराब पीने के बाद गोपाल सिंह वापस खेत में काम करने चला गया। बसन्ती देवी को अकेला देखकर नरेश ने बदनियती से उसके साथ बदतमीजी की तब बसन्ती देवी ने उसे धक्का दिया तो वह जमीन पर गिर गया,
बसन्ती देवी के चिल्लाने की आवाज सुनकर गोपाल सिंह भी वापिस आ गया। फिर गोपाल सिंह व बसन्ती देवी दोनों ने दुपट्टे से नरेश का गला घोंट दिया फिर भी उसकी थोड़ी सांस चल रही थी तो गोपाल सिंह ने गुस्से में हाथ से उसका गला दबा दिया तथा दुपट्टा अपनी झोपड़ी में चारपाई के नीचे बक्से में रख दिया था । नरेश के मरने के बाद गोपाल सिंह वन विभाग चौकी कुम्भगडार के पास खड़ी नरेश की मोटर साइकिल लेकर आया तथा घर के बाहर मोटर साइकिल खड़ी कर दी। फिर दोनों नरेश को अपने आंगन से खींचते हुए मोटर साइकिल तक लाये तथा उसे मोटर साइकिल पर बैठाया। उसके बाद गोपाल सिंह मोटर साइकिल पर आगे बैठा तथा बसन्ती देवी नरेश को पकड़ कर पीछे बैठ गयी फिर गोपाल सिंह नरेश को लेकर मोटर साइकिल चलाकर वन विभाग की चौकी कुम्भगडार होते हुए जंगल के रास्ते से कारगिल की तरफ ले गये तथा नाले के पार उसे कारगिल जाने वाले कच्चे रास्ते पर मोटर साइकिल से उतार कर उबड़-खाबड़ जगह पर रख दिया तथा नरेश की मोटर साइकिल भी उसके पास ही खड़ी कर दी ताकि लोगों को लगे कि ये शराब पीकर लेटा है। नरेश का मोबाइल भी उन्होने वहीं झाड़ियो में फेंक दिया था। उसके बाद दोनों अपने घर कुम्भगडार वापिस आ गये।
अभियुक्तगणों को अभियोग में गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही घटना में प्रयुक्त दुपट्टा भी उनके घर से बरामद कर लिया है।

अभियुक्तगणों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा रहा है ।
उक्त घटना का सफल अनावरण करने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल द्वारा घटना का अनावरण करने वाली टीम को 5000 रुपये के नकद पुरुस्कार की घोषणा की गई है । टीम में कोतवाली प्रभारी अरूण कुमार सैनी , उपनिरीक्षक अनीश अहमद, कश्मीर सिंह ,हेड कांस्टेबल प्रोन्नत नन्दन सिंह नेगी,सुभाष चौधरी, जयवीर सिंह, अशोक कम्बोज गगन भण्डारी, हेमन्त सिंह , राजेश कुमार, निर्मला चौधरी, अनिल गिरी शामिल थे।

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