उत्तराखंड- बरसात का कहर , उत्तरकाशी और पौड़ी में बादल फटने से तबाही , राहत कार्य जारी Video
Uttarakashi News: प्रदेश में बरसात कहर बरपा रही है। शुक्रवार रात उत्तरकाशी में कई स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। बादल फटने से लोगों में हड़कंप मच गया। बादल फटने के कारण हर तरफ तबाही का मंजर है। शुक्रवार की रात को उत्तरकाशी जिले में कई स्थानों पर अतिवृष्टि और बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। बादल फटने के कारण पुरोला, बडकोट और धौंतरी क्षेत्र में सड़क, रास्ते, पैदल पुलिया को नुकसान हुआ है।
देर रात हुई अतिवृष्टि एवं बादल फटने की घटना के कारण पुरोला, बड़कोट एवं डुंण्डा तहसील के अनेक स्थानों पर हुए भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन के द्वारा प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के साथ ही भूस्खलन से अवरूद्ध सड़कों को खोले जाने और बिजली, पानी की आपूर्ति सुचारू करने सहित अतिवृष्टि से प्रभावित अन्य नागरिक सुविधाओं की बहाली के लिए तत्काल प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। प्राथमिकता के आधार पर बंद सड़कों को खोलने के लिए विभिन्न विभागों की जे.सी.बी और अन्य मशीनरी को भोर से ही प्रभावित क्षेत्रों में काम पर जुटा दिया गया है। इन घटनाओं में जिले में कोई जनहानि नहीं हुई है और परिसंपत्तियों को हुए नुकसान का ब्यौरा जुटाया जा रहा है।
देर रात करीब ढाई बजे हुई इन घटनाओं की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने उप जिलाधिकारी पुरोला और उप जिलाधिकारी बड़कोट को तत्काल समबन्धित विभागों के
कर्मियों के साथ मौके पर जाकर प्रभावितों की मदद करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने तत्काल कारवाई करते हुए सभी सेवाओं को सुचारू करने की शुरुआत करने सहित इन घटनाओं मे हुई क्षति का आंकलन कर आख्या प्रस्तुत करने और अनुमन्य राहत राशि का वितरण अविलंब करने की हिदायत भी दी है।
प्राप्त प्रारंभिक जानकारी के अनुसार देर रात हुई अतिवृष्टि के कारण बड़कोट तहसील के अंतर्गत गंगनानी में भूस्खलन का मलबा आने के कारण एक टूरिस्ट रिजॉर्ट के कुछ कॉटेज क्षतिग्रस्त हुए हैं और कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय के परिसर में भी मलवा घुसा है। विद्यालय की सभी छात्राएं सुरक्षित हैं। पुरोला के छाड़ा खंड में भी बादल फटने के कारण भूस्खलन हुआ है भूमि कटाव और कुछ घरों और दुकानों में मलवा घुस गया। घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल देर रात प्रशासनिक टीम और एसडीआरएफ के कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। इन घटनाओं में कोई जनहानि नहीं हुई है। उप जिलाधिकारी पुरोला देवानन्द शर्मा और उपजिलाधिकारी बड़कोट जितेंद्र कुमार पुलिस तथा प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमों के साथ मौके पर मौजूद हैं। उधर डुण्डा तहसील के धौंतरी गांव के ऊपर भू-धंसाव होने से कुछ घरों में मला घुसा है। जहां पर प्रशासन की टीम तड़के ही पहुंच चुकी है।
छाड़ा खड्ड में बादल फटने से नगर पंचायत पुरोला के वार्ड नं 3 व 4 में कुछ भवनों, वाहनों, सडक़ आदि को क्षति पहुंची है, विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
विकासखंड में अतिवृष्टि के कारण सुरक्षा के मद्देनजर जिलाधिकारी के निर्देशानुसार आज विकासखंड पुरोला के विद्यालयों में अवकाश घोषित किया गया है।
गंगनानी में सडक पर मलवा आने से सड़क बन्द हो गई है. मलवा लगभग 30 मीटर की लम्बाई में फैला हुआ है। कैम्प निर्वाणा नामक एक रिजोर्ट को नुकसान हुआ है और यहां पर कुछ घर एवं वाहन मलवे की चपेट में आए हैं। अतिवृृष्टि के कारण कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय गंगनानी में देर रात ही फायर सर्विस बड़कोट का दल पहुँच गया था। इस विद्यालय में सभी बच्चे सुरक्षित हैं।
डुण्डा तहसील के अन्तर्गत धौन्तरी गांव के ऊपर भू धंसाव होने से मनीराम बहुगुणा,बुद्धि प्रकाश बहुगुणा कीर्ति प्रसाद बहुगुणा के भवन के अंदर मलवा घुस गया। यहां पर किसी प्रकार की जन-धन की हानि नही हुई। प्रशासन की टीम मौके पर तड़के की घटनास्थल पर पहुंच गई थी। उपजिलाधिकारी मीनाक्षी पटवाल ने घटनास्थल पर पहुंचकर प्रभावितों से भेंट की और मलवा आने से अवरूद्ध हुए उत्तरकाशी-लंबगांव मोटर मार्ग को खोले जाने के लिए लो.नि.वि. द्वारा किए जा रहे काम का भी जायजा लिया।
जिलाधिकारी द्वारा जनपद आपातकालीन परिचालन केंद्र उत्तरकाशी में मौजूद रहते हुए आपदा प्रबंधन कार्यों की निगरानी व निर्देशन किया जा रहा है। जनपद में अतिवृष्टि एवं भूस्खलन से हुई क्षति एवं राहत कार्यों के संबंध मौके पर मौजूद अधिकारियों से जानकारी ली गई तथा संबंधित विभागों/अधिकारियों को घटना स्थल पर तैनात रहते हुए तत्काल राहत कार्य किए जाने एवं वाधित आवश्यक सेवाओं को तत्काल सुचारू किए जाने के निर्देश दिए गए।
पौड़ी जिले के रौली में बीती रात बादल फटने से भारी नुकसान
पौड़ी जिले में थलीसैंण ब्लाक के अंतर्गत ग्राम रौली में बीती रात बादल फटने से भारी नुकसान हुआ। गांव के दोनों किनारों पर मौजूद बरसाती गदेरे ऊफान पर आने से गांव की करीब दो हेक्टेयर कृषि भूमि के साथ एक गोशाला भी बह गई।
गोशाला में दो बैल और 11 बकरियां थी। इसके साथ ही थलीसैंण-पीठसैंण मोटर मार्ग पर स्थित एक पुल की दीवार भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। प्रशासन ने पुल पर आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी है
रौली गांव में बादल फटने से गांव के तमाम रास्ते और गांव में घरों को एक-दूसरे से जोड़ने वाली आठ पुलिया बह गईं। साथ ही चंदन सिंह की गोशाला के साथ दो बैल और 11 बकरियां भी बरसाती गदेरे की भेंट चढ़ गईं। दर्शन सिंह की गोशाला को भी नुकसान पहुंचा है। साथ ही प्रमोद नेगी के आवासीय भवन के आंगन का पुश्ता भी क्षतिग्रस्त हो गया। बरसाती गदेरों में ठाकुर सिंह और दर्शन सिंह के घराट थे, जो गदेरे के तेज बहाव में बह गए।
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