Uttarakhand News: उत्तराखंड में कैबिनेट विस्तार की अटकलें तेज , पढ़िए लेटेस्ट अपडेट

सीएम पुष्कर सिंह धामी पहुंचे दिल्ली
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नई दिल्ली पहुंच गए हैं। हर्षिल में पीएम के कार्यक्रम के बाद वह देहरादून लौटे और दोपहर बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गए। दिल्ली में वह मशहूर कवि कुमार विश्वास की बेटी के विवाह समारोह में शामिल हुए। दो दिन सीएम दिल्ली में रहेंगे।
इस दौरान वह केंद्रीय नेताओं से मुलाकात भी करेंगे। उनके इस दौरे को कैबिनेट में संभावित विस्तार की संभावना से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री पहुंचे दिल्ली, मंत्रिमंडल में विस्तार और फेरबदल की चर्चा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उत्तरकाशी से दिल्ली लौटते ही मुख्यमंत्री भी पहुंचे दिल्ली
राजनीतिक गलियारों में चर्चा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गुरुवार दोपहर उत्तरकाशी दौरे से लौटते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी कुछ देर बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गए। मुख्यमंत्री के इस दिल्ली दौरे को मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल की कसरत से जोड़कर देखा जा रहा है।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि मंत्रिमंडल में रिक्त चार स्थानों को भरने के अलावा कुछ मंत्रियों को बदला भी जा सकता है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट हाल में कह चुके हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार जल्द संभावित है। उत्तराखंड में राजनीतिक घटनाक्रम पिछले महीने संपन्न विधानसभा के बजट सत्र के बाद तेजी से घूमा है।
यद्यपि, मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं काफी समय से चलती रही हैं। इसका कारण भी है। उत्तराखंड में मुख्यमंत्री समेत मंत्रिमंडल का आकार अधिकतम 12 सदस्यीय हो सकता है।
वर्ष 2022 में जब पुष्कर सिंह धामी ने लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद संभाला, उस समय तीन मंत्री पद रिक्त रखे गए। बाद में कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन से एक स्थान और खाली हो गया।
यानी, वर्तमान में मुख्यमंत्री के अलावा कुल सात मंत्री हैं। कई बार चर्चाओं के बावजूद अलग-अलग कारणों से मंत्रिमंडल विस्तार टलता आ रहा है। इस बीच हालिया बजट सत्र में कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल का नाम एक विवाद से जुड़ा तो राजनीतिक माहौल गर्मा गया
इसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही कुछ मंत्रियों के बदले जाने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया। कहा जा रहा है कि दो से लेकर चार मंत्री तक बदले जा सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो इस स्थिति में छह से लेकर आठ नए चेहरों को मंत्रिमंडल में अवसर मिल सकता है।
भाजपा से जुड़े सूत्र यह भी दावा कर रहे हैं कि सभी रिक्त पद भरने के बजाय मुख्यमंत्री कम से कम दो स्थान अब भी खाली छोड़ सकते हैं। इसके अलावा यह तय माना जा रहा है कि कई मंत्रियों के विभाग बदले जा सकते हैं।
अगर यह राजनीतिक घटनाक्रम आकार लेता है तो उन जिलों में से कुछ को भी मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व मिल सकता है, जो फिलहाल इस दृष्टिकोण से वंचित हैं।
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