Uttarakhand: खानपुर फायरिंग मामले में बड़ा एक्शन, आरोपी सलाखों के पीछे, शस्त्र लाइसेंस निरस्त


Haridwar News: उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद अंतर्गत खानपुर से विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन विवाद मामले में फायरिंग की घटना के बाद पुलिस प्रशासन एक्शन मोड में है। पुलिस ने जहां दोनों पक्षों पर मुकदमा दर्ज कर विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन सहित उनके समर्थकों को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया। न्यायालय से विधायक उमेश कुमार को जहां जमानत मिली वहीं पूर्व विधायक प्रणव चैंपियन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। वहीं प्रशासन ने शिकंजा कसते हुए चैंपियन और उनके परिजनों के शस्त्र लाइसेंस भी निलंबित कर दिए हैं।
खानपुर से विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के बीच विवाद के बाद गिरफ्तार किए गए चैंपियन को आज सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया। सुनवाई के बाद चैंपियन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया। पुलिस ने मेडिकल के बाद कुंवर प्रणव सिंह को कोर्ट में पेश किया ,कोर्ट ने कुंवर प्रणव सिंह को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। चैंपियन के चार साथियों को भी कोर्ट ने जेल भेजा है सभी पांचों आरोपियों को हरिद्वार के जिला कारागार रोशानाबाद भेजा गया है।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए कोर्ट परिसर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
वहीं खानपुर विधायक उमेश शर्मा को भी पुलिस ने हरिद्वार के रोशनाबाद कोर्ट में पेश किया। सुनवाई के बाद उमेश कुमार को सीजेएम कोर्ट से जमानत मिल गई। करीब 15 मिनट तक चली सुनवाई के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने जमानत दे दी। 40-40 हजार के दो मुचलके भरे गए।
बता दें कि कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को खानपुर विधायक उमेश कुमार के आवास पर फायरिंग और मारपीट के मामले में गिरफ्तार किया गया था। हत्या के प्रयास सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है। इस मामले से पूरे क्षेत्र में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
गौरतलब है रविवार को पूर्व विधायक चैंपियन की ओर से विधायक उमेश के कैंप कार्यालय पर गोली चलाने के बाद माहौल गर्मा गया था। इसके बाद विधायक उमेश कुमार चैंपियन के कार्यालय पर हाथ में पिस्टल ले जाते हुए दिखाए दिए थे। पुलिस ने किसी तरह उन्हें रोका था। इस मामले में दोनों के समर्थकों में टकराव की स्थिति बन गई थी। जिसके बाद दोनों के कैंप कार्यालय पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। इस बीच पुलिस चैंपियन को गिरफ्तार करते हुए देहरादून के नेहरू कालोनी थाने में ले गई।
उसके बाद देर रात पुलिस चैंपियन और उनके समर्थकों को लेकर रुड़की पहुंची थी। इस मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया था। साथ ही विधायक उमेश कुमार और उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया था। देर रात तक पुलिस अधिकारी रुड़की में ही डेरा डाले रहे थे।
चैंपियन सहित उसके पुत्र और पत्नी के कुल 9 शस्त्र लाइसेंस निरस्त
हरिद्वार। एसएसपी की संस्तुति पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए आज कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन सहित उनकी पत्नी और पुत्र के नाम जारी शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर दिए।
जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने पुलिस विभाग की आख्या के आधार पर तत्काल कार्यवाही करते हुए तीन व्यक्तियों के शस्त्र लाईसेन्स निलम्बित कर दिये हैं।
जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने शस्त्र लाईसेन्स अनुज्ञाओं की शर्तों का उल्लंघन किये जाने तथा कानून एवं शान्ति व्यवस्था बनाये रखने हेतु तीन व्यक्ति के शस्त्र लाईसेंन्स निरस्त किये हैं। जिलाधिकारी ने दिव्य प्रताप सिंह पुत्र कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन निवासी रंगमहल कस्बा लंढौरा थाना कोतवाली मंगलौर, तहसील रुड़की जिला हरिद्वार के शस्त्र लाईसेंस सं० 2108/13 रिवाल्वर नं0 3107638-32, शस्त्र लाईसेंस सं० 2109/13 रिवाल्वर नं0 75931-32 बोर व शस्त्र लाईसैंस नं0 2104/13 बन्दूक नं0 148042 तथा श्रीमती सुभद्रा देवी (कुंवर देवरानी) पत्नी कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन निवासी रंगमहल कस्बा लंढौरा, थाना कोतवाली मंगलौर, तहसील रुड़की जिला हरिद्वार के शस्त्र लाईसेंस सं० 1237/99 बंदूक डीबीबीएल, शस्त्र लाईसेंस सं० 1492/03 पिस्टल नं0 0041 व शस्त्र लाईसेंस सं० 1669/07 पिस्टल नं० 623745ए, कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन पुत्र श्री नरेन्द्र सिंह निवासी रंगमहल कस्बा लंढौरा थाना कोतवाली मंगलौर, तहसील रूड़की जिला हरिद्वार के शस्त्र लाईसेंस नं0 1038/93 रायफल नं0 2576544 डीबीएल, शस्त्र लाईसेंस नं0 1039/1993 पिस्टल नं०-ए-1707 व शस्त्र लाईसेंस नं0 2256/14 रिवाल्वर-ए-1905-32 बोर को निलम्बित करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
जिलाधिकारी ने तीनों व्यक्तियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। कारण बताओ नोटिस के अनुसार तीनों व्यक्तियों को नोटिस प्राप्ति के 15 दिनों के भीतर लिखित रूप से स्वयं अथवा प्रतिनिधि/अधिवक्ता के माध्यम से प्रस्तुत करना होगा। नोटिस में यह भी सूचित किया गया है कि यदि सूचना के बावजूद नियत समयावधि के भीतर लिखित उत्तर प्राप्त नहीं होता है तो न्यायालय जिला मजिस्ट्रेट द्वारा प्रकरण में एक पक्षीय आदेश पारित कर दिया जायेगा।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
हमारे व्हाट्सएप समाचार ग्रुप से जुड़ें
फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ को लाइक करें
टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें
हमारे इस नंबर 9927164214 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें