उत्तराखंड: हनुमान जन्मोत्सव शोभायात्रा पर पथराव मामला ,उपद्रवियों पर पुलिस की कार्रवाई जारी

रुड़की। भगवानपुर थाना क्षेत्र के डाडा जलालपुर गांव में हनुमान
जन्मोत्सव पर निकाली गई शोभायात्रा पर पथराव के मामले में पुलिस ने 12 नामजद समेत 52 के खिलाफ बलवा समेत अन्य धाराओं में केस किया है। पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार कर छह को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। दंगाईयों के घरों के पास बुलडोजर ले जाकर पुलिस ने चेतावनी दी थी कि आरोपित स्वयं ही थाने में पहुंच जाएं अन्यथा उनके घरों को गिरा दिया जाएगा ।

शनिवार शाम डाडा जलालपुर गांव में शोभायात्रा के दौरान दो पक्षों में पथराव हो गया था। मामला आगजनी तक पहुंच गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भगवानपुर थाना क्षेत्र के डाडा जलालपुर गाँव से बजरंग दल के कार्यकर्ता ग्रामीणों के साथ हनुमान जन्मोत्सव पर शोभा यात्रा निकाल रहे थे। शोभा यात्रा जब डाडा पट्टी गाँव में एक मोहल्ले से होकर गुजर रही थी तभी समुदाय विशेष के लोगों ने शोभायात्रा पर पथराव कर दिया, जिससे वहाँ भगदड़ मच गई। इसमें शोभा यात्रा में साथ चल रहे मंडावर चौकी प्रभारी आशीष नेगी के अलावा 10 से अधिक लोग घायल हो गए।
वहीं, पुलिस के अनुसार हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में शनिवार को शोभा यात्रा निकाली जा रही थी। करीब आठ बजे जैसे ही शोभा यात्रा डाडा पट्टी से डाडा जलालपुर गाँव पहुँची तो एक घर की छत से पथराव शुरू हो गया। इसके बाद दूसरे और तीसरे घर से भी पत्थरबाजी शुरू हो गई। इस दौरान चारों ओर चीख पुकार और भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोग घायल हो गए।
उपद्रवियों ने एक दूध के वाहन में भी तोड़फोड़ की। इसके अलावा दो अन्य वाहनों को आग के हवाले कर दिया। सूचना मिलते ही भगवानपुर थानाध्यक्ष पीडी भट्ट पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुँचे और स्थिति को नियंत्रित किया। हालाँकि, गाँव में तनाव की स्थिति अभी भी बनी हुई है। इसे देखते हुए सीओ मंगलौर पंकज गैरोला सहित झबरेड़ा व बुग्गावाला थाना से भी पुलिस फोर्स मौके पर पहुँच गई है।
एसपी देहात प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि शोभायात्रा पर घरों की छतों से पथराव हुआ। इसमें कई लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल पक्ष के लोगों से कानून हाथ में नहीं लेने की अपील की गई है। मौके पर तनाव को देखते हुए पुलिस बल और पीएसी तैनात की गई है।
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक योगेंद्र सिंह रावत का कहना है, “फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। मामले की जाँच की जा रही है। जिले के कई थानों की पुलिस फोर्स और पीएसी गाँव में तैनात कर दी गई है।
- पीड़ितों ने बताई आपबीती ,उपद्रवियों ने लगाए थे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे
रुड़की: हरिद्वार जिले में भगवानपुर के डाडा जलालपुर गांव में हनुमान जन्मोत्सव पर निकाली जा रही शोभा यात्रा पर हमला करने से पहले उपद्रवियों ने पहले पाकिस्तान जिंदाबाद- हिंदुस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। इसके बाद पथराव शुरू कर दिया। उपद्रवियों ने कोल्डड्रिंक्स की कांच की बोतल भी शोभा यात्रा में शामिल व्यक्तियों पर फेंकी।
शोभा यात्रा पर हुए हमले में घायल ग्रामीणों ने यह बात बताई है। आठ ग्रामीणों को उपचार के लिए सिविल अस्पताल रुड़की लाया गया। घायल शुभम सैनी ने बताया कि यात्रा उत्साह के साथ निकाली जा रही थी। शोभा यात्रा विशेष समुदाय के मोहल्ले से निकल रही थी, जब यात्रा आधे से अधिक निकल चुकी थी तो अचानक ही पाकिस्तान जिंदाबाद-हिंदुस्तान मुर्दाबाद के नारे छतों से लगाए जाने लगे।
इससे पहले कि कोई कुछ समझ आता छतों से पत्थर और कांच की बोतलें बरसने लगीं। जिससे मौके पर भगदड़ मच गई। शोभा यात्रा के साथ चल रहे पुलिस कर्मियों पर भी हमला किया गया। डाडापट्टी निवासी घायल मनप्रीत सिंह ने बताया कि जिस तरह से हमला हुआ है, उससे लग रहा कि विशेष समुदाय के लोग पूरी तैयारी से थे।
घर की छतों पर पहले ही पत्थर और कांच की बोतल रखी गई थी। जैसे ही शोभा यात्रा मोहल्ले के बीच में पहुंची तो उन्होंने हमला कर दिया। घायल भंवर सिंह ने बताया कि हमला करने वाले केवल पुरुष ही नहीं थे, बल्कि महिलाएं भी पत्थर फेंक रही थीं। हमला करने वाले व्यक्तियों में गांव के अलावा बाहरी लोग भी थे।
बताया कि हमला करने के साथ ही वह लोग पाकिस्तान जिंदाबाद और धार्मिक नारे लगाते रहे।
- हनुमान जंयती शोभायात्रा हमले को लेकर संत समाज आक्रोशित , चारधाम यात्रा में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक की मांग
हरिद्वार। हनुमान जयंती पर निकाली जा रही शोभायात्रा पर किए गए हमले को लेकर संत समाज आक्रोशित है संत समाज इस घटना की घोर निंदा कर रहा है और सरकार से इसके लिए सभी दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहा है और इसी के साथ चार धाम की यात्रा में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाए जाने की मांग ली जोर पकड़ने लगी है।
श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी महाराज, अध्यक्ष, अखिल भारतीय अखाडा परिषद, हरिद्वार
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज का कहना है कि यह घटना केवल भगवानपुर की घटना नहीं है ऐसी घटना और जगह पर भी हुई है इससे पहले ऐसी घटना मध्यप्रदेश में घटी नवरात्रि की बात है वहां भी दंगा हुआ था ,कल जो भगवानपुर में घटना हुई है उसकी मैं घोर निंदा करता हूं और मैं सरकार से इनके ऊपर तुरंत कार्रवाई करने की अपील करता हूं ताकि इस तरह की घटना दोबारा न घटने पाए, मैं कहा कि जब तक हम सब हिंदू अपनी जात पात से ऊपर उठकर एक नहीं होंगे तब तक हमारे साथ ऐसी घटनाएं होती रहेंगी, उन्होंने कहा कि मैं सरकार से मांग करता हूं कि ऐसे लोगों के खिलाफ, इनकी कोई जाति नहीं होती इनका केवल एक कार्य है दंगा करना और जब दंगा होता है तो उसके बाद पूरा समाज बदनाम हो जाता है तो इन पर कारवाई बहुत आवश्यक है, चार धाम यात्रा में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाए जाने की उठ रही मांग पर वे कहते हैं कि जैसी घटनाएं यहां पर घटी है वैसी घटना हमारे उत्तराखंड के चार धामों में न हो इसलिए यह मांग की जा रही है और उत्तराखंड में ऐसे लोगों का प्रवेश वर्जित हो।
स्वामी आनन्द स्वरूप, अध्यक्ष, शंकराचार्य परिषद, हरिद्वार
शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप का कहना है कि जिस प्रकार से खरगोन दिल्ली से होते हुए इस्लामिक हमले की आग भगवानपुर उत्तराखंड तक पहुंची है, यह बात मैं 3 वर्षों से लगातार कह रहा हूं कि हमको पूजा-पाठ घर में घंटा घड़ियाल बजाने के लिए भी यह मना करेंगे अब यह होने लगा है, जिस प्रकार सुनियोजित तरीके से राम आंदोलन के समय में इस्लामी हमले हुए हमारी शोभायात्रा पर, कल हनुमान जयंती की शोभा यात्रा पर हमला हुआ है यह कायराना हरकत है , मैं तो बार-बार कहता हूं कि तुमको यदि युद्ध करना है तो युद्ध छेड़ो हम सब लोग तैयार हैं तुम से युद्ध करने के लिए लेकिन तुम छुपकर वार करते हो पत्थर मारते हो, जो तुम्हारी हमारी सुरक्षा के लिए लगातार लगे रहते हैं उनका सिर फाड़ देते हो यह सरकार के ऊपर और गृह मंत्रालय के ऊपर प्रश्न चिन्ह है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर पप्रश्नचिन्ह है कि आपकी नाक के नीचे इतना बड़ा हमला कैसे हो जाता है और उनका कुछ भी नहीं होता है, उन्होंने कहा कि खरगोन में घर गिराने से डरे नहीं है इनमें कोई संदेश नहीं गया है मैं चिंतित हूं कि चार धाम यात्रा शुरू होने वाली है और यह यात्रा सुचारू रूप से चले सभी यात्रियों को इसके लिए परिचय पत्र जारी किया जाए और गैर हिंदू कोई भी दिखे तो उसको जेल में डाला जाए ,उन्होंने सरकार से मांग की कि इस का नोटिफिकेशन जारी किया जाए कि हिमालय हमारा देवालय हैं चार धाम यात्रा हिंदुओं की यात्रा है इसमे ग़ैरहिन्दुयो का दुकान लगाना परिभ्रमण करना पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाए ,मैंने यह मांग पुष्कर सिंह धामी से की है मुझे उम्मीद है कि इसपर सरकार तत्काल रोक लगाएगी और नहीं लगाएगी तो काली सेना के लोग बड़ी संख्या में चार धाम के बॉर्डर पर बैठकर खुद परिचय पत्र चेक करने का कार्य करेंगे ऐसे में जो गैर हिंदू मिलेंगे उसका परिणाम जो होगा वह लोग झेलेंगे।

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