Rudraprayag: सोनप्रयाग में खाद्य सुरक्षा विभाग की छापेमारी, लूज मसाले और बेसन के नमूने जांच के लिए भेजे गए

पीने के पानी की बोतलें धूप में ना रखने की हिदायत, पानी की गुणवत्ता पर पड़ता है असर
रुद्रप्रयाग। चारधाम यात्रा के प्रमुख पड़ावों में शामिल सोनप्रयाग में शुक्रवार को खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया। केदारनाथ धाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को गुणवत्तापूर्ण व सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह कार्रवाई की गई। अभियान में प्रभारी अभिहीत अधिकारी खाद्य संस्था एवं औषधि प्रशासन, मनोज सेमवाल एवं यात्रा फूड सेफ्टी ऑफिसर सुश्री रचना लाल के नेतृत्व में टीम ने सोनप्रयाग क्षेत्र के होटलों, ढाबों और खाद्य विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों की बारीकी से जांच की।
निरीक्षण के दौरान टीम ने स्वच्छता मानकों, खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और भंडारण की स्थिति का जायजा लिया। कई जगहों पर खाद्य सामग्री की स्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई। विशेष रूप से लूज़ मसालों और बेसन के सैंपल गुणवत्ता के मानकों पर संदेहास्पद पाए गए। इस पर विभाग ने दो खाद्य नमूने विधिक परीक्षण के लिए राज्य खाद्य प्रयोगशाला भेजे हैं।
मनोज सेमवाल ने सभी होटल और ढाबा संचालकों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता से कोई समझौता न करें और सफाई का विशेष ध्यान रखें। साथ ही यह भी हिदायत दी गई कि खुली और अनपैक्ड सामग्री के प्रयोग से बचा जाए। उन्होंने सभी दुकानदारों को बताया कि पैक्ड पीने के पानी की बोतलें धूप में ना रखें, क्योंकि इससे पानी की गुणवत्ता पर असर पड़ता है।
उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु इस मार्ग से गुजरते हैं, ऐसे में किसी भी तरह की लापरवाही यात्रियों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकती है। विभाग द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि यात्रियों को स्वच्छ, मानकयुक्त व सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध हो। उन्होंने यह भी बताया कि यात्रा अवधि में इस प्रकार की औचक जांचें लगातार जारी रहेंगी।


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