बागेश्वर:- मुनाफे का सौदा मदर पोल्ट्री युनिट , इस तरह उठा सकते हैं लाभ
बागेश्वर:-नेशनल लाइवस्टॉक मिशन के अन्तर्गत जनपद में मदर पोल्ट्री तथा इनोवेटिव पोल्ट्री इकाइयों की स्थापना हेतु लाभार्थियों के चयन के लिए जिलाधिकारी रंजना राजगुरू की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में जिला पशु धन मिशन समिति की बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ उदय शंकर ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना के सफल नियोजन एवं क्रियान्वयन हेतु वर्ष 2017-18 में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है।
उन्होंने अवगत कराया कि मदर पोल्ट्री यूनिट के तहत ग्राम दुदिला में बीना देवी द्वारा ईकाई की स्थापना की गयी है जिनके द्वारा इस योजना के तहत बेहतर ढंग से कार्य किया जा रहा है, जिनकी वार्षिक आय 02 लाख रूपये है। इसके साथ कार्य कर रहे प्रति लाभार्थी की आय 20 से 25 हजार है। उन्होंने कहा कि इसमें 29 लाभार्थियों द्वारा कार्य किया जा रहा है जिसमें 05 लाभार्थियों द्वारा 01 हजार, 06 लाभार्थियों से 500 से 800 तथा 08 लाभार्थियों द्वारा 200 से 300 तथा 10 लाभार्थियों द्वारा 100 से 200 तक की संख्या में मुर्गी पालन कर आय सजृन कर रहे है।
उन्होंने अवगत कराया कि मदर पोल्ट्री यूनिट के सफल क्रियान्वयन हेतु विकास खण्ड गरूड़ एवं कपकोट में 01-01 ईकाई स्थापित की जानी है, जिसके लिए दोनों विकास खण्ड से 02-02 प्रस्ताव प्राप्त हुए है। इसी प्रकार इनोवेटिव पोल्ट्री प्रोडक्टिविटी प्रोजेक्ट ईकाइयों के अन्तर्गत विकास खण्ड गरूड़ एवं कपकोट में 100-100 लाभार्थियों का चयन किया जाना है जिसमें दोनों विकास खण्डों से 125-125 लाभार्थियों के प्रस्ताव प्राप्त हुए है जिनमें 100-100 लाभार्थियों का ही चयन किया जाना है। जिसमें विकास खण्ड गरूड़ में 60 स्थानीय तथा 65 प्रवासी लाभार्थी है, इसी प्रकार विकास खण्ड कपकोट में 150 स्थानीय एवं 06 प्रवासी लाभार्थी है।

उन्होंने कहा कि मदर पोल्ट्री योजना के अन्तर्गत प्रथम बार 1500 चूजे उपलब्ध कराये जाते है जो वर्ष में 06 बैचों में उपलब्ध कराये जाते है, जिसमें टोटल प्राजेक्ट की लागत 01 लाख 50 हजार है जिसमें बैंक द्वारा 90 हजार का ऋण दिया जाता है तथा विभाग द्वारा 60 हजार की सब्सिडी उपलब्ध करार्इ जाती है।
उन्होंने अवगत कराया है कि इनोवेटिव पोल्ट्री प्रोडक्टिविटी प्रोजेक्ट के अन्तर्गत विकास खण्ड गरूड़ तथा कपकोट में 100-100 लाभार्थियों को वर्ष में 400 चूजे उपलब्ध कराये जायेंगे जिसमें प्रथम बैच में 200 तथा द्वितीय बैच में 200 चूजे उपलब्ध कराये जायेंगे, विकास खण्ड गरूड़ में 63 लाख 60 हजार तथा कपकोट 63.60 लाख वार्षिक आय सृजन होगा इसी प्रकार दोनों विकास खण्डों में 01 करोड़ 27 लाख 20 हजार की आय होने का अनुमान है।
बैठक में जिलाधिकारी रंजना राजगुरू एवं समिति के सदस्यों द्वारा मदर पोल्ट्री यूनिट की स्थापना हेतु विकास खण्ड गरूड़ से उमेश कुमार पुत्र स्व0 राम लाल निवासी ग्राम लोहार तल्ली का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया तथा विकास खण्ड कपकोट से जगदीश चन्द्र पुत्र राम लाल निवासी ग्राम पोलिंग, पो0 उतरौड़ा का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया तथा इनोवेटिव पोल्ट्री प्रोडक्टिविटी प्रोजेक्ट के अन्तर्गत विकास खण्ड गरूड़ एवं कपकोट से 100-100 लाभार्थियों का चयन किया गया। बैठक में जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये है कि उक्त योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु चयनित लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराने तथा उन्हें आत्म निर्भर बनाने के लिए उन्हें योजनाओं के बारे में पूर्ण जानकारी उपलब्ध करायी जाय ताकि उन्हें अपनी ईकाई को स्थापित करने में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि इस योजना में जो भी व्यक्ति प्रतिक्षा सूची में उन्हें किसी अन्य योजना में लाभान्वित करें तथा योजना से अधिक से अधिक लोगों को लाभ उपलब्ध कराने के लिए निदेशक पशुपालन को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए कृषि कार्य के साथ-साथ पशुपालन, बकरी पालन, मत्स्य पालन, बागवानी, उद्यानीकरण आदि योजनाओं का जनपद में अपार सम्भावना है तथा इन योजनाओं से उन्हें आत्मनिर्भर बनाने तथा योजनाओं का लाभ लने के लिए अधिक से अधिक लोगों को प्रेरित करते हुए उन्हें योजनाओं से लाभान्वित करें, जिससे कि एक ओर उनकी आर्थिकी मजबूत होगी वहीं दूसरी ओर क्षेत्र तथा जनपद का चहुमुखी विकास होगा।

उन्होंने कहा कि कृषि बागवानी के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए जिला योजना के अन्तर्गत 40 प्रतिशत की धनराशि का प्राविधान किया गया है, जिसमें अधिक से अधिक लोगों को योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि जनपद को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्थानीय उत्पादों का बेहतर उत्पादन करना होगा ताकि हमें बाहर से किसी भी प्रकार से कोई भी साम्रगी मंगानी न पड़े, स्थानीय स्तर पर ही सभी चीजें उपलब्ध हो इसके लिए सभी अधिकारियों को बेहतर से बेहतर कार्ययोजना बनाते हुए लोगों को उन योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराना है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डी.डी. पन्त, जिला विकास अधिकारी के.एन.तिवारी, अपर परियोजना निदेशक ग्राम्य शिल्पी पन्त, जिला उद्यान अधिकारी आर.के. सिंह, लीड बैंक अधिकारी एम0एस0 पांगती, जिला पंचायत राज अधिकारी रामपाल सिंह, मुख्य अधि0अधि0 जिला पंचायत अरूण बर्थवाल, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 कमल पंत, प्रबन्धक दुग्ध संघ अल्मोड़ा सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।



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