पिथौरागढ़- पंचतत्व में विलीन हुए शहीद गोकर्ण सिंह , सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई
पिथौरागढ़। जब तक सूरज चांद रहेगा गोकर्ण तेरा नाम रहेगा के गगनभेदी नारों के बीच शहीद की आज रामगंगा एवं भुजगड़ नदी के संगम पर अंत्येष्टि कर दी गई।
जनपद पिथौरागढ़ के तहसील मुनस्यारी के ग्राम नापड़ निवासी 21 कुमाऊं रेजिमेंट में तैनात हवलदार गोकर्ण जो जम्मू कश्मीर में शहीद हो गए थे,उनका पार्थिव शरीर रविवार को उनके गांव नापड़ पंहुचा। सोमवार को शहीद के शव का अंतिम संस्कार नाचनी में रामगंगा एवं भुजगड़ नदी के संगम में किया गया। सोमवार को शहीद के घर से शव को नाचनी घाट पर सेना के वाहन से लाया गया। नाचनी से शहीद के शव यात्रा में गाँव के लोगो सहित जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी ,सेना के आफिसर तथा जवान, ग्रामीण सम्मिलित हुए ।
रामगंगा व भुजगढ़ नदी के घाट पर कर्नल वरुण कुमार कमांडिंग आफिसर,मेजर निर्मल शाही 1988 मीडियम बैटरी आर्टलरी पिथौरागढ़,कर्नल राघवेंद्र सिंह कुमाऊं स्कॉट सूबेदार पी.के.दास ने शहीद को रीद चढ़ाकर सलामी दी। विधानसभा डीडीहाट के विधायक विशन सिंह चुफाल,धारचूला के विधायक हरीश धामी ने भी शहीद को पुष्प अर्पितकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। प्रशासन की ओर से उपजिलाधिकारी मुनस्यारी भगत सिंह फोनिया,पुलिस उपाधीक्षक विमल आचार्य,थानाध्यक्ष दीपक बिष्ट के साथ ही विभिन्न जनप्रतिनिधियों ने भी शहीद को पुष्प अर्पित किए। शहीद को 1988 मीडियम बैटरी आर्टलरी पिथौरागढ़ की सेना टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ओनर के साथ 21 राउंड की हवा में फायरिंग कर अंतिम विदाई दी।
चिता को उसके बेटे मनीष व चाचा प्रेम सिंह चुफाल ने मुखाग्नि दी गई। सेना की ओर से कमांडिंग आफीसर विमल कुमार ने शहीद के चाचा सूबेदार मेजर दीवान सिंह चुफाल को तिरंगा झंडा व सेना की वर्दी प्रदान की गई ।
गगनभेदी नारे के बीच गमगीन माहौल में घाट पर शहीद की अंतेष्टि में क्षेत्र के विभिन्न गांवों के लोग उपस्थित रहे।
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