Uttarakhand Weather: बिगड़ा रहेगा मौसम इतने दिन , भारी बारिश की रेड चेतावनी, आपदा प्रबंधन एक्शन मोड पर

Dehradun, Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है , फिलहाल अगले तीन दिन राहत के आसार नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून द्वारा जारी लेटेस्ट मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में 6 ,7 और 8 मई के लिए भारी बारिश ,ओलावृष्टि ,अंधड और बिजली चमकने को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जबकि उत्तरकाशी जिले में 7 और 8 में को भारी से बहुत भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र की चेतावनी को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट मोड पर है , विभाग ने सभी जिलों को आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि उत्तराखंड राज्य में 8 मई तक पश्चिमी विक्षोभ की एक्टिविटी तेज रहेगी , जिसके चलते प्रदेश के अलग-अलग स्थानों में हल्की से मध्यम बारिश वहीं कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी-भारी देखने को मिल सकती है। उन्होंने बताया इस दौरान जल भराव, भूस्खलन और बिजली गिरने की घटनाएं भी सामने आ सकती हैं।
उन्होंने बताया है ऐतिहाद के तौर पर सभी जिलों को तीन दिन ऑरेंज अलर्ट पर रखा गया है जबकि उत्तरकाशी जिले में 2 दिन रेड अलर्ट है।
डॉ विक्रम सिंह ने इस दौरान यात्रा में विशेष सावधानी बरतने की अपील की है।
आज का मौसम पूर्वानुमान
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, आज 6 मई मंगलवार को राज्य के उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश देखी जा सकती है वहीं देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, अल्मोड़ा और चंपावत के अनेक स्थानों में और हरिद्वार, उधम सिंह नगर के कुछ स्थानों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना है ,इसे लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया।
विज्ञान केंद्र के मुताबिक आज उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर और टिहरी में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने, ओलावृष्टि और वर्षा का तीव्र दौर भी देखा जा सकता है, इन जिलों में 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चलने की संभावना है।
मौसम विभाग के एलर्ट पर एक्शन में आपदा प्रबंधन विभाग
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जनपदों के साथ की बैठक
एलर्ट को देखते हुए सभी प्रभावी सुरक्षात्मक कदम उठाने के निर्देश
कहा-बारिश अधिक हो तो चारधाम यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोक लिया जाए
देहरादून। मौसम विज्ञान विभाग द्वारा उत्तरकाशी जनपद के लिए 07 और 08 मई को भारी से बहुत भारी वर्षा, बर्फबारी, आकाशीय बिजली चमकने, ओलावृष्टि के रेड अलर्ट तथा शेष अन्य जनपदों के लिए 06, 07 एवं 08 मई को ऑरेंज तथा येलो अलर्ट के पूर्वानुमान जारी किया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस संबंध में सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग श्री विनोद कुमार सुमन से जानकारी ली तथा जनपदों के साथ बैठक करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर उपाध्यक्ष, राज्य सलाहकार समिति, आपदा प्रबंधन विभाग विनय कुमार रुहेला तथा सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग विनोद कुमार सुमन ने सोमवार को सभी जनपदों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर एलर्ट को देखते हुए सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस संबंध में सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास ने सोमवार को सभी जिलाधिकारियों को पत्र भी भेजा है।
विनय कुमार रुहेला ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट को सभी जनपद गंभीरता से लें और सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित गति से रिस्पांस किया जाए। यदि अत्यधिक बारिश हो रही हो तो चारधाम यात्रियों को कुछ समय के लिए सुरक्षित स्थानों पर रोक लिया जाए और बारिश रुकने के बाद ही उन्हें आगे रवाना किया जाए।
बैठक के दौरान सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग विनोद कुमार सुमन ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री के निर्देश पर आपदाओं का प्रभावी तरीके से सामना करने के लिए समुदायों को जोड़ने की पहल प्रारंभ कर दी गई है। इस दिशा में शुरुआत टिहरी जनपद द्वारा की गई है। टिहरी के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने प्रत्येक गांव में पांच लोगों का एक समूह बनाया है, जो किसी भी प्रकार की आपदा घटित होने पर इसकी सूचना जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र को देंगे। इनके नंबर डीईओसी में उपलब्ध रहेंगे। यदि इस ग्रुप के एक सदस्य का फोन नहीं लगेगा तो दूसरे के फोन पर संपर्क किया जा सकेगा। आपदा संबंधी किसी भी प्रकार की सूचनाओं के आदान-प्रदान में इस समूह की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी और उनके द्वारा दी जाने वाली सूचनाओं पर तीव्र गति से एक्शन लिया जाएगा। इससे सूचना मिलने पर प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत ही राहत और बचाव कार्य संचालित करने तथा आवश्यक राहत पहुंचाने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो0 ओबैदुल्लाह अंसारी, रोहित कुमार, डॉ. वेदिका पन्त, डॉ. पूजा राणा, हेमंत बिष्ट, सुश्री तंद्रिला सरकार आदि मौजूद थे।
भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में तैनात करें आवश्यक उपकरण
देहरादून। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने कहा कि यात्रा मार्ग में जो भी भूस्खलन संभावित क्षेत्र हैं, वहां जेसीबी तथा अन्य उपकरणों की तैनाती सुनिश्चित की जाए और मार्ग को जल्द से जल्द खोलने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि कैप यानी कॉमन एलर्ट प्रोटोकॉल के माध्यम से लोगों को मौसम संबंधी एलर्ट को लेकर एसएमएस भेजा जाता है। यह अलर्ट आम लोगों को समय पर मिल रहे हैं या नहीं इसकी भी जांच की जाए और इस संबंध में शीघ्र ही राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र को अवगत भी कराया जाए। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रकार के अलर्ट प्रत्येक नागरिक तक पहुंचें, इसके लिए ग्रामीणों को जोड़ते हुए व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए तथा व्हाट्सएप के माध्यम से अलर्ट तथा आवश्यक जानकारियां प्रेषित करना सुनिश्चित किया जाए।
लोग सूचना दे रहे हैं तो उन्हें गंभीरता से लें
देहरादून। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने कहा कि यदि लोग किसी भी प्रकार की आपदा से संबंधित सूचना दे रहे हैं तो उसे गंभीरता से लिया जाए और उस पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। यदि कोई लोग भ्रामक सूचनाएं देते हैं तो ऐसे लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की जाए।
यात्रियों को रोक रहे हैं तो जलपान की व्यवस्था भी करें
देहरादून। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने कहा कि यदि यात्रियों को मौसम खराब होने के कारण ऐसे स्थान पर रोका जा रहा है, जहां पर दुकानें नहीं हैं, तो वहां यात्रियों के लिए जलपान की समुचित व्यवस्था की जाए। साथ ही दूसरे जनपदों के साथ समन्वय स्थापित किया जाए और यदि यह महसूस हो कि किसी जनपद में बारिश के कारण यात्रियों को रोकने की स्थिति में यात्रियों की संख्या अधिक हो गई है, अथवा जाम लगने की संभावना हो तो यात्रियों को दूसरे जनपद में ही रोक लिया जाए।
नालों की सफाई अभी से करें
देहरादून। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने कहा कि मानसून से आने से पहले नालों की सफाई कर ली जाए ताकि जब मानसून आए तो उस समय जलभराव की दिक्कत ना हो। उन्होंने कहा कि अभी जो बारिश हो रही है, उसमें यह पता भी लग जाएगा कि किन क्षेत्रों में जल भराव हो रहा है और उसके कारण क्या हैं।
तापमान की स्थिति
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज मंगलवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 30 डिग्री जबकि न्यूनतम 19 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है , वहीं सोमवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 31.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 18.8 सेल्सियस दर्ज किया गया ,पंतनगर का अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 19.8 डिग्री सेल्सियस रहा. मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान 15 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहा। नई टिहरी का अधिकतम तापमान 22.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। Uttarakhand Weather Update, Nowcast Uttarakhand Forced



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