उत्तराखंड- पंचतत्व में विलीन हुई अंकिता ,उमड़ा जनसैलाब ,CM धामी के आश्वासन पर माने परिजन

Rishikesh News: सीएम पुष्कर सिंह धामी के आश्वासन के बाद अंकिता भंडारी का परिवार उसका अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार हुआ अंकिता का अंतिम संस्कार NIT घाट पर किया गया। इस दौरान हजारों लोगों ने नम आंखों से बहादुर बेटी को अंतिम विदाई दी। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद देर शाम अंकिता के पार्थिव शरीर को 12 घंटे से अधिक प्रदर्शन के बाद अब दाह संस्कार के लिए ले जाने की सहमति बनी अंकिता के पार्थिव शव को एनआईटी घाट श्रीनगर ले जाया गया। भारी आक्रोश को देखते हुए मौके पर मौजूद रहा भारी पुलिस बल। मुख्यमंत्री धामी की अपील के बाद मृतका के पिता ने भी किया था एलान जांच व कारवाई से सहमत है मृतका के पिता
सीएम धामी ने अंकिता के परिजनों से भी फोन पर बात की और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। खबर आई कि अंकिता के परिजन बेटी का अंतिम संस्कार नहीं कर रहे हैं लेकिन शासन प्रशासन के मनाने के बाद अंकिता के अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए । अंकिता का अंतिम संस्कार हो चुका है
गौरतलब है कि अंकिता हत्याकांड के बाद लोगों में उबाल है। आज सुबह अंकिता भंडारी को नम आंखों से विदाई दी जानी थी। लेकिन उसके परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया । लोग लगातार प्रदर्शन कर रहे है। श्रीनगर में अंकिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग को लेकर लोगों ने बदरीनाथ हाईवे जाम किया। अंकिता के परिजनों ने भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही अंतिम संस्कार करने की बात कही । मोर्चरी के बाहर लोगों ने हंगामा किया।
इससे पहले पुलिस प्रशासन ने अंकिता के पिता वीरेन्द्र सिंह भंडारी से बात की, लेकिन उनकी वार्ता विफल रही। हालांकि अंकिता के पिता ने लोगों से अपील की वह प्रदर्शन के दौरान सड़कें जाम न करें। अंकिता के पिता ने भीड़ से पूछा कि क्या किया जाए तो लोगों ने कहा कि मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा।
प्रदर्शनकारियों ने चार मांगे रखीं। उनका कहना है कि अंकिता की फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए। आरोपियों को फांसी दी जाए। अंकिता के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए।
लोगों की पुलिस से झड़प
अंकिता के शव को ले जाने की आशंका पर लोग मोर्चेरी के आगे लेट गए। इस दौरान लोगों की पुलिस से झड़प भी हो गई। पुलिस लोगों को समझाने का प्रयास करती रही, लेकिन भीड़ जिद पर अड़ी रही।
श्रीनगर से लेकर रुद्रप्रयाग तक लोगों में आक्रोश
अंकिता हत्याकांड को लेकर लोगों में उबाल बना हुआ है। विभिन्न संगठनों के लोग सुबह बदरीनाथ हाईवे पर धरने पर बैठ गए। वहीं, बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी ने प्रदेश सरकार पर सवाल किए खड़े। उन्होंने कहा कि पौड़ी जिले से भाजपा विधायक गायब हैं। दो कैबिनेट मंत्री और स्पीकर हैं, लेकिन कोई भी लोगों से वार्ता करने नहीं पहुंचे।
सीएम पुष्कर धामी ने अंकिता हत्याकांड की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने की बात दोहराई है साथ ही कहा कि पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि अंकिता भंडारी हत्याकांड की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराएंगे और पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से हर संभव सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस जघन्य अपराध में जो भी लिप्त होगा, उसे सख्त से सख्त सजा दी जाएगी. मामले में एसआईटी जांच कर रही है. उन्होंने लोगों से जांच में सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि एक बेटी के साथ ऐसी घटना हुई है।ऐसे में लोगों का आक्रोशित होना भी स्वाभाविक है।
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