दु:खद: उत्तराखंड का एक और लाल राजौरी में शहीद , सीएम धामी ने जताया दुख
Chamoli News: देवभूमि उत्तराखंड का वीर जवान रुचिन रावत आतंकवादियों से लोहा लेते वक्त शहीद हो गया है। चमोली जनपद के गैरसैण ब्लॉक के कुनिगाड़ गांव का रहने वाला रूचिन सिंह रावत राजौरी सेक्टर जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते वक्त शहीद हो गए हैं। उनकी शहादत पर चमोली जिले समेत पूरे उत्तराखंड में शोक की लहर है वही प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में सेना के 5 जवान शहीद हो गए, इनमें से एक जवान उत्तराखंड का रहने वाला है, जवान के घर में खबर मिलते ही कोहराम मच गया, पूरे गांव में लोग सकते में आ गए।
शहीद जवान का नाम रुचिन सिंह रावत है, शहीद जवान का घर गैरसेंण तहसील के कुनीगाड़ में है। शहीद जवान अपने पीछे बुजुर्ग मां-बाप, पत्नी और 4 वर्षीय बच्चे को छोड़कर गया है। शहीद जवान नाइन पैरा यूनिट में तैनात था।
परिजनों के मुताबिक रुचिन रावत (30) 2009-10 में सेना में भर्ती हुए थे। रुचिन के चाचा सुरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि शहीद की पत्नी और बेटा जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में ही रहते हैं। उसकी पत्नी ने ही गैरसैंण में अपने माता-पिता को पति के शहीद होने की सूचना दी। रुचिन अपने पीछे दादा-दादी, माता-पिता, पत्नी और एक चार साल के बेटे को रोता बिलखता छोड़ गए हैं। रुचिन की पत्नी और बेटा उनके साथ जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में ही रहते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले के कंडी इलाके में आतंकवादियों के साथ चल रही मुठभेड़ के दौरान सेना के 5 जवान शहीद हो गए हैं जबकि एक अधिकारी सहित 4 जवान घायल हो गए हैं। इस इलाके में सेना और अर्धसैनिक बलों की ओर से आतंकवादियों के एक गिरोह को घेरा गया है, ऑपरेशन अभी भी जारी है।
सैन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ये आतंकवादी उसी ग्रुप से ताल्लुक रखते हैं, जिसने 20 अप्रैल को सेना के एक ट्रक पर हमला किया था और 5 जवान शहीद हो गए थे। उसके बाद से ही सेना और अर्धसैनिक बल लगातार इन आतंकियों की तलाश कर रहे थे, शुक्रवार सवेरे इन आतंकियों के साथ मुठभेड़ शुरू हो गई।
सैन्य सूत्रों की ओर से बताया गया है कि शुक्रवार सवेरे सेना और अर्धसैनिक बलों की ओर से इन आतंकियों को घेरा गया, तभी आतंकियों ने विस्फोट कर दिया, इसमें सेना के 2 जवान मौके पर शहीद हो गए, जबकि 3 जवानों ने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि आतंकवादियों के ग्रुप में भी आतंकी हताहत होने की संभावना है।
मुठभेड़ स्थल पर सेना और अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त दुकड़ियां भेजी गई हैं और ऑपरेशन अभी जारी है।
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