नैनीताल: 102 वर्षीय स्क्वाड्रन लीडर व सशस्त्र बल न्यायाधिकरण के सदस्यों ने की राज्यपाल से मुलाकात

नैनीताल। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) से राजभवन में मंगलवार को स्क्वाड्रन लीडर(से नि)डी.एस.मजीठिया ने मुलाकात की। 102 वर्ष के श्री मजीठिया सबसे पुराने भारतीय फाइटर पाइलट्स में से एक हैं। स्क्वाड्रन लीडर(से नि)डी.एस.मजीठिया ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बर्मा में हॉकर हरीकेन के पायलट के रूप में योगदान दिया है। उन्होंने पाकिस्तान के साथ 1947-48 युद्ध में अपनी शानदार भूमिका निभाई और उन्हें कई मेडल से सम्मानित किया गया।
राज्यपाल ने कहा की वे भारतीय सशस्त्र बलों के गौरव हैं। उन्होंने कहा कि श्री मजीठिया के अंदर एक सच्चे सैनिक की जिजीविषा और मूल्य हैं। गोल्फ के प्रति भी श्री मजीठिया का बेहद जुनून रहा है और वे शानदार गोल्फर रहे हैं। राज्यपाल ने इस मुलाकात को एक प्रेरणादायी और बेहद ही सकारात्मक बताया। उन्होंने श्री मजीठिया से उनके व्यक्तित्व से प्रभावित होकर उनके जीवन, गोल्फ के प्रति लगाव व एक महान सैनिक के रूप में उनकी भूमिका पर एक पुस्तक प्रकाशित करने का सुझाव भी दिया। राज्यपाल ने उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस दौरान उनके साथ उनकी पुत्री श्रीमती किरन संधू भी उपस्थित रही।
- सशस्त्र बल न्यायाधिकरण के न्यायिक व प्रशासनिक सदस्यों ने की राज्यपाल से भेंट
नैनीताल। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) से मंगलवार को राजभवन में सशस्त्र बल न्यायाधिकरण के न्यायिक सदस्य जस्टिस उमेश चन्द्र श्रीवास्तव व प्रशासनिक सदस्य वाइस एडमिरल अभय रघुनाथ कारवे (पीवीएसएम, एवीएसएम) ने मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल को न्यायाधिकरण के क्रियाकलापों इत्यादि की जानकारी दी। उन्होने अवगत कराया कि न्यायाधिकरण द्वारा लम्बित 6 हजार केसों का निपटारा किया गया है। वर्तमान में लम्बित केसों की संख्या घटकर 1400 रह गयी है जिस पर राज्यपाल ने न्यायाधिकरण की प्रशंसा की।

राज्यपाल ने सदस्यों से कहा कि उत्तराखण्ड एक सैनिक बहुल प्रदेश है। यहां पर लगभग प्रत्येक घर से एक सैनिक है। सेवानिवृत्ति के उपरांत दूरस्थ क्षेत्रों के पूर्व सैनिक अपनी पेंशन व दावों सहित कई अन्य लाभ कानूनी जानकारी के अभाव में नहीं उठा पाते। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों को उनके कानूनी अधिकारों व हकों की जानकारी हेतु उत्तराखण्ड के जनपद देहरादून, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़ व अल्मोड़ा में जागरूकता कैम्प आयोजित किये जाएं जिससे पूर्व सैनिकों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि जागरूकता कैम्प आयोजित किये जाने के लिए शासन के उच्चाधिकारियों से वार्ता की जायेगी।
इस दौरान सदस्यों द्वारा नैनीताल स्थित सर्किट बैंच हेतु स्थान एवं भवन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया जिस पर राज्यपाल ने उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर न्यायाधिकरण के रजिस्ट्रार डॉ. दुष्यंत दत्त भी उपस्थित रहे।
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