चंपावत – भारी बारिश से हुए नुकसान का आंकलन करने में जुटा प्रशासन , तत्काल बांटी जा रही राहत राशि
Champawat News : बीते दिनों भारी से भारी बारिश के कारण जनपद में जहां- जहां जानमाल, पशु हानि, सरकारी परिसंपत्तियों आदि की क्षति हुई है उसका आंकलन किया जा रहा है और संबंधितों को तत्काल राहत राशि बांटी जा रही है।
यह जानकारी देते जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने बताया कि भारी बारिश के कारण जनपद में एक जन-हानि हुई जिसमें हैलागोठ की महिला नदी के बहाव में आने के कारण बह गयी थी। उनके परिवार को राहत राशि वितरण की कार्यवाही पूर्ण कर ली गयी है। साथ ही एक अन्य सूचना प्राप्त हुई है जिसमें शायद 01 बारह वर्षीय लड़की धनुष पुल में बह गयी, जिसकी औपचारिकता पूर्ण की जा रही है और औपचारिकता पूर्ण होते ही धनराशि का वितरण कर दिया जायेगा।
उन्होंने बताया कि तहसील पूर्णागिरि टनकपुर के देवीपुरा क्षेत्र में जहां-जहां जल भराव हुआ है वहा एनएचआई के द्वारा तत्काल जेसीबी मशीन के माध्यम से सड़क को काटकर जल निकासी का कार्य किया गया, जिससे स्थानीय लोगों को जल भराव की समस्या से निजात मिल सका।
जनपद में वर्तमान तक 60 पशु-हानि हुई है, जिनमें 17 गाय व 43 बकरियां थी। इसके अतिरिक्त 156 परिवारों को अहैतुक राशि बाटी गयी है और यह कार्यवाही निरन्तर चल रही है और पात्र व्यक्तियों को ही यह राशि दी जायेगी। जिलाधिकारी ने बताया कि पशुपालन विभाग द्वारा टनकपुर में डिप्टी सीवीओ की तैनाती कर दी गयी है, जिनके द्वारा जल भराव के कारण बीमार पशु का उपचार किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पर्वतीय क्षेत्रों में हुए नुकसान के आंकलन हेतु सभी राजस्व निरीक्षकों को निर्देश दिये है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में जाकर हुई क्षति का आंकलन कर दो दिन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने बताया कि कई लोगों के खेतों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई है, जिससे आवासीय परिसंपत्तियों को नुकसान भी हुआ है। जिसके लिए जिला विकास अधिकारी को निर्देश दिये है कि बिना औपचारिकता के मनरेगा के अन्तर्गत भूमि सुधार के कार्य प्रारम्भ कर दें। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ और नॉन एसडीआरएफ मद में जो धनराशि प्राप्त हुई है उसके अन्तर्गत जैसे-जैसे प्रस्ताव प्राप्त होंगे वैसे ही शीघ्र धनराशि का वितरण किया जायेगा।
टनकपुर, बनबसा के पूर्णागिरि विहार, घसियारमण्डी, देवीपूरा, पचपखरियां जैसे क्षेत्रों में जहां-जहां बाढ़ आयी थी और लोगों को विभिन्न प्रकार से नुकसान हुआ था, जिसके लिए इन क्षेत्रों के लिए अतिरिक्त कार्मिंको की तैनाती कर दी गयी है। कार्मिंक घर-घर जाकर हुई सर्वे कर क्षति का आंकलन कर रहे है और प्रभावितों को आपदा के मानक अनुसार क्षतिपूर्ति वितरण दो दिन के भीतर वितरित कर दी जायेगी। उन्होंने बताया कि टनकपुर, बनबसा क्षेत्र में जल भराव के कारण लगभग 120 परिवारों को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से रैस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया जा चुका है और आर्थिक सहायता वितरित करने हेतु कार्यवाही की जा रही है। प्रभावित लोगों की मांग पर लंच पैकेट, फूड पैकट दिये जा रहें, साथ ही जिन लोगों को राशन की आवश्यकता हो रही है उन्हें सुखा राशन भी दिया जा रहा है और आगे भी मांग के आधार पर राशन वितरित किया जायेगा। टनकपुर एवं बनबसा क्षेत्र में आर्मी अभी भी तैनात है और एनडीआरएफ उनके गन्तव्य को कार्यमुक्त कर दिया गया है। साथ ही एसडीआरएफ पूरे मानसून काल में तैनात रहेगी। किरोड़ा पुल के डाउन स्ट्रीम में नदी ने अपना रूख बदल दिया है, जिस हेतु सिंचाई विभाग को निर्देश दिये गये है कि जो रीवर ट्रैनिंग की जानी है उन्हें तत्काल प्रारम्भ किया जाय। घसियारामण्डी में जो जल भराव हुआ उसके कारणों के जांच करने के निर्देश उपजिलाधिकारी पूर्णागिरि को दिये गए है।
जनपद में अत्यधिक वर्षा के कारण 5 भवन पूर्ण क्षतिग्रस्त एवं 89 भवन आंशिक क्षतिग्रत हुए हैं। जनपद अन्तर्गत 01 राज्य राजमार्ग व 41 आंतरिक मार्ग बंद हैं। तहसील पाटी ग्राम चौड़ापिता में कुल 10 परिवारों को पड़ोस के मकानों में शिफ्ट किया गया है। अत्यधिक वर्षा के कारण टनकपुर बैराज में डेंजर लेवल 246.70 मीटर, पानी का स्तर 246.70 मीटर व जल निकासी 56,558 क्यूसेक है। वहीं बनबसा बैराज में डेंजर लेवल 221.70 मीटर, पानी का स्तर 218.65 मीटर व जल निकासी 61,104 क्यूसेक है। जल पुलिस टनकपुर में तैनात है एवं विद्युत आपूर्ति सुचारू है। पेयजल आपूर्ति के तहत 02 टैंकर टनकपुर में लगायें गए हैं व बनबसा में आधी पेयजल लाईन जे.सी.बी. से क्षतिग्रस्त हो गयी हैं जिसे ठीक किया जा रहा है।
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