बागेश्वर- डीएम की बड़ी पहल , जगथाना सुमटी बेल्ट में ट्राउट कलस्टर फार्मिंग के लिए जारी किए 90 लाख
बागेश्वर। जिलाधिकारी विनीत कुमार द्वारा जनपद स्तर पर युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने को सुनिश्चित करने के दृष्टिगत जगथाना सुमटी बेल्ट को ट्राउट कलस्टर फार्मिंग के लिये विकसित कर वहॉ के स्थानीय निवासियों को रोजगार उपलब्ध कराये जाने की नवीन पहल की गयी है, इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा अपने अंटाईड फंड से मत्स्य विभाग को 90 लाख की धनराशि भी जारी भी की गयी है। जिसके तहत जगथाना सुमटी बेल्ट में ट्राउट कलस्टर प्रोजेक्ट के लिये 01 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्रीय विधायक बलवन्त सिंह भौर्याल एवं अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा भी प्रतिभाग किया गया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुय क्षेत्रीय विधायक ने जिला प्रशासन एवं मतस्य विभाग द्वारा ट्राउट फार्मिंग के लिये किये जा रहे प्रयासों की प्रसंसा करते हुये कहा कि यह अत्यंत ही हर्ष का विषय है कि जिलाधिकारी द्वारा अपने अंटाइड फंड से 90 लाख की धनराशि ट्राउट फार्मिंग के लिये अवमुक्त की गयी है जिसके माध्यम से जगथाना सुमटी के अन्तर्गत 60 रेसवे (छोटे तालाब) का निर्माण किया जायेगा जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के नये संसाधन उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पारम्परिक खेती आदि के साथ-साथ नवीन तकनीकी एवं बाजार आधारित उत्पाद उत्पादन करने की आवश्यकता है जिससे न केवल स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन होगा बल्कि बेहतर लाभ भी कमाया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि नवीन उत्पादों के अन्तर्गत उच्च हिमालयी क्षेत्रों में कीवी, स्ट्रोबेरी, जड़ी बुटियॉ एवं ट्राउट जैसी मछली का उत्पादन अत्यंत ही लाभदायक सिद्ध होगा।
कार्याशाला को संबोधित करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद बागेश्वर के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में विशेषकर जगथाना सुमटी जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में जिसकी ऊचांई 1500 मीटर से अधिक है वहॉ ट्राउट मछली के उत्पादन के लिये अनुकूल दशायें है यही कारण है कि इस क्षेत्र में ट्राउट उत्पादन के लिये कलस्टर आधाररित एप्रोज पर कार्य करते हुये यहॉ ट्राउट उत्पादन की गतिविधियों को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य जगथाना क्षेत्र के वर्तमान ट्राउट उत्पादन ढेड टन को आगामी 01 से 02 वर्षों में बढाकर 10 टन करना है। साथ ही जनपद स्तर पर वर्तमान ट्राउट उत्पादन 10 टन को बढ़ाकर आगामी वर्षों में तीन गुना करते हुए 30 टन करना है। ताकि जनपद की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप यहॉ के युवाओं को स्थानीय रोजगार उपलब्ध हो सके। और बागेश्वर जनपद ट्राउट के उत्पादन में उत्तराखण्ड में अपना अग्रणीय स्थान बना सके। उन्होंने कहा कि यहॉ के भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप इस क्षेत्र में ट्राउट उत्पादन को बढाने के लिये 04 करोड़ 87 लाख के लागत से हेचरी का भी निर्माण किया जा रहा है जिससे ट्राउट उत्पादन के लिये सीड एवं चारा जनपद स्तर पर ही उपलब्ध हो सकेगा जो कि उत्तराखण्ड की दूसरी हेचरी होगी। उल्लखेनीय है कि वर्तमान में ट्राउट सीड एवं चारे के लिये देहरादून एवं अन्य क्षेत्रों का रूख करना पड़ता है।
उन्होंने मत्स्य हेचरी के निर्माण के संबंध में मत्स्य विभाग एवं कार्यदायी संस्था को 03 माह के अन्तर्गत हेचरी का निर्माण पूर्ण करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष जिला पंचायत विक्रम सिंह शाही, पूर्व ब्लाक प्रमुख मनोहर राम, सुरेश गढ़िया, ग्राम प्रधान जगथाना, प्रगतिशील कृषक दीलीप सिंह, मत्स्य निरीक्षक मनोज मियान, तहसीलदार कपकोट पूजा शर्मा सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहें।
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