हाई ब्लड प्रेशर-साइलेंट किलर , उच्च रक्तचाप को नियंत्रित रखने के आसान तरीके बता रहीं हैं डॉ सीमा मधवार
हाई ब्लड प्रेशर-साइलेंट किलर-डा. सीमा मधवार
हाई ब्लड प्रेशर हमारी खराब जीवन शैली का परिणाम है।
धूम्रपान,मोटापा, शारीरिक गतिविधियों में कमी, भोजन में अत्यधिक नमक, बढ़ती उम्र, आनुवांशिकता,शराब, तनाव, थायराइड, गुर्दे से संबंधित पुराने रोग, अनिद्रा आदि के कारण हम हाई ब्लड प्रैशर के शिकार हो जाते हैं ।
सामान्यतः स्वस्थ व्यक्ति का ब्लड प्रेशर 120/80 रहना चाहिए, इसमें सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर(ऊपर का) रक्त वाहिकाओं में दवाब को उस समय मापता है जब हृदय धड़क रहा होता है और डायस्टोलिक ब्लड प्रैशर (नीचे का) में दवाब को उस समय मापता है जब धड़कनों के बीच हृदय कुछ पल के लिए आराम करता है,
लेकिन जब धमनियों में रक्त दवाब सामान्य से तेज हो जाता है तब ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है,
अधिक ब्लड प्रैशर होने से गुर्दे, धमनियों और हृदय पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और यह मस्तिष्क की रक्त वाहिकाओं को कमजोर करके स्ट्रोक का कारण बन सकता है,हाई ब्लड प्रेशर बिना दस्तक के ही हमारे शरीर में दाखिल हो जाता है लेकिन यदि लगातार सिर दर्द, छाती में दर्द, नजर कमजोर होना, सांस लेने में दिक्कत, नाक से खून निकलना आदि में से कोई भी लक्षण हो तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
हाई ब्लड प्रेशर एक गंभीर समस्या है जिसे हम जड़ से तो खत्म नहीं कर सकते लेकिन उचित खानपान और थोड़ी सी सावधानी से कंट्रोल जरूर कर सकते हैं, जैसे-
1-एक चम्मच शहद के साथ लहसुन की एक कली का सुबह शाम सेवन करें, लहसुन में बायोएक्टिव सल्फर यौगिक के रुप में एस.एल.सिस्टीन पाया जाता है जो हाई ब्लड प्रैशर में लाभदायक है।
2-एक गिलास पानी में 2 चम्मच आंवले का रस रोज सुबह खाली पेट लें,आंवले में उच्च विटामिन सी होता है।
3-एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच मेथी के बीज रात को भिगो दें और सुबह खाली पेट इस पानी का सेवन करें, मेथी में विटामिन, मिनरल्स, आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन होने के कारण यह शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करने के साथ साथ मैटाबॉलिज्म के स्तर में भी सुधार करती है और एंटीऑक्सीडेंट का कार्य करती है।
4-अजवायन के पत्तों का रस शहद में मिलाकर दिन में तीन बार लें,शहद में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक, माइक्रो न्यूट्रिएंट्स के साथ साथ विटामिन ए,बी और सी भी होते हैं।
5-प्याज के रस को शहद के साथ मिलाकर सुबह शाम लें,प्याज की परतों में मौजूद कुएरसेटीं तत्व ब्लड प्रैशर कंट्रोल करता है।
6-रोज सुबह नारियल पानी का सेवन करें,नारियल पानी में मौजूद पोटेशियम रक्त में सोडियम के स्तर को संतुलित करता है।
7-तरबूज का सेवन करें, इसमें मौजूद एमीनो एसिड एल साइट्रूलाइन और एल.आर्जिनिन तत्व हाई ब्लड प्रैशर कंट्रोल करते हैं।
8- दालचीनी का प्रयोग भोजन, चाय,गर्म पानी में करें इसमें पौलीफिनौल ,एंटीऑक्सीडेंट, सिनेमैल्डिहाइड ,सिनैमिक एसिड ब्लड प्रेशर कंट्रोल करते हैं।
9-रोज सुबह खाली पेट गर्म पानी में नींबू रस लें,नींबू रक्त वाहिकाओं को नरम और लचीला बनाने में मदद करता है ,नींबू में उपस्थित एंटीऑक्सीडेंट कोशिकाओं को स्वस्थ रखता है।
10-अजवाइन के डंढल का जूस सुबह खाली पेट लें,इसमें मौजूद 3एन.ब्यूटिल फाथालाइड और एपिगेनिन रक्त वाहिकाओं की चिकनी मांसपेशियों को आराम पहुंचाती हैं।
11-सुबह खाली पेट गाजर के जूस का सेवन करें, इसमें मौजूद बीटा कैरोटीन और पोटेशियम सिस्टोलिक ब्लड प्रैशर को कंट्रोल करता है।
12- लाल मिर्च भी हाई ब्लड प्रैशर में फायदेमंद है, इसमें कैप्साइसिन तत्व ब्लड प्रैशर कंट्रोल करता है।
13-रोजाना संतरे का जूस और 2-3 केले का सेवन करें क्योंकि केले में सोडियम कम होता है, कोलेस्ट्रॉल नहीं होता और पोटेशियम भी होता है।
14-भोजन के साथ मूली का सलाद के रूप में सेवन करें ,मूली में पोटैशियम ज्यादा और सोडियम कम होता है।
15- योग एक आध्यात्मिक मार्ग है जो तनाव को कम करके ब्लड प्रैशर कंट्रोल करता है।
इस प्रकार अपनी जीवन शैली में थोड़ा सुधार लाकर हम ब्लड प्रैशर जैसी बीमारी को बड़ी आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं।
डॉ.सीमा मधवार
बी.ए.एम.एस
डी.एन.वाई.एस. क्षार सूत्र एंव पंचकर्म विशेषज्ञ
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