देहरादून- त्योहारी सीजन में धार्मिक आयोजनों को लेकर गाइडलाइंस जारी
देहरादून। Covid-19 कोरोनावायरस के इस दौर में आने वाले महीने उत्तराखंड में त्योहारी सीजन के हैं । नवरात्रि ,दुर्गापूजा , दीपावली , भैयादूज छठ पूजा सहित अन्य त्यौहार पूरा महीना त्योहारी सीजन का है लिहाजा कोविड-19 के मद्देनजर अक्टूबर से दिसंबर तक राज्य में विभिन्न उत्सव होते हैं जिनमें बड़ी संख्या में लोग एकत्र होते हैं ऐसे में कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी की गई है।
राज्य के अधिकारियों को इसके लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं कि धार्मिक पूजा मेले रैलियों और प्रदर्शनों वह जुलूस सहित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए एक दिन या एक सप्ताह या अधिक समय तक होने वाले कार्यक्रमों के लिए कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए नियमों का पालन कराया जाना आवश्यक है।
त्योहारों के दौरान होने वाले बड़े कार्यक्रमों में इस बार आयोजन स्थलों पर विशेष सतर्कता बरती जाएगी ऐसे स्थानों पर आने-जाने के लिए कई प्रवेश व निकास द्वार बनाने के साथ ही मास्क की अनिवार्यता, थर्मल स्क्रीनिंग व सैनिटाइजेशन कार्य किया जाएगा मूर्ति विसर्जन और कई दिन तक चलने वाले कार्यक्रमों में आने वालों की संख्या को सुनिश्चित किया जाएगा ।
धार्मिक स्थलों में मूर्तियों व पवित्र ग्रंथों को छूने की भी मनाही होगी वहीं, मनोरंजन पार्क और ऐसे अन्य स्थानों पर भी एक समय में निश्चित संख्या में लोगों को आने-जाने की अनुमति दी जाएगी यहां फूड कोर्ट और रेस्टोरेंट पचास फीसद क्षमता के साथ संचालित किए जाएंगे।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को त्योहारी सीजन में कोरोना रोकथाम और मनोरंजन पार्कों में गतिविधियां शुरू करने को लेकर गाइडलाइंस (SOP) जारी की त्योहारों के लिए जारी sop में स्पष्ट किया गया है कि त्योहारों के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में प्रशासन, आयोजकों के साथ ऐसे कार्यक्रम स्थलों की सीमा तय करते हुए यहां शारीरिक दूरी, सैनिटाइजेशन और थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था सुनिश्चित कराएगा। कई दिनों तक चलने वाले कार्यक्रमों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई जाएगी। त्योहारों के दौरान निकाले जाने वाले जुलूस और मूर्ति विसर्जन कार्यक्रमों में शामिल होने वाले व्यक्तियों की संख्या तय की जाएगी। लंबी दूरी तक निकलने वाले जुलूस में एंबुलेंस सेवा की व्यवस्था होगी।
इस दौरान आयोजित होने वाली प्रदर्शनी, पूजा पांडाल, रामलीला पांडाल, संगीत कार्यक्रम और नाटकों में तय सीमा में ही दर्शक जा सकेंगे। कार्यक्रम स्थलों पर आइसोलेशन क्षेत्र भी बनाना होगा, जिससे संदिग्ध मरीज को वहां रखा जा सके। धार्मिक स्थलों पर आमजन को अपने चप्पल और जूते अपने वाहनों में ही रखने होंगे।
बच्चे और बुजुर्ग व गर्भवती महिलाओं को घरों में रहने की ही सलाह दी गई है, इसके अलावा एंटरटेनमेंट पार्क में भी सोशल डिस्टेंसिंग के ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं हर जगह कार्यक्रम स्थलों में थर्मल स्क्रीनिंग सैनिटाइजेशन और सीसीटीवी लगाना जरूरी होगा।
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