चमोली(आपदा): रेस्क्यू अभियान तीसरे दिन भी युद्ध स्तर पर जारी, मोर्चे पर सीएम- पढ़िए पूरी अपडेट
प्राकृतिक आपदा में 206 लापता जिनमें 32 के शव बरामद , 9 मानव अंग भी बरामद
राहत व बचाव कार्य तीसरे दिन भी युद्ध स्तर पर जारी
आपदा राहत कार्यों के मोर्चे पर डटे हुए हैं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत
चमोली। चमोली जनपद के रैणी तपोवन क्षेत्र में विगत रविवार को आई प्राकृतिक आपदा में लापता व्यक्तियों का राहत, बचाव और खोज अभियान लगातार जारी है। आपदा के तीसरे दिन आज मंगलवार को 9 अन्य लापता लोगों के शव नदी किनारे अलग अलग स्थानो से बरामद किए गए।
प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आपदा राहत कार्यों के मोर्चे पर डटे हुए हैं। पिछले 3 दिन से लगातार आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर राहत कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं।
मंगलवार को भी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आपदा प्रभावित सीमांत गांव क्षेत्र रैणी जाकर वहाँ की स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं की जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को हर सम्भव सहायता के प्रति आश्वस्त किया। उन्होंने जिलाधिकारी चमोली को निर्देश दिये कि कनेक्टीवीटी से कट गये गांवों में आवश्यक वस्तुओं की कमी न रहे। रविवार को तपोवन क्षेत्र में हुई भीषण त्रासदी मे जिले के जोशीमठ ब्लाक के सीमांत क्षेत्र के 13 गांवो का सडक संपर्क टूट गया था।
आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद देहरादून आने पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जानकारी दी।
इससे पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जोशीमठ आर्मी हैलीपेड से सीमांत गांव क्षेत्र लाता के लिए रवाना हुए। रविवार को तपोवन क्षेत्र में हुई भीषण त्रासदी मे जिले के जोशीमठ ब्लाक के सीमांत क्षेत्र के 13 गांवो का सडक संपर्क टूट गया था।

इस आपदा से सीमांत क्षेत्र के रैणी पल्ली, पैंग, लाता, सुराईथोटा, सुकी, भलगांव, तोलमा, फगरासु, लोंग सेगडी, गहर, भंग्यूल, जुवाग्वाड, जुगजू गांवो से सडक संपर्क अभी कटा है। ग्रामीणो का हालचाल जानने आज स्वयं मुख्यमंत्री लाता पहुंचे। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आर्मी अस्पताल में भर्ती घायलों से मिलकर उनका हालचाल जाना ।जबकि आर्मी अस्पताल जोशीमठ एवं आईटीबीपी अस्पताल जोशीमठ में भर्ती घायलों से मिलकर उनका हालचाल जाना उनके कुशल क्षेम पूछी।
जिला आपदा कन्टोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार रैणी और तपोवन क्षेत्र में हुई भीषण त्रासदी मे 206 लोग लापता हुए थे जिनमे से अभी तक 32 लोगो के शव सर्च टीम ने खोजकर बरामद कर लिए है। इसके अलावा 9 मानव अंग भी मिले है। मंगलवार को रैणी क्षेत्र से 4, नंदप्रयाग के डिडोली व सैकोट के टैटूणा के पास एक एक शव बरामद हुए।
रैणी, तपोवन, जोशीमठ रतूड़ा, गोचर, कर्णप्रयाग ,रुद्रप्रयाग, श्रीनगर डेम जलभराव क्षेत्र, सहित अलकनन्दा नदी तटों पर अनेक स्थानों में सर्चिंग दस्ते शवों की तलाश कर रहे है।
जोशीमठ से रुद्रप्रयाग एवं रुद्रप्रयाग से श्रीनगर क्षेत्र में डीप डाइविंग टीम सर्चिंग कर रही है। श्रीनगर क्षेत्र में राफ्ट एवम मोटरबोट की सहायता से सर्चिंग की जा रही है।
टनल में रास्ता बनाया जा रहा है। जहां पर रात दिन रेस्कयू कर सुरंग से मलवा हटा कर रास्ता बनाने का प्रयास किया जा रहा है। यहां पर टनल मे 35 से 40 लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।

जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया घटना पर रेस्क्यू कार्यों की स्वयं मानिटरिंग कर रहे है।
लापता लोगो के बारे जानकारी के लिए जिला प्रशासन ने तपोवन घटना स्थल पर पूछताछ केंद्र भी स्थापित किया है।
वही तपोवन मे रेस्कयू कार्यो मे जुटी पूरी टीम एवं तपोवन पहुंचे लापता लोगो के परिजनों के लिए जिला प्रशासन द्वारा राहत शिविर लगाकर जलपान एवं भोजन की व्यवस्था भी की गई है।

चमोली के सीमांत क्षेत्र मे आपदा से जिन गांवों से सडक संपर्क टूट गया है उन गांवो को फिर जोडने के लिए जिला प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर वैली ब्रिज और ट्राली लगाने का काम तेजी से शुरू कर दिया गया है। इससे क्षेत्र के लोगो को जल्द राहत मिलेगी। नीति वैली मे क्षतिग्रस्त जिओ टावर को भी सुचारू करने से क्षेत्र मे संचार सेवा भी वहाल कर दी गई है।

आपदा के बाद जिला प्रशासन हैलीकॉप्टर से लगातार प्रभावित गांव क्षेत्रों में राशन किट, मेडिकल एवं रोजमर्रा की सामग्री पहुचाने में जुटा है। राशन किट में 5 किलो चावल, 5 किलो आटा, 1 किलो चीनी, दाल, तेल , नमक , मसाले आदि राहत सामग्री बांटी जा रही है।
वही क्षेत्र मे इधर उधर फंसे लोगो को हैलीकॉप्टर को उनके गतंव्य तक भेजा जा रहा है। मंगलवार को जिला प्रशासन ने नीति वैली के 126 फंसे हुए लोगों को हैलीकॉप्टर से रेस्कयू कर उनके गंतव्य तक पहुचाया गया।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आपदा ग्रस्त क्षेत्र में भेजे तीन कैबिनेट मंत्री, हर संभव मदद का आश्वासन
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मंगलवार को सचिवालय में उ.प्र. के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ धर्म सिंह सैनी एवं श्री विजय कश्यप ने भेंट की। उन्होंने जोशीमठ क्षेत्र के रैणी क्षेत्र में आयी आपदा से सम्बन्धित बचाव एवं राहत कार्यों के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री से चर्चा की।
कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि उ.प्र. के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आपदा पीड़ितों की सहायता के लिये हरिद्वार में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। वहां पर ए.डी.एम स्तर के अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। कैबिनेट मंत्री ने मुख्यमंत्री को यह भी अवगत कराया कि मुख्यमंत्री श्री योगी ने उत्तराखण्ड सरकार को इस आपदा के संकट पर सहयोग देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 के काफी संख्या में लोग इस क्षेत्र की विद्युत परियोजनाओं में कार्यरत रहे हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी जिलाधिकारियों को अपने जनपद से इस परियोजना में कार्यरत लोगो की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही उ0प्र0 के लापता लोगों की सूची एवं फोटो राज्य सरकार को प्रेषित कर दी जायेगी।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी का आभार जताते हुए कहा कि इस आपदा में फसे लोगो को राहत पहुचाने के लिये सभी एजेन्सियों का सराहनीय सहयोग मिल रहा है। उन्होंने बताया कि रैणी से लेकर नदी तटों के सभी स्थलों पर भी व्यापक खोजबीन की जा रही है ताकि लापता लोगों का पता लग सके।
उन्होंने कहा कि इस आपदा में हमें केदारनाथ के अनुभवों का भी लाभ मिल रहा है, यदि लोगो की पहचान हो सके तो ठीक है नही तो उनके डीएनए की जांच कर रिकार्ड सुरक्षित रखने के प्रयास किये जा रहे हैं।वही हरियाणा करण उत्तराखंड को 11 करोड रुपए बतौर सहायता दिए हैं



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