Uttarakhand News: दस करोड़ की एमडी ड्रग्स के साथ महिला गिरफ्तार

पुलिस और एसओजी टीम की नशे के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कारवाई
Champawat Crime News- उत्तराखंड के चंपावत में पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने नशा तस्करों के खिलाफ प्रभावशाली एवं संगठित कार्रवाई करते हुए शनिवार को 10 करोड़ से अधिक मूल्य की एमडीएमए ड्रग के साथ एक महिला को गिरफ्तार किया है। महिला के पति और साथी की तलाश जारी है। दोनों मुम्बई में एक मामले में भी वांछित हैं। कुमाऊं की पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) रिद्धिम अग्रवाल ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मुम्बई की ठाणे पुलिस द्वारा पिथौरागढ़ में मादक द्रव्य अधिनियम के तहत की गई कार्रवाई के बाद चंपावत और पिथौरागढ़ पुलिस की ओर से नेपाल सीमा पर तस्करों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई अमल में लाई जा रही थी।
इसी के तहत आज सुबह टनकपुर पुलिस उपाधीक्षक वन्दना वर्मा टनकपुर के पर्यवेक्षण में एसओजी प्रभारी लक्ष्मण सिंह जगवाण एवं थाना प्रभारी सुरेन्द्र सिंह कोरंगा के नेतृत्व में 14 सदस्यीय पुलिस टीम द्वारा नेपाल सीमा के निकट शारदा नहर (गढ़ीगोठ पुल, पम्पापुर) क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान एक महिला ईशा पत्नी राहुल कुमार निवासी ग्राम पम्पापुर, थाना-बनबसा, जनपद-चम्पावत एक पिट्ठू बैग लेकर नहर की ओर भागती नजर आयी। महिला को रोककर बैग की तलाशी ली गई जिसमें से 5.688 किलोग्राम मेथामफेटामाइन (एमडीएमए) ड्रग्स बरामद किया गया। इसे एमडी के नाम से भी जाना जाता है।
आरोपी के विरुद्ध थाना बनबसा में अभियोग पंजीकृत कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है । महिला ने स्वीकार किया कि बरामद एमडीएमए को उसका पति राहुल कुमार व उसका सहयोगी कुनाल कोहली विगत 27 जून को पिथौरागढ़ से लाए थे। दोनों ठाणे (मुम्बई) में पंजीकृत एक अभियोग में वांछित हैं। वह पुलिस की सक्रियता के चलते पति के कहने पर बरामद माल को शारदा नहर में फेंकने जा रही थी। आईजी ने बताया कि एमडीएमए एक सिंथेटिक ड्रग्स है और इसे मौली या एक्स्टसी भी कहा जाता है।
इसका प्रभाव मेथामफेटामाइन जैसे उत्तेजक पदार्थों के समान होता है। यह पश्चिमी देशों में युवाओं के बीच लोकप्रिय है और भारत में भी क्लब संस्कृति में कुलीन वर्ग के बीच इसका उपयोग बढ़ रहा है । अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 10.23 करोड़ रुपए से अधिक आंकी गई है। पुलिस राहुल कुमार व कुनाल कोहली की तलाश में जुट गई है। पुलिस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की भी जाँच कर रही है। इस बीच आईजी ने पुलिस टीम को 20,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया है।
पिथौरागढ़ के तल में तैयार हो रही थी ड्रग्स
मेथामफेटामाइन नाम की सिंथेटिक ड्रग को एमडी नाम से जाना जाता है। इसे पिथौरागढ़ जिले के थल क्षेत्र स्थित अवैध लैब में तैयार कर महानगरों को आपूर्ति की जाती थी। मामले में आरोपित महिला के पति व उसके साथी की तलाश है। पुलिस ड्रग्स के स्रोत व उसके अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को जांच रही है।
पिछले दिनों महाराष्ट्र की ठाणे पुलिस को पिथौरागढ़ जिले में ड्रग्स तैयार होकर मुंबई पहुंचने का लिंक मिला था। 27 जून को ठाणे पुलिस ने पिथौरागढ़ के थल स्थित अवैध लैब को ध्वस्त किया था। तथी से स्थानीय पुलिस व एसओजी सक्रिय थी।

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