उत्तराखंड- पिथौरागढ़ से बागेश्वर लौटी पवित्र छड़ी यात्रा, भव्य स्वागत , Video
Bageswar News: पिथौरागढ़ से छड़ी यात्रा लौटकर बागनाथ नगरी पहुंची। बागेश्वर जिले से शुरू हुई छड़ी यात्रा हरिद्वार पहुँचने के बाद प्रदेश भ्रमण पर है। जूना अखाड़ा द्वारा आयोजित छड़ी यात्रा में गढ़वाल के विभिन्न जिलों से होते हुए यात्रा कुमाऊ मंडल में पहुँची है। वही चार दिन पूर्व यात्रा बागेश्वर पहुँची थी, जिसके बाद पिथौरागढ़ और चंपावत से लौटकर यात्रा बागनाथ मंदिर पहुँची। जहां जूना अखाड़ा के महंत शंकर गिरी महाराज ने छड़ी यात्रा के साधुओं का स्वागत किया। छड़ी यात्रा में पूजा अर्चना के लिए रानीखेत विधायक प्रमोद नैनवाल ने अपनी पत्नी के साथ छड़ी की पूजा अर्चना की, और साधुसंतों का आशीर्वाद लिया।
यात्रा में शामिल लोग शनिवार को यहीं विश्राम करेंगे। रविवार को यात्रा बिनसर महादेव रानीखेत के लिए रवाना होगी। यात्रा में 80 साधु शामिल हैं।
जूना अखाड़ा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत प्रेम गिरी महाराज के नेतृत्व में छड़ी यात्रा का एक नवंबर को हरिद्वार में समापन होगा। जूना अखाड़ा के शिव प्रतिमा के समीप साधुओं ने संगत कार्यक्रम किया।और जूना अखाड़ा और देवों के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल के बारे में भक्तों को जानकारी दी।
महामंडलेश्वर बीरेंद्रनंद गिरी ने कुमाऊं की काशी को महयोगियों की कर्म स्थली बताया, वही आदिगुरु शंकराचार्य, नानतिन महाराज, निमकेरोली महाराज, पायलट बाबा, ऋषि मार्कण्डेय सहित कई तपोऋषियो की तपोस्थली होने के बाद विश्वपटल पर धार्मिक नगरी का अस्तित्व नही हो पाया है। छड़ी यात्रा से ऐसी तीर्थ यात्रा का शुभारंभ होता है जिसे सभी साधु संत नारायण की प्राप्ति करते है। उन्होंने राज्य सरकार और केंद्र सरकार से इसे विश्वविख्यात बनाने में सहयोग की अपील की।
इस दौरान महंत शिव दत्त गिरी, महंत कुश गिरी, पुष्कर राज गिरी, पशुपति गिरी, विश्वम्बर भारती, जूना अखाड़ा के महंत शंकर गिरी महाराज आदि मौजूद रहे।
- बागेश्वर से योगेश सिंह की रिपोर्ट—-
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