उत्तराखंड: राज्य में अगले तीन दिन भारी बारिश का अलर्ट, पढ़िए कब पहुंचेगा मानसून
देहरादून। उत्तराखंड में बदलेगा मौसम का मिजाज, राज्य में अगले तीन दिन यानी 1 जून से 3 जून तक मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के अधिकांश पर्वतीय व मैदानी जनपदों में गरज चमक के साथ भारी बारिश, उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी एवं मैदानी क्षेत्रों में 30 से 40 प्रति किलोमीटर की रफ्तार से झोकेंदार हवाएं चलने की संभावना।
प्रदेश में अगले तीन दिनों में भारी बारिश की सम्भावना बताई गई है। जिसको लेकर मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।
खबर के मुताबिक प्रदेश के मैदानी भागों से लेकर पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश हों सकती है मौसम विभाग के अनुसार राजधानी देहरादून ,बागेश्वर नैनीताल और पिथौरागढ़ ज़िलों में भारी बारिश के साथ आकाशीय बिजली भी गिर सकती है।
पहाड़ों के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ भी गिर सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. रोहित थपलियाल के मुताबिक इन दिनों अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार नम हवाओं का आना जारी है, जिसके चलते उत्तराखंड समेत कई पर्वतीय राज्यों में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। अगले तीन दिनों तक पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश देखने को मिलेगी, जिससे राज्य में पड़ रही भीषण गर्मी से भी निजात मिलेगी।
प्रदेश में 24 जून के आसपास प्रवेश करेगा मानसून..
प्रदेश में मानसून 24 जून के आसपास पहुंच सकता है। सामान्य मानसून एक जून को केरल के रास्ते भारत में प्रवेश करता है। इसके बाद उत्तराखंड पहुंचने में 20 दिन का समय लगता है। सामान्य तौर पर मानसून 21 जून या उसके बाद ही उत्तराखंड पहुंचता है। मौसम विभाग ने केरल में मानसून तीन दिन पिछड़ने की भविष्यवाणी की है। इस लिहाज से देखा जाए तो उत्तराखंड में 24 जून के आसपास मानसून पहुंचने की संभावना है। रोहित थपलियाल ने बताया कि मानसून की आगे बढ़ने की रफ्तार बीच में कम-ज्यादा हो सकती है
मॉनसून के भारत के दक्षिणी राज्यों से जल्द टकराने वाला है। मौसम विभाग (IMD) ने 31 मई को मानूसन के केरल पहुंचने की भविष्यवाणी की है। ताजा पूर्वानुमान में मौसम विभाग ने कहा कि केरल में मानसून के आगमन में 2 दिन की देरी होने की संभावना है और अब 3 जून तक इसकी शुरुआत होने की उम्मीद है। वहीं निजी एजेंसी स्काई मेट ने रविवार को बताया कि मानसून केरल पहुंच चुका है। आम तौर पर ये 1 जून को केरल पहुंचता है। लेकिन, इस बार ये 2 दिन पहले ही आ गया है।
बता दें कि अंडमान-निकोबार द्वीप समूह तक मॉनसून 21 मई को ही पहुंच चुका था। मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने बताया कि केरल में 31 मई के करीब दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के लिए स्थितियां अनुकूल हैं। इसके पांच जून तक गोवा पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद यह धीरे-धीरे उत्तर भारत की तरफ कूच करेगा। एक अनुमान के मुताबिक 12 या 13 जून को इसके बिहार में प्रवेश करने की संभावना लग रही है। बिहार में समान्यत: जून से लेकर सितंबर तक मानसून की बारिश होती है। इस साल सामान्य से अधिक बारिश होने के आसार हैं।
मॉनसून के भारत के दक्षिणी राज्यों से जल्द टकराने वाला है। मौसम विभाग (IMD) ने 31 मई को मानूसन के केरल पहुंचने की भविष्यवाणी की है। ताजा पूर्वानुमान में मौसम विभाग ने कहा कि केरल में मानसून के आगमन में 2 दिन की देरी होने की संभावना है और अब 3 जून तक इसकी शुरुआत होने की उम्मीद है। वहीं निजी एजेंसी स्काई मेट ने रविवार को बताया कि मानसून केरल पहुंच चुका है। आम तौर पर ये 1 जून को केरल पहुंचता है। लेकिन, इस बार ये 2 दिन पहले ही आ गया है।
बता दें कि अंडमान-निकोबार द्वीप समूह तक मॉनसून 21 मई को ही पहुंच चुका था। मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने बताया कि केरल में 31 मई के करीब दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के लिए स्थितियां अनुकूल हैं। इसके पांच जून तक गोवा पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद यह धीरे-धीरे उत्तर भारत की तरफ कूच करेगा। एक अनुमान के मुताबिक 12 या 13 जून को इसके बिहार में प्रवेश करने की संभावना लग रही है। बिहार में समान्यत: जून से लेकर सितंबर तक मानसून की बारिश होती है। इस साल सामान्य से अधिक बारिश होने के आसार हैं।



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