ऋषिकेश: AIIMS में सर्जरी के बाद हालत स्थिर होने पर ब्लैक फंगस का एक मरीज डिस्चार्ज
म्यूकर माइकोसिस
25 मई/अपराह्न 4 बजे
एम्स ऋषिकेश में सर्जरी के बाद हालत स्थिर होने पर म्यूकर माइकोसिस के एक पेशेंट को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। यह मरीज देहरादून निवासी है जिसे बीती 30 अप्रैल को एम्स में भर्ती किया गया था।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में भर्ती म्यूकर माइकोसिस के एक रोगी को सोमवार देर शाम डिस्चार्ज कर दिया गया। गौरतलब है कि देहरादून निवासी कोविड पॉजिटिव 59 वर्षीय पुरुष बीते माह 16 अप्रैल को कोविड संक्रमित हो गया था। एम्स में म्यूकर माइकोसिस ट्रीटमेंट टीम के हेड और ईएनटी सर्जन डाॅ. अमित त्यागी ने बताया कि इस मरीज को डायबिटीज की शिकायत थी और इसकी एक आंख की रोशनी चली गई थी। इसके अलावा मरीज की नाक भी बंद हो चुकी थी। जिसके बाद 30 अप्रैल को परिजन उन्हें गंभीर अवस्था में एम्स की इमरजेंसी में लाए थे।
डाॅ. त्यागी ने बताया कि मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए इसकी सर्जरी भी उसी दिन की गई। मरीज की नाक और ऊपरी जबड़े में संक्रमण पूरी तरह फैल चुका था। इन हालातों में समय पर सर्जरी होने के कारण उसके शरीर के अन्य अंग फंगस की चपेट में आने से बच गए। उन्होंने बताया कि उचित मात्रा में एम्पोटेरेसिन इंजेक्शन देने और अन्य दवाओं की उपलब्धता की वजह से रोगी की हालत में सुधार हुआ, जिसे डिस्चार्ज कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि रोगी की स्थिति अब स्थिर है। सर्जरी करने वाली टीम में डा. अमित त्यागी के अलावा डाॅ. अमित कुमार और डाॅ. भियांराम आदि शामिल थे।
म्यूकोर माईकोसिस के प्रमुख लक्षण
बुखार, सिरदर्द, नाक बंद होना, नाक से गंदा पानी बहना, आंख में सूजन होना, आंखों में दर्द होना, आंख का मूवमेंट कम होना, आंख से कम दिखाई देना और रोगी की देखने की क्षमता का क्षीण होना इसके प्रमुख लक्षण हैं। यह बीमारी उन लोगों में अधिक देखी जा रही है जिन्हें डायबिटीज की समस्या है।
क्या है डॉक्टर की सलाह
चिकित्सकों की सलाह है कि स्टेराॅयड के सेवन से इलाज करने वाले कोविड संक्रमित रोगी अपने शुगर की नियमित जांच करवाएं और शुगर लेवल पर नियंत्रण रखें। लक्षण नजर आने पर बिना देरी किए चिकित्सक से परामर्श लें। बिना चिकित्सीय सलाह के स्टेराॅयड का सेवन कदापि नहीं करें। डाॅ. त्यागी ने बताया कि कोविड पेशेंट को अधिकतम 10 दिनों से ज्यादा स्टेराॅयड का सेवन नहीं करना चाहिए। दवा की ज्यादा डोज बेहद नुकसान दायक है। इसके अलावा कोविड संक्रमित होने पर रोगी को पहलेे 6 हफ्तों के दौरान अपने शुगर लेवल पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है। उन्होंने बताया कि एम्स में भर्ती म्यूकर माइकोसिस के अधिकांश रोगी शुगर की बीमारी से ग्रसित हैं।

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