चंपावत- महिला हिंसा एवं भेदभाव उन्मूलन संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन

चंपावत। अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन एवं दुग्ध दिवस के अवसर पर जिला सभागार में एक दिवसीय महिला हिंसा एवं भेदभाव उन्मूलन संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला कर्मियों, उद्यमियों, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं, स्कूलों की बालिकाओं को सम्मानित किया गया। कार्यशाला में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा की बाल विवाह, घरेलू हिंसा, यौन हिंसा, दहेज उत्पीड़न आदि के रोकथाम हेतु महिलाओं को सजग होना ही होगा तथा महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति सजग रहकर डटकर मुकाबला करना होगा। उन्होंने कहा कि अकेला व्यक्ति भी समाज में बदलाव ला सकता है इसलिए जो महिलाएं बदलाव लाना चाहती है वह महिला स्वयं से बदलाव की शुरुआत करें।
पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पिंचा ने कहा की सभी को अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए विभीन प्रकार की महिला हिंसाओ को रोकना होगा और सभी को जागरूक करना होगा। कहा कि आज साइबर अपराध भी बड़ रहे जिसे रोकने के लिए भी महिलाओं को चुप्पी तोड़कर आगे आकर पुलिस को बताना होगा और पुलिस के टोल फ्री नंबर 1090, 112 पर जानकारी दें।
कार्यशाला में जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेंद्र सिंह बिष्ट द्वारा कार्यशाला के उद्देश्यों के बारे में जानकारी देते हुए जनपद में महिला कल्याण हेतु संचालित कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी।
वन स्टॉप सेंटर से आई रितु सिंह द्वारा वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से महिलाओं को दी जाने वाली आवश्यक सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने महिला व पुरुष की काउंसलिंग के माध्यम से कराए जाने वाले समझौते के बारे में, चिकित्सा व्यवस्था, विधि सहायता, भरण पोषण, दावा आदि की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वन स्टॉप सेंटर में पीड़ित महिला 5 दिन तक रुक सकती है।
जिलाधिकारी ने वन स्टॉप सेंटर प्रभारी को निर्देश दिए कि गांव गांव जाकर सखी वन स्टॉप सेंटर के बारे में महिलाओं को जानकारी दें, जिससे हिंसा पीड़ित महिलाओं को त्वरित सहायता मिल सकेगी।
एसीएमओ श्वेता खर्कवाल ने स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम, पीसीपीएनडीटी के प्रावधानों के बारे में जानकारी दी।
जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष सुधीर शाह द्वारा अवगत कराया कि बाल कल्याण समिति 18 वर्ष से कम उम्र के बालक बालिकाओं के संरक्षण का कार्य करती है।
पुलिस विभाग से आई उपनिरीक्षक मीनाक्षी नौटियाल द्वारा महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराध के बारे में जानकारी दी। उन्होंने महिला हिंसा, यौन उत्पीड़न, साइबर अपराध, घरेलू हिंसा, मानव तस्करी, दहेज उत्पीड़न आदि के बारे में जानकारी दी और महिलाओं को इनसे बचने के उपाय भी बताएं।
कार्यशाला में भारत को दुनिया का सर्वाधिक दुग्ध उत्पादक देश बनाने के लिए श्वेत क्रांति लाने वाले वर्गीज कुरियन के जन्मदिन को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम में आंचल पशु खनिज मिश्रण योजना, आंचल महिला दुग्ध उत्पादक निर्मल योजना, आंचल नवीन दुग्ध उत्पादक स्वागत योजना, आंचल हेलो शिकायत समस्या सुझाव समाधान योजना के बारे में बताया गया। इस अवसर पर 27 महिला दुग्ध उत्पादकों को क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी जेके सक्सेना, एपीडी विमी जोशी, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री आदि मौजूद रहे।



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