देहरादून: बादल फटने की घटना में अब तक 10 लोगों की मौत , रेस्क्यू ऑपरेशन जारी , ग्राउंड जीरो पर मुख्यमंत्री धामी
आपदा प्रभावित क्षेत्रों का सुबह से निरीक्षण कर रहे हैं मुख्यमंत्री
राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में देर रात बादल फटने की भयावह घटना ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। शहर के प्रेमनगर, सहस्रधारा और नया गांव क्षेत्रों में भारी तबाही मची है। इस आपदा में अब तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ और मलबे के चलते कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। प्रशासन और राहत एजेंसियां युद्धस्तर पर बचाव कार्यों में जुटी हैं।
सबसे ज्यादा तबाही प्रेमनगर क्षेत्र में –
प्रेमनगर थाना क्षेत्र में टॉस नदी में खनन का कार्य कर रहे मजदूर अचानक आई बाढ़ की चपेट में आ गए। जानकारी के अनुसार, 10 मजदूर ट्रॉली पर सवार होकर नदी पार कर रहे थे, तभी तेज बहाव ने ट्रॉली को बहा दिया। मजदूर नदी के बीच फंसे हुए थे और किनारे खड़े लोगों से मदद की गुहार लगा रहे थे, लेकिन बहाव इतना तेज था कि उन्हें बचाया नहीं जा सका। घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें मजदूरों की बेबसी और तेज बहाव की भयावहता साफ दिखाई दे रही है। 6 शव प्रेमनगर अस्पताल लाए गए हैं, जो परवल क्षेत्र से बरामद किए गए। 3 शव सहस्रधारा से बहकर कोरोनेशन अस्पताल लाए गए। 1 व्यक्ति की मौत नया गांव क्षेत्र में हुई है। फिलहाल मृतकों की पहचान की जा रही है।
एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और फायर सर्विस की टीमें लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। नदी में बहे अन्य लोगों की तलाश जारी है। तेज बारिश के कारण राहत कार्यों में भी कठिनाई आ रही है, लेकिन प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून समेत चमोली, चंपावत, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर और नैनीताल के कुछ इलाकों में तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। 21 सितंबर तक प्रदेश में भारी बारिश के दौर की आशंका जताई गई है।
उधर, देहरादून के प्रेमनगर क्षेत्र स्थित नंदा की चौकी में स्थित देवभूमि इंस्टीट्यूट परिसर में भारी बारिश के कारण जलभराव की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई। इस दौरान परिसर में लगभग 200 छात्र-छात्राओं के फंसे होने की सूचना राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) को प्राप्त हुई।
सूचना मिलते ही SDRF वाहिनी मुख्यालय, देहरादून से एक रेस्क्यू टीम तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना की गई। टीम ने मौके पर पहुंचकर तेजी और सूझबूझ के साथ राहत व बचाव कार्य शुरू किया। जलभराव के बीच कठिन परिस्थितियों में कार्य करते हुए, SDRF टीम ने सभी 200 छात्रों को सुरक्षित बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
यह रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी तरह सफलतापूर्वक संपन्न किया गया, जिसमें SDRF की तत्परता और समर्पण स्पष्ट रूप से देखने को मिला।
ग्राउंड पर उतरे मुख्यमंत्री –
मुख्यमंत्री धामी देहरादून जनपद के प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी प्रभावित परिवार को असुविधा न हो और राहत सामग्री, सुरक्षित ठहराव, भोजन, पानी एवं स्वास्थ्य सुविधाएं तुरंत उपलब्ध कराई जाएं। कहा कि प्रदेश सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है।
पीएम मोदी और गृहमंत्री शाह ने ली आपदा की जानकारी –
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दूरभाष पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से देहरादून में आई आपदा की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने प्रदेश को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया और कहा कि केंद्र सरकार आपदा की इस घड़ी में राज्य के साथ मजबूती से खड़ी है।
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