हल्द्वानी: नाम के प्रताप से अजामिल को मिला बैकुंठधाम- अवधेश मिश्र किंकर

हल्द्वानी। प्रभु के नाम की महिमा अपरंपार है श्री हरिनारायण का नाम जपने वाला कलिकाल के समस्त दुष्प्रभावों से मुक्त हो जाता है नाम के प्रभाव के कारण ही दुष्ट आत्मा वाला अजामिल भी बैकुंठ धाम को प्राप्त हुआ यह उद्गार आज यहां श्री रामलीला मैदान में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के दौरान नाम की महिमा पर प्रकाश डालते हुए कथावाचक अवधेश मिश्र किंकर ने व्यक्त किए।
मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वाधान में तथा मुख्य आयोजक महात्मा सत्यबोधानंद के मार्गदर्शन में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में भक्तों में गजब का श्रद्धा और उल्लास दिखाई दे रहा है हल्द्वानी के अलावा विभिन्न स्थानों के भक्त जन श्रीमद् भागवत कथा का अमृतपान कर अपने जीवन को धन्य बना रहे हैं श्रीमद् भागवत कथा में उत्तराखंड के अलावा अनेक तीर्थ स्थानों के संत महात्माओं के पधारने से श्रीमद् भागवत कथा का आभामंडल देखते ही बन रहा है आज के दिन कथावाचक द्वारा मनु शतरूपा की पुत्री से देवहूति से महर्षि कर्दम का विवाह महर्षि कपिल कपिल द्वारा माता देवहूति को आत्म तत्व का ज्ञान प्रदान कराने जैसी सुंदर कथा का वर्णन किया गया।

इस दौरान कथावाचक ने कहा कि प्रभु का नाम सुमिरन करना अत्यंत कल्याणकारी है है जो संतों की कृपा से प्राप्त होता है उन्होंने कहा कि अजामिल को संत जनों द्वारा नारायण नाम जपने का आदेश दिया गया उस नारायण नारायण को जपते जपते अजामिल नरक की बजाय बैकुंठ धाम का स्थान प्राप्त किया उन्होंने कहा कि नाम के प्रभाव से ही रत्नाकर डाकू महर्षि वाल्मीकि बन गए और अंगुलिमाल जैसा दुर्दांत दस्यु महान धर्म प्रचारक बना।
उन्होंने कहा कि उसी नाम का वास्तविक ज्ञान कराने के लिए सद्गुरुदेव सतपाल महाराज जी के अनुभवी शिष्य संत महात्माओं द्वारा मानव धर्म का प्रचार प्रसार किया जा रहा है।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य आयोजक महात्मा सत्यबोधानंद ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा को एकाग्र चित्त होकर सुनना चाहिए और अपने इष्ट आराध्य पर पूरी तरह से श्रद्धा और निष्ठा रखनी चाहिए उन्होंने कहा कि कथा सुनने के दौरान हमारे मन में किसी प्रकार का भ्रम उत्पन्न हो गया तो फिर कथा व्यक्ति के लिए व्यथा बन जाती है।
आज इस अवसर पर महात्मा प्रचारिका बाई , मानसानंद ,आलोकानंद , प्रभाकरानंद ,हेमंती बाई, सुमन बहन के अलावा मुख्य यजमान घनश्याम रस्तोगी ,दिव्या रस्तोगी ,नरेश रस्तोगी ,संजय पांडे , मीडिया प्रभारी अजय उप्रेती ,चंपा ,किरण, श्वेता, ज्वाला दत्त ,मोहन चंद्र ,भगवान दास वर्मा ,कन्हैया सिंह ,महेश पांडे समेत अनेकों भक्तजन मौजूद रहे।
इधर कार्यक्रम के मुख्य आयोजक महात्मा सत्यबोधानंद जी ने बताया कि 6 नवंबर को 1:00 बजे से विशाल भंडारे का आयोजन होगा उन्होंने समस्त क्षेत्रवासियों से श्रीमद् भागवत कथा के भंडारे पहुंचकर प्रसाद ग्रहण करने की अपील की है।


सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
हमारे व्हाट्सएप समाचार ग्रुप से जुड़ें
फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ को लाइक करें
टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें
हमारे इस नंबर 9927164214 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें