उत्तराखंड – खेल नीति में आउट ऑफ टर्न जॉब का शासनादेश जारी
आउट ऑफ टर्न जॉब’ से प्रदेश के खिलाड़ियो को होगा फायदा,बच्चो में बढ़ेगी खेल के प्रति रुचि-रेखा आर्या
“मेडल लाओ, नौकरी पाओ” राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पदक जीतने वाले स्थानीय खिलाड़ियों को उत्तराखंड में मिलेगी नौकरी।
Dehradun News: राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर
पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को अब उत्तराखंड सरकार में ‘आउट ऑफ टर्न जॉब’ देने का रास्ता साफ हो गया है
‘आउट ऑफ़ टर्म जॉब’ को कैबिनेट में मंजूरी मिलने के बाद उसका जीओ जारी कर दिया गया
खेल उत्तराखंड की खेल नीति में ‘आउट ऑफ टर्म जॉब’ लागू होने के बाद न केवल युवा खिलाड़ी प्रोत्साहित होंगे अपितु राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश और राज्य का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को भी सरकारी नौकरी मिल पाएगी
इस नीति में बैडमिंटन क्रिकेट को को सहित कल 32 खेलों को शामिल किया गया है
आउट का टर्म जॉब में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी खिलाड़ियों का चयन करेगी
आउट ऑफ टर्न जॉब का जिओ जारी होने पर खेल मंत्री रेखा आर्या ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताया।
खेल मंत्री ने कहा कि आज यह बेहद खुशी का विषय है कि पूर्व की कैबिनेट बैठक में आउट ऑफ टर्न जॉब को मंजूरी मिली थी जिसका की जिओ जारी होने शेष था जो कि आज जारी हो गया है।
उन्होंने कहा कि निश्चित ही राज्य के ऐसे खिलाड़ी जो रास्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पदक ला रहे हैं उन्हें आउट ऑफ टर्न जॉब के माध्यम से नौकरी मिलेगी।
कहा कि राज्य सरकार लगातार खेल को बढ़ावा देने व खिलाड़ियो को प्रोत्साहन के लिए काम कर रही है।हमारी कोशिश है कि हम खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम करे।
खेल और खिलाड़ियो के हितों के लिए कई निर्णय लिए जा रहे है।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने जानकारी देते हुए बताया कि खेल नीति, 2021 के अन्तर्गत, अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय खेलों में पदक विजेता खिलाड़ियों को उत्तराखण्ड में राजपत्रित/ अराजपत्रित पदों पर आउट ऑफ टर्न सेवायोजन प्रदान किये जाने के सम्बन्ध में निर्णय लिया गया था जिसका की सरकार द्वारा सहर्ष स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है।
आपको बता दें कि वर्तमान में उत्तराखण्ड राज्य के खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न सेवायोजन की अभी तक कोई व्यवस्था निर्धारित नहीं थी, जबकि वर्तमान में कई राज्यों द्वारा खिलाड़ियों को विभिन्न प्रतियोगिताओं में पदक जीतने पर सीधे सेवायोजित किया जा रहा है।
जिसके फलस्वरूप उत्तराखण्ड के प्रतिभावान खिलाड़ी, जिन्होने पूर्व में पदक प्राप्त किये है अथवा वर्तमान में पदक प्राप्त कर रहे है व अपना भविष्य सुरक्षित करने के लिये अन्य राज्यों में सेवायोजन प्राप्त कर रहे है और उन्हीं राज्य का विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिनिधित्व भी कर रहे है। जिसके कारण उत्तराखण्ड राज्य खेल प्रतिभाओं के होने के बावजूद, अन्य राज्यों से पिछड़ गया था।
मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि हमारी सरकार ने पूर्व में खेल नीति लागू की थी जिसके तहत खेल और खिलाड़ियो के हितों के लिए कई निर्णय लिए जा रहे है।
उन्होंने कहा कि आज यह बड़े ही हर्ष का विषय है कि खेल नीति-2021 के तहत आज हमारे उत्कृष्ठ खिलाड़ियों के लिए “आउट ऑफ टर्न” जॉब की व्यवस्था कर दी गई है।
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