देवीधुरा मेला: जिलाधिकारी ने व्यवस्थाओं को बताया मुख्यमंत्री की प्राथमिकता, तैयारी में कोई ढिलाई नहीं

मेला क्षेत्र में पॉलीथीन और थर्माकोल पूरी तरह प्रतिबंधित, उल्लंघन पर होगी कार्रवाई
चम्पावत। उत्तराखंड के प्रसिद्ध शक्ति पीठ माँ बाराही धाम, देवीधुरा में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला पारंपरिक एवं ऐतिहासिक मेला इस वर्ष 05 अगस्त से 16 अगस्त 2025 तक सम्पन्न होगा। मुख्य आयोजन ‘बग्वाल’ 09 अगस्त को पारंपरिक रीति से संपन्न किया जाएगा।
मेला आयोजन को लेकर मंगलवार को देवीधुरा में एक बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी मनीष कुमार ने की। बैठक में मेला समिति के पदाधिकारी, विभिन्न जिला स्तरीय विभागीय अधिकारी, व्यापार मंडल प्रतिनिधि एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने भाग लिया।
बैठक में मेले की तैयारियों संबंधी यातायात प्रबंधन, सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, स्वच्छता, पेयजल, विद्युत आपूर्ति, ठहराव, आपदा प्रबंधन आदि विषयों पर गहन चर्चा की गई।
जिलाधिकारी ने कहा कि शक्ति पीठ माँ बाराही धाम धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक परंपरा और लोक मान्यता का केंद्र है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा इस पावन धाम की व्यवस्थाओं को लेकर विशेष निर्देश प्राप्त हैं, अतः प्रत्येक विभाग श्रद्धा और संवेदनशीलता के साथ कार्य सुनिश्चित करे।
इस वर्ष मेला क्षेत्र को 5 सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा, ताकि प्रत्येक सेक्टर में सुरक्षा, पार्किंग, साफ-सफाई व भीड़ नियंत्रण की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित हो सके। जर्जर भवनों की पहचान कर, उनकी छतों पर श्रद्धालुओं के चढ़ने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
मेले में लगने वाली दुकानों का सत्यापन मेला शुरू होने से दो सप्ताह पूर्व प्रारंभ किया जाएगा। हर दुकान पर प्रोपराइटर ( मालिक) का नाम स्पष्ट रूप से अंकित करना अनिवार्य होगा व दुकानें नालियों के उपर ना बने सुनिश्चित किया जाएगा व उलंघन करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
पॉलीथीन और थर्माकोल से बनी वस्तुओं के प्रयोग और भंडारण पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मेले में दोपहिया वाहनों का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा, जिससे पैदल श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम मार्ग मिल सके।
जिलाधिकारी ने क्राउड मैनेजमेंट, कंट्रोल रूम की स्थापना, चिकित्सा इकाइयों की तैनाती, अग्निशमन इकाई, जलापूर्ति, बैरिकेडिंग, सफाई कर्मचारियों की व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था, सीसीटीवी निगरानी, आदि सभी व्यवस्थाओं को माइक्रो प्लानिंग के माध्यम से समय से पहले क्रियान्वित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने पर्यटन विभाग व खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि बग्वाल क्षेत्र का 3D मैप तैयार कर सभी व्यवस्थाओं को साइट प्लान आधारित ढंग से सुनिश्चित किया जाए।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि देवीधुरा मेला केवल प्रशासनिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि श्रद्धा से जुड़ा आयोजन है, अतः हर अधिकारी इसे सेवा और आस्था के रूप में लें और अपने कर्तव्यों का पूर्ण समर्पण के साथ निर्वहन करें, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और शक्ति पीठ की गरिमा अक्षुण्ण बनी रहे।
पुलिस अधीक्षक अजय गणपति ने कहा कि देवीधुरा मेले की सुरक्षा एवं अनुशासन सुनिश्चित करना पुलिस विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में महिला श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु महिला पुलिस बल की समुचित तैनाती की जाएगी। साथ ही, रोड साइड पार्किंग व्यवस्था को सुव्यवस्थित करते हुए यातायात को सुगम बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि मंदिर परिसर व मेला क्षेत्र में नशा, मांसाहार (मीट) तथा अन्य किसी भी प्रकार की अराजक गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक ने आश्वस्त किया कि पूरे मेला आयोजन के दौरान पुलिस विभाग पूर्ण रूप से सजग, सतर्क एवं समर्पित भाव से कार्य करेगा, ताकि श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित, शांतिपूर्ण और श्रद्धायुक्त वातावरण प्राप्त हो।
बैठक में उप जिलाधिकारी पाटी नितेश डागर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ देवेश चौहान, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत कमलेश बिष्ट, मुख्य शिक्षा अधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट, माँ बाराही मंदिर समिति के पदाधिकारी लक्ष्मण लमगड़िया, मोहन बिष्ट, चेतक बिष्ट, खीम सिंह लमगड़िया, कीर्ति वल्लभ जोशी सहित समस्त संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
हमारे व्हाट्सएप समाचार ग्रुप से जुड़ें
फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ को लाइक करें
टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें
हमारे इस नंबर 9927164214 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें