देहरादून – डीजीपी ने तीन पुलिसकर्मी किए सस्पेंड, जानिए पूरा मामला
Dehradun News- उत्तराखंड के डीजीपी दीपम सेठ ने कड़ा एक्शन लेते हुए देहरादून डकैती प्रकरण में संलिप्त तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है और विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।
डीजीपी दीपम सेठ ने इस मामले पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाते हुए स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कानून सबके लिए एक समान है, कानून से ऊपर कोई नहीं है, फिर चाहे वह व्यक्ति कोई भी हो, चाहें वर्दीधारी हो,जो भी अपराध में संलिप्त होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।
डीजीपी दीपम सेठ
देहरादून के प्रेमनगर क्षेत्र में हुई डकैती मामले में अब तक कुल 9 अभियुक्त गिरफ्तार किया जा चुके हैं , जिनमें तीन पुलिसकर्मी सहित 7 अभियुक्त पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुके थे ,जबकि संलिप्त 2 और अभियुक्त लूट की रकम एवं फर्जी डॉलर के साथ देहरादून पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पूर्व में गिरफ्तार सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। वहीं घटना में शामिल तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया और विभागीय कार्यवाही के भी आदेश दिए गए।
आपको बता दें कि आदर्श ग्राम, ऋषिकेश निवासी यशपाल सिंह असवाल ने थाना प्रेमनगर पुलिस को तहरीर देकर बताया कि वह वह प्रोपर्टी डीलर है। कुछ समय पहले उनकी मुलाकात चमोली निवासी कुंदन नेगी से हुई थी। कुंदन नेगी ने उन्हें बताया कि उसके जानकार राजेश रावत, राजेश चौहान और राजकुमार चौहान के पास लगभग 20 हजार डॉलर हैं, जिन्हें वे काफी कम दाम में बदलवाना चाह रहे हैं।
कुंदन नेगी ने यशपाल सिंह असवाल विश्वास में लेते हुए 20 हजार डॉलर का सौदा लगभग आठ लाख रुपये में तय करा दिया। 31 जनवरी 2025 को कुंदन नेगी के कहने पर वह डॉलर लेने 7.50 लाख रुपये लेकर बालाजी मंदिर, झाझरा के पास पहुंचे, जहां उन्हें राजेश रावत, राजेश चौहान, राजकुमार चौहान और दो अन्य लोग मिले। सौदा होने के बाद अचानक वहां दो व्यक्ति आ गए। उनमें से एक ने पुलिस की वर्दी पहनी थी। इस दौरान सभी लोगों ने मिलकर उसे डराया धमकाया और उनके पास रखे रुपये और डॉलर का बैग छीन लिया और उसके साथ मारपीट और गाली गलौच कर वहां से भगा दिया। इस बीच आरोपियो ने उन्हें 2.5 लाख रुपये वापस कर दिए।
यशपाल सिंह की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर थानाध्यक्ष प्रेमनगर गिरीश नेगी ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से जानकारियां एकत्रित की तो घटना में 3 पुलिसकर्मियों की संलिप्तता सामने आई। आरोपी पुलिसकर्मियों की पहचान आइआरबी द्वितीय झाझरा, प्रेमनगर में तैनात जलालपुर, पोस्ट टोडा, कल्याणपुर, थाना रुड़की, हरिद्वार निवासी अब्दुल रहमान, डोबरी थाना-सहसपुर निवासी सालम, थाना प्रेमनगर में तैनात नैहनपुर लक्सर हरिद्वार निवासी इकरार के रूप में हुई। जबकि अन्य आरोपियों में जोटाड़ी पोस्ट टीकोची थाना मोरी, उत्तरकाशी निवासी राजकुमार, माकुड़ी, पोस्ट टिकोची, थाना मोरी, उत्तरकाशी निवासी राजेश रावत, नंदा नगर, चमोली निवासी कुंदन सिंह नेगी और कांडा तहसील अरहाल थाना रोहड़ू जिला शिमला निवासी राजेश कुमार चौहान शामिल हैं। आरोपियों के पास से 2.30 लाख रुपये नकद और 500 डॉलर बरामद किए गए।
वहीं, डीजीपी उत्तराखंड दीपम सेठ ने बताया कि देहरादून के प्रेमनगर क्षेत्र में हुई डकैती कांड में 3 पुलिसकर्मियों सहित 9 आरोपियों की संलिप्तता सामने आने के बाद पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए सभी 9 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनसे लूटी गई नगदी और फर्जी डॉलरों की भी बरामदगी की गई है। यह वारदात सस्ते डॉलर देने के झांसे में फंसाकर लूटपाट करने की सुनियोजित साजिश थी।
डीजीपी दीपम सेठ ने इस मामले पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाते हुए स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कानून सबके लिए एक समान है, कानून से ऊपर कोई नहीं है, फिर चाहे वह व्यक्ति कोई भी हो, चाहें वर्दीधारी हो, जो भी अपराध में संलिप्त होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने तीनों दोषी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है तथा दोषी पुलिस कर्मियों की गतिविधियों के संबंध में थाना और सर्किल स्तर के अधिकारियों के शिथिल पर्यवेक्षण की भी जाँच कराए जाने के निर्देश दिए हैं।
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