हल्द्वानी: चर्चित रंगदारी प्रकरण में दो महिलाओं समेत पांच गिरफ्तार, पढ़िए सनसनीखेज खुलासा
:सितारगंज जेल से आया था 50 लाख की रंगदारी का फोन- पढ़िए सनसनीखेज खुलासा
:जेल से मांगी गई थी हल्द्वानी की महिला कारोबारी से 50 लाख की रंगदारी ,दो महिलाओं समेत पांच गिरफ्तार
हल्द्वानी (दीपक भंडारी)। शहर के चर्चित रंगदारी प्रकरण का शुक्रवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। शहर के जयगुरु ज्वैलर्स की मालकिन से 50 लाख की रंगदारी मांगी गई थी और अपराधियों ने धमकाया था कि रंगदारी न देने पर बच्चों से हाथ धोना पड़ेगा। रंगदारी का यह फोन सितारगंज जेल से आया था। इसका जब पुलिस ने खुलासा किया तो सभी भौंचक रह गए। पुलिस के अनुसार फोन करने वाला एक सजायाफ्ता अपराधी है। जो सितारगंज जेल में अजीवन कारावास की सजा भोग रहा है। पुलिस ने मामले में पांच लोगों को हिरासत में लिया है। जिसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। और उन्हीं महिलाओं ने जेल के अंदर मोबाइल व सिम
कार्ड पहुंचाया था। फिलहाल राहुल जेल में है। और पुलिस उसे रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है।
बीती एक फरवरी को शहर के जयगुरु ज्वैलर्स की मालिक रीता खंडेलवाल के पास एक अंजान नबंर से फोन आता है फोन करने वाला खुद को दल्लू बताता है। और कहता है कि उसे 50 लाख रुपये चाहिए और अगर उसे यह रकम नहीं मिली तो रीता के बच्चों को जान से मार देगा। मामला कोतवाली तक पहुंचा तो शहर में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और मामले की जांच में जुट गई। सबसे पहले उस नबंर को ट्रेस किया गया
जिसके जरिए रंगदारी का फोन आया था। पता लगा यह नंबर रुद्रपुर में मोजे की दुकान लगाने वाले दुर्गाप्रसाद के नाम पर दर्ज है। लेकिन दुर्गा प्रसाद ने इस नंबर का कभी इस्तेमाल ही नहीं किया था। जांच आगे बढ़ी तोदुर्गा प्रसाद के बगल में ही छतरी लगाकर सिम बेचने वाले महेन्द्र गंगवार और नरेन्द्र गंगवार पुलिस के रडार पर आ गए। इन दोनों से कड़ी से पूछताछ की गई तो सारा मामला खुलकर बाहर आ गया। इन दोनों ने ही धोखे से दुर्गा प्रसाद की आईडी हासिल की और एक फर्जी सिम निकाल लिया। पड़ताल में सामने आया कि सितारगंज जेल में बंद राहुल राठौर पुत्र श्याम चरण राठौर निवासी खेड़ा रूद्रपुर ने इस पूरे षड़यत्र को अंजाम दिया था। हुआ यह था कि जयगुरु ज्वैलर्स की ओर से ज्वैलर्स के स्वामी स्व. पंकज खंडेलवाल की बरसी का विज्ञापन अखबार में प्रकाशित कराया था। इस विज्ञापन में पंकज खंडेलवाल की पत्नी रीता खंडेवाल का मोबाइल नंबर था। पार्टी मोटी थी और यह कामयाब होते तो शायद पैसे भी मिल जाते। फिलहाल राहुल से जेल में मिलाई करने के लिए अक्सर काठगोदाम दमुवाढूंगा निवासी अंकिता पत्नी धीरेन्द्र व आगरा
उत्तरप्रदेश निवासी अंजलि उर्फ अंजू पत्नी अजय रस्तोगी जेल आते थे। राहुल ने इन दोनों को मोबाइल व सिम का जुगाड़ करने के लिए कहा और कहा कि इस काम में दीपक की मदद ले जो राहुल का भाई है। दीपक ने सिम बेचने वाले नरेन्द्र और महेन्द्र से सिम लिया और एक मोबाइल खरीदकर अंकिता व अंजलि के सुपुर्द कर दिया। इस दोनों महिलाओं ने खाने पीने के सामान के साथ चुपचाप मोबाइल और सिम राहुल तक पहुंचा दिया। जिसके बाद राहुल ने रीता खंडेवाल से रंगदारी की मांग की। आज एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने मामले का खुलासा कर दिया। पुलिस ने दो महिलाओं समेत पांच आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर न्यायालय में पेश करने की तैयारी कर रही है। इस कांड में मास्टरमाइंड राहुल राठौर को रिमांड पर लेने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
सफलता मिलने वाली पुलिस टीम में कोतवाल संजय कुमार, एसओजी प्रभारी मनोज रतूडी, एसआई मंगल सिंह, एसआई
द्वितीय प्रकाश मेहरा, एसआई कैलाश नेगी, एसआई दिलवर भंडारी, कास्टेबल कुंदन कठायत, उमेश पंत, बंशीधर जोशी, वीरेन्द्र चैहान, इसरार अहमद,
कास्टेबल एसओजी जितेन्द्र कुमार, गिरीश भट्ट व सर्विलांस से किशन चन्द्र शर्मा शामिल रहे।
रजिंश भुनाने के लिए लिया दल्लू का नाम
राहुल ने जब रंगदारी की मांग की थी तब उसने रीता खंडेलवाल को अपना नाम नहीं बताया था। उसने रीता से कहा था कि वह दल्लू बोल रहा है। दरअसल दल्लू और राहुल एक ही जेल में बंद हैं। बताया जाता है कि दोनों के बीच पुरानी रंजिश है। इस रंजिश के चलते दोनों में अक्सर विवाद होते रहते हैं राहुल ने एक तीर से दो शिकार करने की कोशिश की। उसने फोन पर दल्लू का नाम लिया। लेकिन इसमें सफल नहीं हुआ। न दल्लू फंसा, न 50 लाख हाथ आए।
उल्टा राहुल और दलदल में धंस गया।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
हमारे व्हाट्सएप समाचार ग्रुप से जुड़ें
फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ को लाइक करें
टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें
हमारे इस नंबर 9927164214 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें