देवदूत बने पुलिस-एसडीआरएफ के जवान ,आधी रात में 14 गौला श्रमिकों का सफल रेस्क्यू
देवदूत बने पुलिस व एसडीआरएफ के जवान ,14 श्रमिकों का रेस्क्यू कर बचाई जान
रिपोर्ट-मनोज जोशी
हल्द्वानी/लालकुआं। वैश्विक महामारी कोविड-19 के इस दौर में पुलिसकर्मी जहां कोरोना योद्धा बनकर 24 घंटे आम आदमी की सुरक्षा में तैनात है वहीं पुलिस व एसडीआर की संयुक्त टीम ने रात के अंधेरे में गौला नदी की उफनाई लहरों के बीच फंसे 14 बलिया- बिहार के श्रमिकों की जिंदगी बचाकर मानवता की मिसाल पेश की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार की दोपहर से पर्वतीय क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश के चलते देर सांय गौला नदी में अचानक पानी आ गया, आनन-फानन में श्रमिक जान बचाकर भागे इसी बीच नदी की लहरों में निकासी गेट राजपुरा में 1 श्रमिक तथा लालकुआं निकासी गेट में 13 श्रमिक फंस गये थे।
राजपुरा गेट में फंसे श्रमिक बिहार के मोतिहारी निवासी राजेंद्र यादव को पुलिस प्रशासन , एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
इधर लालकुआं गेट के रावतनगर क्षेत्र में यूपी बलिया के सतन राम पुत्र मुनिका राम , चंदन कुमार पुत्र रामविलास प्रसाद, दिलीप कुमार पुत्र दशरथ राजभर , मुन्ना राम पुत्र रमाकांत , चंदन कुमार पुत्र राजेंद्र राम ,राज कुमार पुत्र राम राज , नवल किशोर पुत्र श्री मुखा, प्रकाश पुत्र सुदर्शन ठेकेदार , भूरा पुत्र तिलकधारी बिजली पुत्र वीर बहादुर ,जितेंद्र पुत्र श्री दुखी, देव कुमार पुत्र गिरजा राम समेत दो अन्य कुल 13 श्रमिक नदी के बीच में लहरों में फंस गए , यह सभी श्रमिक गौलानदी में बनाए झालों में खाना खाकर सो रहे थे।
अचानक गौलानदी का उफान आने से श्रमिकों में हड़कंप मच गया और चीख पुकार मचाकर जोर जोर से बचाव के लिए चिल्लाने लगे , श्रमिकों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण इकट्ठा हुए
श्रमिकों को स्थानीय ग्रामीणों द्वारा काफी देर तक निकालने का प्रयास किया गया लेकिन जल स्तर बढ़ने के कारण असफल हो गए।
ग्रामीणों ने मामले की सूचना कोतवाली पुलिस को दी, सूचना पर कोतवाल सुधीर कुमार के नेतृत्व में एसडीआरएफ के साथ टीम मौके पर पहुंचीं
रात के अंधेरे में करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस व एसडीआरएफ के जवानों ने अपनी जान में खेलकर लहरों के बीच से सभी 13 श्रमिकों को देर रात 1:00 सुरक्षित बाहर निकाला। रेस्क्यू टीम में कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार , वरिष्ठ उप निरीक्षक प्रेम राम विश्वकर्मा , उप निरीक्षक राकेश कठायत , कांस्टेबल पूरन कांबोज , केशव बोरा , रमेश , राजेश के अलावा एसडीआरएफ के जवान मौजूद रहे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल सुनील कुमार मीणा , उप जिलाधिकारी हल्द्वानी विवेक राय , पुलिस क्षेत्राधिकारी शांतनु पाराशर के दिशा निर्देशन में पुलिस व एसडीआरएफ की टीम द्वारा किए गए सराहनीय कार्य की चौतरफा प्रशंसा हो रही है।
इधर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा ने एसडीआरएफ की टीम की हौसला अफजाई करते हुए 2500 रुपये इनाम देने की घोषणा की है।
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