उत्तराखंड: हाथों की मेहंदी उतरी भी नहीं थी , कोरोना संक्रमण से उजड़ गया सुहाग
चंपावत। उत्तराखंड के चंपावत जनपद से बेहद दुखद खबर, कोरोना ने मात्र 2 सप्ताह में ही छीन लिया सुहाग।
जिले में कोरोना से एक शिक्षक की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि शिक्षक की शादी हुए केवल दो सप्ताह बीते थे। दो सप्ताह बाद ही दुल्हन विधवा हो गई। जवान बेटे की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। शिक्षक ने खटीमा के एक निजी अस्पताल में दमा तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि चंपावत जिले ब्लॉक स्याला गांव निवासी बुंगाख्याली राजकीय प्राथमिक स्कूल के 26 वर्षीय शिक्षक रूप लाल विश्वकर्मा पुत्र बची राम की बरात विगत 24 अप्रैल को खटीमा गई थी।शादी से घर लौटने के के बाद उन्हें कुछ दिक्कत आयी तो उन्होंने कोरोना टेस्ट कराया। शादी के तीन दिन बाद उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव निकली।
इसके बाद कुछ दिनों तक गांव मेें ही उसे होम आइसोलेशन में रखा गया। लेकिन इस बीच उसकी तबीयत बिगडऩे लगी तो परिजनों ने उसे खटीमा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। शुक्रवार सुबह इलाज के दौरान अस्पताल में शिक्षक ने दम तोड़ दिया। शिक्षक की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। जिस घर में शादी की खुशियां अभी ठीक ढग़ से भी नहीं मनाई थी वहां मातम पसर गया। मात्र 14 दिन में नवी नवेली दुल्हन विधवा हो गई। मृृतक का बड़ा भाई शंकर राम भी कोरोना पॉजिटिव है। वह भी शिक्षक हैं। उन्हें भी खटीमा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन ज्यादा खराब होने पर उसे अब हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल भर्ती किया गया है।
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