धर्म प्रवाह: शत्रुओं से रक्षा करती है मां बगलामुखी- सत्य साधक
Maa Baglamukhi Mahayagya: जय मां पीतांबरी साधना एवं दिव्य योग ट्रस्ट के संस्थापक सत्य साधक विजेंद्र पाण्डे गुरु जी के निर्देशन में पावन राप्ती नदी के तट पर मां बगलामुखी महायज्ञ का आयोजन किया गया। महायज्ञ में देश प्रदेश के तमाम श्रद्धालुओं ने आहुति देकर लोक कल्याण की कामना की। इस दौरान भक्तजनों को संबोधित करते हुए सत्य साधक गुरु जी ने कहा कि मां बगलामुखी जगतमाता दुर्गा का महाविद्या रूप है। मां बगलामुखी जगत का कल्याण करती है और पग-पग पर अपने भक्त की रक्षा करती हैं।
उन्होंने कहा दस महाविद्याओं में से प्रमुख माता बगलामुखी जी अपनी शरण मे आने वाले भक्तों की हर बुरी नजर, कष्टों, विघ्न बाधाओं, आपदओं से रक्षा कर सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य व यश प्रदान करती है। यदि प्राणी के हर कार्य मे रुकावटें आ रही हो अथवा शत्रु परेशान करते हों तो प्राणी को माता बगलामुखी जी की शरण मे जाना चाहिए।
सत्य साधक गुरु जी ने बताया वैशाखमास की शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि को देवी बगलामुखी का अवतरण दिवस माना जाता है। देवी बगलामुखी मां दुर्गा का ही एक स्वरूप हैं। दस महाविद्याओं में से मां बगलामुखी आठवां स्वरूप है इनका स्वरूप सोने के समान अर्थात पीला है, जिसके कारण इन्हें पीतांबरा भी कहा जाता है।
सत्य साधक गुरु जी ने कहा मां बगलामुखी अपने भक्तों की शत्रुओं तथा बुरी नजर और हर नकारात्मक शक्ति से रक्षा करती है। देवी बगलामुखी की पूजा-अर्चना में विशेष तौर पर पीले रंग की पूजा सामग्री, पीले वस्त्रों और पीले ही मिष्ठान का प्रयोग किया जाता है। सत्य गुरु जी ने कहा पर्यावरण संरक्षण तथा वातावरण से नकारात्मक शक्तियों के दमन और देवी आपदाओं की रोकथाम आदि लोक कल्याण की भावना को लेकर निरंतर मां बगलामुखी महायज्ञ के आयोजन किया जा रहे हैं गुरु जी ने कहा श्रद्धालु इन हवन में आहुति पुण्य के भागीदार बन सकते हैं।
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