सनातन धर्म की रक्षा के ही प्रभु श्री राम ने लिया था अवतार: सत्य साधक

सत्य साधक गुरु जी ने दी रामनवमी की शुभकामनाएं
देहरादून। जय मां पीतांबरी साधना एवं दिव्य योग ट्रस्ट के संस्थापक सत्य साधक श्री विजेंद्र पांडे गुरु जी ने सभी भक्तजनों को रामनवमी की शुभकामनाएं देते हुए जगत जननी मां पीतांबरी से सुख समृद्धि और स्वस्थ जीवन की कामना की है।
इस दौरान सत्य साधक गुरु जी ने अपने संदेश में कहा कि जगत के पालनहार भगवान विष्णु के सातवें अवतार प्रभु श्रीराम हैं। धार्मिक मान्यता है कि चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन भगवान श्रीराम का अवतरण हुआ था। इसलिए हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को राम नवमी का पर्व मनाया जाता है। साथ ही इसी दिन मां सिद्धदात्री की भी उपासना की जाती है।
गुरु जी ने कहा भगवान के अवतरण का मुख्य उद्देश्य होता है — जीव कल्याण। वे इस लक्ष्य पूर्ति हेतु अपने दिव्य नाम, रूप, गुण, लीला, धाम, और संतों को प्रकट करते हैं, जिनका अवलंब लेके कोटि-कोटि जीव भक्ति करके अपना कल्याण करते हैं एवं भवसागर से पार हो जाते हैं।
सत्य साधक गुरुजी ने कहा भगवान श्रीराम ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए ही इस पृथ्वी पर अवतार लिया और राक्षस राज रावण का अंत कर सनातन धर्म के धर्मप्रेमियों की रक्षा की, जो कोई भी जीव उनकी आदर्श मर्यादा लीला उनके पूज्य चरित्र का श्रद्धापूर्वक गान, श्रवण, और अनुकरण करता है। वह पवित्र हृदय होकर परम सुख एवं शांति को प्राप्त कर सकता है। श्रीराम के समान आदर्श पुरुष धर्मात्मा, नरपति, आदर्श मित्र, आदर्श भाई, पुत्र, आदर्श गुरु, शिष्य, पति, स्वामी, आदर्श सेवक, वीर, दयालु ,आदर्श, शरणागत, वत्सल, आदर्श संयमी, और कौन हो सकता है। संपूर्ण जगत के इतिहास में श्रीराम की तुलना में एक श्रीराम ही है।
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