हल्द्वानी: पुलिस के लिए सिरदर्द बनी फायरिंग की अफवाह , तफ्तीश जारी
हल्द्वानी (क्राइम रिपोर्टर)। सस्ता गल्ला दुकान में सस्ते राशन को लेकर हुई कथाकथित फायरिंग ने हंगामा बरपा दिया। मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हड़कंप मचना भी लाजमी था। जांच हुई तो न फायरिंग के निशान मिले, ना ही फायरिंग करने वाला। अब पुलिस इस न्यूज को वायरल करने वाले तलाश कर रही है। सीओ शांतुन पाराशर ने कहा कि जिसने भी यह न्यूज वायरल की है उसे बख्शा नहीं जाएगा।
दरअसल वनभूलपुरा लाइन नं. 17 में सस्ते गल्ले की दुकान है। गुरुवार की सुबह दुकान पर राशन लेने के लिए लोगों की भीड़ लगी थी। राशन मिलने की खबर जब आसपास के लोगों का मिली तो गल्ले की दुकान पर हुजूूम उमड़ गया। सस्ता राशन पाने के लिए आसपास के लोग भी वहां पहुंच गए। तभी अफवाह फैल गई कि किसी ने गोली चला दी है जिससे वहां पर अफरा तफरी मच गई। गोली चलाने की खबर एक यूट्यूब चैनल पर फ्लैश हो गई। खबर फ्लैश हुई तो पुलिस महकमे में हड़कंप मचना लाजमी था। आनन फानन में फोर्स मौके पर पहुच गई। एसपी सिटी डा. जगदीश चंद्र, सीओ शांतनु पाराशर वनभूलपुरा थाने में पहुंच गए और मामले की जानकारी जुटाई। पता चला कि सैयद हैदर अली पुत्र मुस्तफा मियां की सस्ते गल्ले की दुकान है। आरोप है कि गल्ला विक्रेता द्वारा सरकार की ओर से प्रस्तावित मुफ्त राशन नहीं बांटा जा रहा है। इसी को लेकर मो. युसूफ व मो. असलम पुत्र मो. गफूर ने इसका विरोध किया। जिसके बाद से ही दोनों पक्ष आमने सामने आ गए और उनमें मारपीट होने लगी। मारपीट हुई तो भीड़ भी एकत्र हो गई। इसी बीच किसी ने यूट्यूब चैनल पर न्यूज फ्लैश कर दी कि राशन को लेकर फायरिंग हो गई जिससे पुलिस महकमा भी हरकत में आ गया।
मौके पर पहुचे एसओ वनभूलपुरा प्रमोद पाठक दलबल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस को देखकर भीड़ भाग खड़ी हुई। मामला इतना संगीन और पेचीदा हो गया कि गुरुवार सुबह हुए ‘कांड’ की आंच में पुलिस शुक्रवार की देर रात तक तपती रही। सीसीटीवी फुटेज से जांच की गई, लेकिन पुलिस नतीजे तक पहुंच पाई। इससे पहले ही पुलिस दोनों पक्षों को पकड़ कर थाने ले आई। जहां पर दोनों पक्षों से पूछताछ की गई। सीओ शांतनु पाराशर का कहना है कि किसी भी पक्ष की ओर से तहरीर नहीं आई है। तहरीर आएगी तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उधर, एसपी सिटी डा. जगदीश चंद्र ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। आसपास के लोगों से पूछताछ हो रही है कि फायरिंग हुई या नहीं। लोगों ने बताया कि विक्की नामक युवक ने ही पूरा माहौल बिगाड़ने का काम किया है। इसकी भी जांच की जा रही है। फिलहाल लाइन नंबर 17 में फायरिंग हुई या नहीं इस बात पर अभी भी रहस्य बना हुआ है। पुलिस इसी का जवाब तलाशने में अपना सिर खफा रही है लेकिन उसे अभी तक जवाब नहीं मिल पाया है।
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