Corona Virus-ऐसे मजबूत होगी रोग प्रतिरोधक क्षमता, जानिए डॉक्टर सीमा मधवार से..
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के सरल उपाय-डा. सीमा मधवार
आजकल तरह-तरह की बीमारियां हमारे जीवन में दस्तक दे रही हैं कभी कोरोना ,कभी स्वाइन फ्लू, कभी डेंगू तो कभी चिकनगुनिया, सौ बात की एक बात आपकी रोग प्रतिरोधक अच्छी है तो आप स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से बचे रह सकते हैं लेकिन यदि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है तो आप किसी भी बीमारी की चपेट में आसानी से आ सकते हैं।
अक्सर देखा जाता है कि एक ही स्थान पर रहने वाले कुछ लोगों में कोई भी बीमारी आसानी से अपना प्रभाव डाल देती है और वह संक्रमित हो जाते हैं जबकि कुछ लोगों पर इन सब बीमारियों का तनिक भी असर नहीं होता हमारे शरीर में प्रकृति ही नुकसानदेय जीवाणु विषाणु और माइक्रोब्स वगैरा से बचाती है जो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता अर्थात इम्यूनिटी कहलाती है।
जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी है उसके शरीर में रोगाणु शरीर में पहुंचकर भी नुकसान नहीं कर पाते परंतु जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है वह बीमार पड़ जाते हैं।
कुछ लोग छोटी छोटी सी बीमारियों में भी एंटीबायोटिक्स का सेवन कर लेते हैं जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है नींद पूरी ना होने के कारण भी इम्यूनिटी कम होती है यदि आप रोजाना 8 घंटे की पर्याप्त नींद लेते हैं तो आप स्वस्थ रह सकते हैं।
जरूरत से ज्यादा शुगर लेने से भी इम्यूनिटी कम होती है ।आजकल विटामिन डी की कमी भी एक महत्वपूर्ण कारक है यदि हम रोज सुबह की धूप लेते हैं तो यह बहुत फायदेमंद होती है।
जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थ का पर्याप्त मात्रा में सेवन करने से भी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है पत्तेदार सब्जियां लेने से उसमें उपस्थित एंजाइम भी प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा करते हैं।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए करें यह उपाय–
रोज सुबह 10 ग्राम च्यवनप्राश दूध के साथ ले।
विटामिन सी युक्त चीजें जैसे आमला स्वरस, संतरा, मौसमी ,कीनू, स्ट्रौबरी, जामुन लें।
विटामिन सी शरीर में श्वेत रक्त कोशिकाओं को बनाता है जो इंफेक्शन से लड़ने में शरीर की मदद करता है और हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है ।
गर्म दूध में हल्दी मिलाकर लें ।
गिलोय तुलसी दालचीनी काली मिर्च अदरक का काढ़ा लें ।
लहसुन में एलिसिन होता है यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है ।पालक में भी विटामिन सी होता है और इसमें एंटी ऑक्सीडेंट भी होते हैं ।
आहार व्यायाम उम्र मानसिक तनाव और अन्य कारणों से भी प्रतिरोधक क्षमता पर प्रभाव पड़ता है रोजाना प्राणायाम व्यायाम करें कम से कम तीन बार ओम का जाप करें ।
धूम्रपान न करें अपने वजन को संतुलित रखें शराब का सेवन ना करें ।
खाना खाने से पहले एवं बाहर से आने के बाद किसी से संपर्क में आने के बाद हाथ साबुन से अच्छी प्रकार धोएं।
अंकुरित मूंग ,मोठ, चना, गेहूं आदि का सेवन करें क्योंकि अंकुरित करने से उन में उपस्थित पोषक तत्वों की क्षमता बढ़ जाती है चोकर युक्त अनाज का प्रयोग करें । भोजन का पाचन चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए सलाद का सेवन जरूर करें ऊपर से नमक ना डालें ।
तुलसी एंटीबायोटिक दर्द निवारक और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है । हंसने से रक्त संचार सुचारू होता है वह हमारा शरीर अधिक मात्रा में ऑक्सीजन ग्रहण करता है तनाव मुक्त होकर हंसने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने में मदद मिलती है।
विटामिन ए से भरपूर भोज्य पदार्थ लें जैसे गाजर, शिमला मिर्च, कद्दू, खुमानी ,संतरा ,पपीता, खरबूजा ,चकोतरा ,दूध पनीर, दही आदि ।
विटामिन ई युक्त पदार्थ जैसे कीवी, बादाम, मूंगफली ,चिलगोजे ,जैतून, सूरजमुखी के बीज ,कद्दू के बीज ,सरसों ,शलजम, ब्रोकली आदि लें।
विटामिन डी के लिए मशरूम और सूर्य की रोशनी ग्रहण करें ।
आयरन के लिए पालक, ब्रोकली ,सलाद पत्ता, गुड़, साबुत अनाज ,सेम ,मटर, अंकुरित फलियां, खजूर आदि।
सेलिनियम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव एवं शरीर को रोगों के संक्रमण से बचाते हैं इसके लिए मछली ,चिकन ,केले, चावल ,गेहूं की रोटी, आलू, मशरूम ,चिया सीड्स, आदि लें।
जिंक भी श्वेत रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है इसके लिए बादाम ,मूंगफली, तिल, कद्दू के बीज आदि लें।
प्रोबायोटिक वह बैक्टीरिया है जो पाचन तंत्र को उत्तम बनाए रखने और प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करते हैं इसके लिए डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दही ,पनीर ,छाछ, सोया, दूध आदि लें। ओमेगा 3 फैटी एसिड प्रोबायोटिक के कार्य को प्रभावी बनाते हैं जिससे हमारा पेट सही रहे इसके लिए मछली का तेल, अलसी के बीज ,अखरोट, सोयाबीन का तेल, जूस, दूध और सोयाबीन पेय लें। दिन भर पानी खूब पिएं क्योंकि जल प्राकृतिक औषधि है जल के सेवन से शरीर में जमा कई तरह के विषाक्त पदार्थ बाहर निकल आते हैं।
गर्म दूध में हल्दी डालकर पिएं। अलसी ,ग्रीन टी आदि का सेवन करें। काली मिर्च ,मेथी दाना ,हल्दी, अदरक दालचीनी, इलायची ,लौंग, ऑर्गेनो आदि का सेवन करें दालचीनी शरीर के ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रोल को भी नियंत्रित करती है सुबह कम से कम 40 मिनट जरूर टहलें।
सवेरे के समय नियमित प्राणायाम योगासन करने से शरीर के भीतर हार्मोन संतुलन कायम रखने में मदद मिलती है ।और यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होते हैं इस प्रकार यदि हम दैनिक जीवन में थोड़ी सावधानियां बरतें और खान पान को व्यवस्थित कर लें तो हमें कोई भी बीमारी आसानी से अपनी चपेट में नहीं ले सकती और हम स्वस्थ रह सकते हैं।
डॉ.सीमा मधवार
बी.ए.एम.एस.,
डी.एन.वाई. एस.
क्षार सूत्र एवं पंचकर्म चिकित्सा विशेषज्ञ


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