हल्द्वानी:-बेसहारा- विक्षिप्त भटकते लोगो की आवाज बनी कनक चंद
मानसिक विक्षिप्त भटकते लोगों को शरणालय पहुंचाने की मांंग ,समाजसेविका कनक चंद ने डीएम को भेजा ज्ञापन
हल्द्वानी। समाजसेविका कनक चंद ने विक्षिप्त लोगो के संरक्षण हेतु एडीएम को सौंपा ज्ञापन।
भटकते और बेघर घुम्मकड़ी बेसहारा जरूरतमंद और गरीब मानसिक रोगियों को सरकारी शरणालय में आश्रय देने हेतु समाजसेवी कनक चंद ने अपनी संस्था के स्टाफ कर्मचारियों के साथ जिलाधिकारी सविन बंसल को प्रेषित ज्ञापन उन्होंने डीएम कैम्प कार्यालय हल्द्वानी में अपर जिलाधिकारी एस० एस० जगंपांगी को सौपा।
कनक चंद ने बताया की हल्द्वानी शहर में कई लोग मानसिक परेशानी से जूझ रहे है अक्सर पुलिस विभाग, अस्पतालों और आम जनता द्वारा उनसे सम्पर्क कर इन मानसिक रोगियों को वृद्धआश्रम में आश्रय देने हेतु निवेदन किया जाता रहा है। जो कि अब बहुत ज्यादा हो गए हैं जिनकी देखभाल वृद्धआश्रम में वृद्धजनों के बीच करना सम्भव नहीं होता है।

मानसिक संतुलन खोने के कारण ये विक्षिप्त लोग दूसरों के लिए परेशानी और खतरा भी उत्पन्न कर सकते हैं। कनक चंद द्वारा संचालित श्री आनंद आश्रम वृद्धाश्रम मे भी कई बार ऐसे केस आये परंतु उनको सामान्य वृद्धों के साथ पालना मुमकिन नही हो पाया।
आज हल्द्वानी शहर में बहुत सारे मानसिक रोगी यहाँ वहां शहर और गावों में घूम रहे हैं। न खाना, न पानी ,
न रहने की जगह, न दवा और न कपड़ा ये बदहवाश जिंदगी जी रहे हैं। यदि हम सब प्रयास करें तो इनको आश्रय दिया जा सकता है।
इसलिए कनक चंद द्वारा जिलाधिकारी महोदय से निवेदन किया गया है कि इन मानसिक रोगियों के लिए नैनीताल जिले में कही पर भी जहां पर खुली और बड़ी घूमने फिरने वाली जगह हो वहां एक आश्रयगृह निर्मित करने की कृपा की जाय और इन सभी विक्षिप्त लोगों को कुशल स्टाफ की निगरानी में आश्रय देकर इनको संरक्षण दिया जाए।
समाजसेवी कनक चंद पिछले 5 वर्षों से समाज के ठुकराए हुए लोगों के लिए लगातार काम कर रही हैं।जिसमें उनकी टीम उनका साथ देती आयी है। उन्होंने गरीब वृद्ध जनों की निःशुल्क सेवाकर, समाज में एक मिसाल कायम की है। जिसके लिए उन्हें राज्य का एक बड़ा राज्य पुरस्कार तीलू रौतेली अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है।
वह गरीब और जरूरतमंद के लिए काम करती आई है इसी लिए उनको इन विक्षिप्त लोगों की चिंता के साथ साथ समाज की भी चिंता है।
कनक चंद की पहल से यदि मानसिक रोगियों हेतु प्रशासन द्वारा अलग से आश्रयगृह बनता है तो सभी को बड़ी राहत मिलेगी। विक्षिप्त सेवा में प्रशासन का यह बहुत बड़ा कदम होगा। इस अवसर पर भावना बिष्ट, ममता देवाल, पूजा सिंह, मोनिका टम्टा और यशोदा रावल साथ मे थे।



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