बागेश्वर- मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में 83 बेरोजगारों को ऋण स्वीकृत
बागेश्वर। जिलाधिकारी विनीत कुमार के निर्देशन में जनपद के बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए मुख्य विकास अधिकारी डी.डी. पन्त की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में जिला स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी द्वारा मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत साक्षात्कार लिया गया।
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत जनपद के 116 लोगों द्वारा ऑनलार्इन आवेदन किया गया, जिसमें 83 आवेदकों ने साक्षात्कार में शामिल होकर साक्षात्कार दिया, जिसमें विभिन्न व्यवसायों हेतु 02 करोड़ 04 लाख 28 हजार का ऋण स्वीकृत किया गया। जिसमें बकरी पालन, मत्स्य पालन, पोल्ट्री फार्म, रैस्टोरेंट, डेयरी, रेडीमेंड गारमेंट्स, जनरल स्टोर आदि रोजगार को शुरू करने के लिए आवेदन प्राप्त हुए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डी.डी. पन्त ने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश के बेरोजगार एवं प्रवासी युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने तथा अपना रोजगार शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का शुभारम्भ किया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण जो प्रवासी जनपद में आये है उन्हें जनपद में ही अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए विभिन्न बैंकों द्वारा ऋण उपलब्ध कराया जायेगा। जहॉ एक ओर बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे वहीं उनकी आर्थिकी भी मजबूत होगी तथा पहाड़ से हो रहे पलायन को भी रोका जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत जनपद के कुशल एवं अकुशल दस्तकारों एवं हस्तशिल्पियों एवं शिक्षित शहरी व ग्रामीण बेरोजगारों आदि को अभिप्रेरित कर स्वयं के उद्यम/व्यवसाय की स्थापना हेतु प्रोत्साहित करने के लिए उद्यम सेवा अथवा व्यवसाय की स्थापना हेतु राष्ट्रीयकृत/अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों, राज्य सहकारी बैंको/क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको के माध्यम से ऋण सुविधा उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से यह योजना संचालित की जा रही है। उसी के तहत आज बेरोजगार युवाओं का यह साक्षात्कार लिया गया है।

उन्होंने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है, उन्होंने कहा कि साक्षात्कार का मुख्य उद्देश्य हैं कि युवा किस क्षेत्र में अपना रोजगार करना चाहते है, उस क्षेत्र में उसके अनुभव एवं कार्यकुशलता व उसके द्वारा मांगी जा रही धनराशि के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के उपरांत ही इसके आवेदन को स्वीकृत करते हुए उन्हें अपने रोजगार शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
उन्होंने साक्षात्कार में शामिल हुए युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जिस रोजगार के लिए वह आवेदन कर ऋण ले रहे हैं उसी रोजगार को शुरू करते हुए धनराशि का व्यय करें, जिसे किसी अन्य योजना या कार्य में धनराशि व्यय नहीं की जा सकेगा। उन्होंने महाप्रबन्धक उद्योग एवं सभी बैंक शाखाओं के प्रबन्धकों से कहा कि जो भी आवेदन पत्र बैंकों में ऋण हेतु उपलब्ध कराये जा रहे हैं उन्हें प्राथमिकता के आधार पर आवश्यक कार्यवाही करते हुए तत्काल युवाओं को अपने रोजगार शुरू करने के लिए धनराशि उपलब्ध कराये।
इस अवसर पर महाप्रबन्धक उद्योग जी0पी0 दुर्गापाल ने अवगत कराया है कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत अब तक 190 ऋण आवेदन पत्र रू0 635.23 लाख के जनपद के विभिन्न बैंक शाखाओं को प्रेषित किये गये है, जिसके सापेक्ष बैंकों द्वारा 42 ऋण आवेदन पत्रों हेतु रू0 135.49 लाख स्वीकृत किये गये है तथा 12 आवेदकों को रू0 29.35 लाख की धनराशि का ऋण वितरण किया जा चुका है।
इस अवसर पर लीड बैंक अधिकारी एन0आर0 जोहरी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 उदय शंकर, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी के0एस0 कम्र्याल, जिला सेवायोजन अधिकारी शंकर बोरा, प्रधानाचार्य आर्इ0टी0आर्इ काण्डा के0एस0 कन्याल, प्रबन्धक भारतीय स्टेट बैंक विशाल सिंह, अल्मोड़ा जिला सहकारी बैंक यदुवीर सिंह बिष्ट, उत्तराखण्ड ग्रामीण बैंक धनी लाल सहित संबंधित अधिकारी एवं आवेदक उपस्थित रहे।
 
 
 
 

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