बागेश्वर:- बाल श्रम कराने वाले संस्थानों पर सख्त कार्रवाई की जाए-जिलाधिकारी
बागेश्वर 15 जुलाई, 2020। बाल श्रम न केवल अपराध है बल्कि एक ऐसी मनोवृत्ति भी है जो समाज में अनेक कुरितियों को पैदा करती है। इसलिए यह अतिआवश्यक है कि बाल श्रम उन्मूलन हेतु विभिन्न विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए जनपद में किसी भी दशा में बाल श्रम न हो यह बात जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने जिला कार्यालय में आयोजित बाल मजदूर उन्मूलन के लिए गठित टास्क फोर्स समिति की बैठक की समीक्षा करते हुए कही।
बैठक के दौरान श्रम प्रवर्तन अधिकारी सुरेश चन्द्र ने जिले में बाल श्रमिक उन्मूलन हेतु किये जा रहे कार्यों की प्रगति के बारे में जिलाधिकारी को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि जनपद में बाल श्रम से संबंधित कोर्इ मामला प्रकाश में नहीं आया है। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि बाल एवं किशोर श्रम की अद्यतन स्थिति हेतु जनपद में सर्वेक्षण का कार्य किया गया है जिसमें कोर्इ भी बाल श्रम के मामले प्रकाश में नहीं आये है।
जिलाधिकारी ने श्रम प्रवर्तन अधिकारी को कढ़े निर्देश जारी करते हुए कहा कि जनपद से बाल श्रम के पूर्ण उन्मूलन हेतु वे पुलिस विभाग एवं संबंधित अधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से निर्माण स्थलों, होटलों, ढाबों, खनन क्षेत्र आदि क्षेत्रों में चैकिंग अभियान चलायें। यदि किसी संस्थान द्वारा बाल मजदूरी कराते हुए पाया जाता है तो उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही अमल में लायी जाय।

उन्होंने जिला टास्क फोर्स के अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि 06 से 14 वर्ष तक की आयु का कोर्इ भी बच्चा किसी भी नियोजन आदि में बाल श्रम करते हुए पाया जाता है तो उसे मुक्त कराते हुए समाज कल्याण विभाग को तत्काल सूचना दें। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि ग्राम प्रधानों को पत्र प्रेषित करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में बाल श्रम न हो इसके लिए उनसे भी सहयोग लिया जाय तथा बाल श्रम के संबंध में निर्मित कानून एवं उनके प्राविधानों का संबंधित स्थानीय जनता में प्रचार प्रसार कराना सुनिश्चित करें, साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि यदि ग्रामीण क्षेत्र में बाल श्रम से संबंधित कोर्इ भी मामला संज्ञान में आता है तो उस पर तत्काल रूप से कार्यवाही हो। साथ ही उन्होंने श्रम विभाग, पुलिस विभाग, नगरपालिका, पंचायतीराज विभाग को आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत समय-समय पर निरीक्षण करते हुए किसी भी तरह से बाल श्रम न हो इस पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिये।
उन्होंने श्रम प्रवर्तन अधिकारी को यह भी निर्देश दिये है कि श्रमिकों के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिये है कि जिला समाज कल्याण विभाग एवं अन्य संबंधित विभागों से समन्वय करते हुए उनकी समस्याओं का निदान करें।
उन्होंने श्रम प्रवर्तन अधिकारी को यह भी निर्देश दिये कि बाल श्रम उन्मूलन हेतु व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए लोगों को जागरूक किया जाय।
बैठक में अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 बी0के0 सक्सैना, अपर परियोजना निदेशक शिल्पी पन्त, जिला पंचायत राज अधिकारी रामपाल सिंह, एस.एच.ओ. दौलत राम आर्या, सदस्य बाल कल्याण समिति मोहन चन्द्र जोशी आदि उपस्थित रहे।

सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
हमारे व्हाट्सएप समाचार ग्रुप से जुड़ें
फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ को लाइक करें
टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें
हमारे इस नंबर 9927164214 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें