नैनीताल: उत्तराखंड “अनमोल रत्न” बनीं नमिता सुयाल
: देवभूमि उत्तराखंड की “अनमोल रत्न” बनीं नमिता सुयाल
: 26 वें अनमोल रत्न से सम्मानित हुईं शिक्षिका नमिता सुयाल
: शिक्षा व समाजसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए अब तक कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है नमिता को
ओखलकांडा। उत्तराखंड के नैनीताल जनपद अंतर्गत पर्वतीय क्षेत्र ओखलकांडा के सुदूरवर्ती गाँव में राजकीय विद्यालय में तैनात शिक्षिका नमिता सुयाल को मिशन शिक्षण संवाद संस्था द्वारा विद्यालयी विकास, छात्र हित व समाज हित में कार्य करने के लिए नैनीताल जनपद के 26 वें अनमोल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। संस्था के राज्य संयोजक लक्ष्मण सिंह मेहता द्वारा इसकी घोषणा की गयी।
नमिता सुयाल सरकारी स्कूलों में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए सदैव तत्पर रहती हैं और अपनी और से जो भी बन पड़ता हैं वह मदद करती हैं। उनके द्वारा प्रतिवर्ष कई निर्धन विद्यार्थियों को कॉपी,पेन-पेंसिल,बस्ते उपलब्ध करवाये जाते हैं। इसी क्रम को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने एक संस्था आओ खुशियां बांटे का भी गठन किया हैं।इसके अलावा पहाड़ की भाषा और संस्कृति के संरक्षण के लिए भी उनके द्वारा विशेष प्रयास किया जा रहा है।
स्वयं को मिले इस पुरस्कार से उत्साहित नमिता ने कहा कि उन्होने कभी भी कोई कार्य पुरस्कार मिलने की दृष्टि से नहीं किया और बिना अप्लाई किये उन्हें इस पुरस्कार के लिए चुना जाना मेरे उत्साह को और बढ़ायेगा।
उन्होंने मिशन शिक्षण संवाद संस्था के राष्ट्रीय संयोजक विमल कुमार व राज्य संयोजक लक्ष्मण सिंह मेहता का आभार व्यक्त किया।
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