नैनीताल:-जज्बा हो तो बदल सकती है तस्वीर
नैनीताल 09 जुलाई ।
जज्बा हो तो बदल सकती है तस्वीर
जिलाधिकारी सविन बंसल का मानना है कि शिक्षा किसी भी उन्नत राष्ट्र की आधारशिला है। शिक्षा ना सिर्फ व्यक्ति के सर्वार्गींण विकास का माध्यम है वरन यह एक विचारशील समुन्नत सांस्कृतिक सभ्य राष्ट्र का निर्माण भी करती है। भारतीय समाज को उसके आदर्शों मूल्य आधारित सामाजिक परम्पराओं संवेदनशीलता सहिष्णुता का विकास करने मे सक्षम प्राचीन शिक्षा के कारण ही विश्व गुरू कहे जाने का गौरव प्राप्त रहा है।

एक साल के अल्प समय में श्री बंसल ने स्वास्थ्य के साथ ही शिक्षा तरजीह दी तथा जनपद के शहरी इलाकों के अलावा दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों मे संचालित शासकीय विद्यालय की व्यवस्थाओं मे सभी आधारभूत सुविधाये पहुचाई। उनके प्रयासों से सभी सरकारी विद्यालयों मे जो अभूतपूर्व परिवर्तन हुये उसका नतीजा यह रहा है कि इन विद्यालयों मे पढने वाले बच्चों मे शिक्षा के प्रति रूचि बडी और विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की संख्या मे इजाफा हुआ।

श्री बंसल के प्रयासोें से जिले के विद्यालयों मे ग्लोब, एटलस, डिक्शनरी क्रय की गई। प्रत्येक विद्यालयोें मे महापुरूषों की जीवनियां की पुस्तकों का बच्चे रूचि के साथ अध्ययन कर रहे हे। इससे बच्चोे मे नेतृत्व एवं राष्ट्रीय मूल्यों का विकास सम्भव है। श्री बंसल के प्रयासों से जनपद के समस्त राजकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों मे पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित किये जानेे हेतु प्रत्येक कक्षा-कक्ष मे न्यूनतम 10 वाट के दो एलईडी भी लगाये गये है। श्री बंसल का मानना है कि बच्चों के शारीरिक विकास के लिए अध्ययन के साथ खेल भी जरूरी है। जनपद के विद्यालयोें मे खेल मैदानोें का विकास किया गया है तथा खेल सामग्री भी उपलब्ध कराई गई है। प्राथमिक स्तर के विद्यालयोें मे झूले सीसाॅ. लगाये गये है तथा माध्यमिक विद्यालयोें मे बालीबाॅल कोर्ट, बास्केटबाल कोर्ट, क्रिकेट प्रेक्टिस विथ नैट का भी निर्माण किया जा रहा है। अध्ययनरत बच्चों मे आयरन की कमी ना हो इसके लिए प्रत्येक विद्यालय मे मध्याहन भोजन के तहत सब्जी पकाने के लिए लोहे की कडाईयां उपलब्ध करायी है।

जनसामान्य को अपने बच्चों को राजकीय विद्यालयों में प्रवेश दिलाये जाने हेतु आकर्षित करने के प्रयास जिलाधिकारी द्वारा किये गये है। स्कूलोें मे निशुल्क गणवेश, मध्याहन भोजन गतिविधि शिक्षण खेल सामग्री निशुल्क पुस्तकें, पर्याप्त फर्नीचर, अनुभवी शिक्षक, पुस्तकालय जैसी जानकारियां विद्यालय की दीवारों पर सूचना प्रधान पेंटिग्स के माध्यम से दी जा रही है। जिलाधिकारी के दिशा निर्देशन मे ई-लर्निंग कक्षाओं के संचालन के लिए डीएम कैम्प हल्द्वानी में ई-लर्निग स्टूडियो की स्थापना की गई है। इस स्टूडियों में अनुभवी अध्यापकों द्वारा ई कंटैंन्ट तैयार किया जा रहा है। समग्र शिक्षा विद्यालय अनुदान मद से जिले 75 विद्यालयो द्वारा ई-लर्निंग हेतु स्मार्ट एलईडी टीवी क्रय कर लिये गये है।
निरीक्षण के दौरान उन्होने बच्चों के सामने ड्रोन का प्रदर्शन कराया तथा डाटा प्रोजेक्टर के माध्यम से फिल्मों एवं शिक्षण सामग्री का प्रदर्शन जब स्क्रिन पर कराया तो बच्चे खुशी से झूम उठे और उन्हें आधुनिकतम नई दुनिया नई तकनीकी का अहसास एवं ज्ञान हुआ। विद्यालयों की बेहतरी एवं शिक्षा के उन्नयन के लिए जिले का शिक्षा विभाग जिलाधिकारी के इस अभियान में पूर्व रूप से पूर्ण निष्ठा के साथ तत्पर है।
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