दुखद खबर: सत्य साधक गुरुजी के चाचा कुलपति प्रोफेसर रामसजन पांडेय का निधन
बाबा मस्तराम विश्वविद्यालय के थे कुलपति , कोरोना संक्रमण के चलते हुआ निधन

हरियाणा /यूपी। जय मां पीतांबरी साधना एवं दिव्य योग ट्रस्ट के संस्थापक सत्य साधक श्री विजेन्द्र पांडे गुरु जी के चाचा जी प्रोफेसर डॉ रामसजन पांडेय का कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया है वह बाबा मस्तराम विश्वविद्यालय के कुलपति थे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति महान शिक्षाविद प्रोफेसर डॉक्टर रामसजन पांडेय का करोना महामारी के कारण निधन हो गया उनके असामयिक परलोक गमन से उत्तर भारत के संपूर्ण हिंदी शिक्षक समाज को अपूरणीय क्षति हुई है। उनके निधन का समाचार सुनते ही उत्तर प्रदेश समेत उत्तराखंड में भी शोक की लहर दौड़ गई। यहां आयोजित शोक सभा में गुरु जी के भक्त जनों ने कहा कि हमारी प्रार्थना है बाबा मस्तनाथ जी उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें एक शोक सभा का आयोजन कर दो मिनट का मौन धारण कर शोक व्यक्त किया। इस दौरान ट्रस्ट के अध्यक्ष वरिष्ठ समाजसेवी हेमवती नंदन दुर्गापाल ,पूर्व दर्जा राज्यमंत्री उत्तराखंड सरकार ललित पंत , मां भद्रकाली मंदिर समिति के अध्यक्ष योगेश पंत, हेमंत बोरा , एडवोकेट पंकज कुलौरा, वरिष्ठ पत्रकार रमाकांत पंत, मोहन जोशी, मनोज जोशी, जीवन गोस्वामी , शेलेद्र सिंह , सर्वेश गंगवार , रमेश कुनियाल, कमलेश भट्ट ,प्रमोद दानी , दिनेश कुंजवाल, हरेंद्र असगोला , के के भाकुनी समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
इधर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति महंत बालकनाथ जी योगी ने अंतर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० रामसजन पाण्डेय के असामयिक परलोक गमन से बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय का समस्त परिवार स्तब्ध सा रह गया है।
आज उत्तर भारत के हिन्दी साहित्य जगत का एक तारा सदा के लिए अस्त हो गया है। उनका हिंदी जगत के लिए योगदान सदा स्मरणीय रहेगा।
उनके परलोक गमन से एक अपूर्णीय क्षति हुई है। हमारी प्रार्थना है कि बाबा मस्तनाथ जी उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें । पाण्डेय जी ने चार वर्षों तक इस विश्वविद्यालय में कुलपति के पद पर अत्यंत निष्ठा और लगन से जो सेवा की वह सभी के लिए प्रेरणा स्रोत रहेगी। संसार में जन्म और मृत्यु शाश्वत है, परंतु कुछ मनुष्य अपने सद्गुणों और कर्मों से हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं। इसलिए इस मानव शरीर को परम प्रभु के स्मरण और सद्कर्मों में लगाकर हमें अपना जीवन सफल बनाना चाहिए।
श्रीमती अंजना राव ने अपनी संवेदना व्यक्त हुए कहा कि कुलपति महोदय का असामयिक निधन विश्वविद्यालय परिवार के लिए अत्यंत दुख की बात है। मैं प्रार्थना करती हूं कि ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा दुख संतप्त परिवार को इस दुख से उबरने की शक्ति प्रदान करें।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो० सतीश चंद्र शर्मा ने भी अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि यह किसी आमजन की क्षति ना होकर एक ऐसे महान शिक्षाविद का परलोक गमन है जिसके जाने से शिक्षा जगत को बहुत बड़ा आघात हुआ है। ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें।
विश्वविद्यालय के मुख्य सलाहकार ओपी सचदेवा ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि कुलपति महोदय के साथ मेरा संबंध केवल बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय से ही नहीं अपितु एमडीयू यूनिवर्सिटी के समय से था। उनके परलोक गमन से मुझे गहरा आघात हुआ है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
इस दुखद घड़ी में विश्वविद्यालय के सभी विभागों के डीन, विभागाध्यक्ष, टीचिंग नॉन टीचिंग स्टाफ सदस्यों ने भी कुलपति महोदय के परलोक गमन पर अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी तथा उनकी आत्मा की शांति और परिवार को दुख सहने हेतु ईश्वर से प्रार्थना की।
संपूर्ण मस्तनाथ परिवार इस दुख की घड़ी में संतप्त परिवार के साथ हमेशा खड़ा रहेगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।



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