डाक्टर की सलाह-हार्ट अटैक से कैसे बचें
हार्टअटैक से कैसे बचें..
हार्ट अटैक के लक्षण-बचाव व उपचार बता रहीं है डा.सीमा मधवार
हार्ट अटैक का नाम सुनते ही शरीर में कंपन होने लगता है, इस तनाव पूर्ण एवं भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर व्यस्त दिनचर्या होने के कारण हम अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह हो जाते हैं
,खासतौर पर दिल की बीमारी के शुरुआती संकेतों को नजर अंदाज कर देते हैं,जोकि जानलेवा हो सकते हैं, हार्ट अटैक को आधुनिक लाइफ स्टाइल की देन भी कह सकते हैं,हार्ट अटैक भले ही एकदम से तुरंत आता हो लेकिन इसके कुछ लक्षण महीने भर पहले से ही दस्तक देने लगते हैं, कुछ लक्षण ऐसे हैं जो हमें आगाह करते हैं कि संभलने की जरूरत है, यदि हम हार्ट अटैक के लक्षणों को समझ लें तो काफी हद तक अपना बचाव कर सकते हैं,
जैसे-
- सीने में दबाव या जलन महसूस होना, या असहज लगना
- जरूरत से ज्यादा थकान लगना, बिना किसी मेहनत के भी थकान महसूस होना, अधिक कोलेस्ट्रॉल होने के कारण हृदय धमनियां संकुचित या बंद हो जाती हैं, जिससे जल्दी ही थकान लगने लगती है,भरपूर नींद लेने के बावजूद आलस और थकान का अनुभव होता है,
-पैर के पंजों, टखनों और अन्य हिस्सों में सूजन होने लगती है, कभी कभी होंठों की सतह भी नीली होने लगती है,क्योंकि जब दिल को शरीर के अन्य आन्तरिक अंगों में रक्त पहुंचाने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है तो शिराएं फूल जाती हैं और उनमें सूजन आ जाती है,
-लगातार सर्दी बने रहने से फेफड़ों में रक्त श्रावित होने के कारण कफ के साथ सफेद या गुलाबी रंग का बलगम आ सकता है,
-जब आपका दिल कमजोर होता है तो ब्लड सर्कुलेशन भी कम हो जाता है ऐसे में दिमाग तक आवश्यकता अनुसार ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती जिससे निरंतर चक्कर आना या सिर हल्का होना जैसी समस्याएं होने लगती हैं, यह हार्ट अटैक का बहुत महत्वपूर्ण एवं गंभीर लक्षण है,
- फेफड़ों तक कम ऑक्सीजन पहुंचने के कारण सांस लेने में तकलीफ हो सकती है ।
उपरोक्त लक्षणों में से किसी भी लक्षण के सामने आते ही तुरंत अपने डॉक्टर को दिखायें । क्योंकि ये लक्षण महीने भर पहले से दस्तक देने लगते हैं ।
हार्ट अटैक के लक्षण-
-सीने में तेज दर्द, दिल के बीचोंबीच कसाव महसूस होना
-दर्द सीने से हाथों, जबड़ों,गर्दन, पीठ और पेट की ओर जाता हुआ महसूस हो,
-मन अशांत लगे या चक्कर आयें
-पसीने से तरबतर हों
-सांस लेने में तकलीफ
-उल्टी जैसा महसूस होना
-बेचैनी महसूस होना
-खांसी के दौरे आना, जोर जोर से सांस लेना
कुछ लोगों को दिल में केवल हल्का दर्द होता है, और कुछ लोग जैसे डायबिटीज के मरीज, महिलाओं और बुजुर्गों को सीने में दर्द नहीं होता,
-सर्दियों में छोटी मोटी परेशानियों के साथ साथ हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है।
हार्ट अटैक से बचाव के लिए हम रोजाना की जिंदगी में कुछ सावधानी रख सकते हैं
जैसे-
- स्ट्रैस या तनाव न लें
-सक्रिय जीवन शैली को अपनायें
-मोटापा कम करें
-मैडिटेशन करें
-हाई ब्लड प्रैशर भी नसों को प्रभावित करता है और इसका सीधा असर दिल पर पड़ता है।
-पोषण से भरपूर घर का बना खाना खायें,
- उतना ही खायें जितना कि शरीर को जरूरत है,
-नमक और चीनी कम लें,
-मैदा वगैरह न खायें
-खाने में सब्जी फल ज्यादा लें
-दोपहर के खाने में दही जरूर खायें,
-पानी में नींबू का रस मिला कर रोज लें
-फलों में अमरुद, मौसमी, लीची, और सेब अधिक लें,
-हरी सब्जियां, लौकी, अरबी, चौलाई जरुर खायें,
-लौकी की सब्जी या जूस में पोदीना या तुलसी रस मिला कर रोजाना सेवन करें,
-10-12 पीपल के पत्तों को पानी में उबालकर लगातार 15 दिन तक पीने से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या काफी कम हो जाती है
-अंकुरित गेहूं का सेवन करें
-कच्ची गाजर या रस का सेवन करें
-अर्जुन की छाल की चाय पियें
-अदरक का रस,नीबू का रस,लहसुन और एप्पल सिडार सिरका शहद मिलाकर खाली पेट लें।
हार्ट अटैक किसी को भी कभी भी आ सकता है, ऐसे समय में घबराने के बजाय समझदारी से काम लें ,मरीज को आराम दायक स्थिति में लेटायें, दर्द निवारक दवाएं बिल्कुल नहीं दें, और अपने नजदीकी डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
इस प्रकार यदि हम अपनी जीवन शैली थोड़ी व्यवस्थित कर लें और थोड़ी सावधानी रखें तो हार्ट अटैक जैसे खतरे से आसानी से बचा जा सकता है।
डॉ.सीमा मधवार
बी.ए.एम.एस
डी.एन.वाई.एस. क्षार सूत्र एंव पंचकर्म विशेषज्ञ
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
हमारे व्हाट्सएप समाचार ग्रुप से जुड़ें
फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ को लाइक करें
टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें
हमारे इस नंबर 9927164214 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें