कोई भी गरीब बच्चा ना रहे शिक्षा से वंचित, जिलाधिकारी नैनीताल ने समग्र शिक्षा अभियान की समीक्षा के दौरान दिए निर्देश
भीमताल/नैनीताल। राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत् विद्यार्थी तकनीकी एवं प्रतिस्पर्धा (कम्पटीशन) के किसी भी क्षेत्र में पीछे न रहें और भविष्य में सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित करें। इसलिए विद्यालय स्तर पर सभी आधुनिकतम तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे। यह निर्देश जिलाधिकारी सविन बंसल ने मंगलवार को विकास भवन सभागार में समग्र शिक्षा अभियान की समीक्षा के दौरान शिक्षा महकमें के अधिकारियों को दिए। श्री बंसल ने कहा कि आज का दौर हाईटेक एवं तकनीकी से लबरेज है, ऐंसे में अब स्कूलों में पढ़ाई ब्लेक बोर्ड की जगह डिजिटल एलईडी के जरिये होनी चाहिए साथ ही ब्लेक बोर्ड की जगह व्हाईट बोर्ड एवं एलईडी के जरिये यदि अध्यापक अध्यापन कार्य करेंगे तो बच्चों में नया कौतुहल होगा। उन्होंने कहा कि बच्चे हमेशा जिज्ञासु होते हैं व नई चीजों व तकनीकी को ग्रहण करने के लिए तत्पर रहते हैं। बीते रोज जिलाधिकारी श्री बंसल के भ्रमण के दौरान प्राथमिक विद्यालय गेरखेत में शिक्षण सामग्री डम्प पाये जाने पर वहाॅ के प्रधानाध्यापक को दो दिन के भीतर कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक गोपाल स्वरूप को दिए।
श्री बंसल ने विभिन्न प्रतियोगात्मक परीक्षाओं में सफलता हासिल करने तथा सामान्य ज्ञान में वृद्धि के लिए स्कूलों में विद्यार्थियों को विज्ञान प्रगति, योजना, प्रतियोगिता दर्पण, इकोनोमिक सर्वे पत्रिकाओं के साथ ही एनडीए, इंजीनियरिंग एवं मेडिकल क्षेत्र से सम्बन्धित प्रतियोगी पुस्तकें विद्यालयोें में उपलब्ध कराने के निदेश दिए।
डीएम ने पढ़ाई के साथ ही खेल-कूद गतिविधियों के लिए विद्यालयों से बास्केट बाॅल, बाॅलीबाल, क्रिकेट पिच आदि बनवाने के लिए विद्यालयों की मैदान क्षमतानुसार प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। श्री बंसल ने जीर्ण-क्षीर्ण विद्यालय भवनों एवं कक्षा-कक्षों के ध्वस्तीकरण की सूची तत्काल लोनिवि को उपलब्ध कराने के निर्देश सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों को दिए। श्री बंसल ने सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि विद्यालयों की कक्षाओं में पर्याप्त रोशनी होनी चाहिए ताकि बच्चों की आॅखों पर दुष्प्रभाव न पड़े, लिहाजा हर कक्ष में दो एलईडी बल्ब अनिवार्य रूप से लगाये जायें। श्री बंसल ने निर्देश दिए कि सभी अधिकारी इस बात को गंभीरता से लें कि कोई भी गरीब बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। उन्होंने सरकार द्वारा छात्रों को मुहैया निःशुल्क गणवेश, क्वालिटी शिक्षा, खेलकूद, क्षेत्र भ्रमण, तकनीकी विज्ञान प्रयोगशाला शिक्षण, प्रशिक्षण कार्यक्रम सहित अन्य योजनाओं की जानकारी ली।
डीएम ने विद्यालयों का माहोल आकर्षक व शिक्षा को रूचिकर बनाने के लिए विद्यालयों में व्हाईट बोर्ड, मार्कर का प्रयोग करने, सभी विद्यालयों में अनिवार्य रूप से एलईडी लगाने, 5 फरवरी तक डीटीएच कनैक्शन लगवाने, विद्यालयों की दीवारों पर प्रेरणादायक एवं ज्वलंत सामाजिक समस्याओं पर आधारित चित्रकारी कराने के निर्देश सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों को दिए। श्री बंसल ने खण्ड व उप खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि विद्यालयों में शिक्षा को रूचिकर बनाया जाए तथा पब्लिक स्कूलिंग अच्छी व बेहतर होनी चाहिए। विद्यालयों के प्रगतिशील टीचरों को बुलाकर नवाचारी शिक्षा, शिक्षा में तकनीकि उपयोग एवं वर्चुअल क्लास रूम के फायदों के बारे में जागरूक करते हुए विद्यार्थियों को शतप्रतिशत लाभांवित किया जाए। श्री बंसल ने निर्देश दिए कि सभी एलईडी स्थापना वाले सभी विद्यालयों को ई-लर्निंग स्टूडियो द्वारा तैयार की गयी वीडियो के साथ ही देहरादून शिक्षा निदेशालय से अनुबन्धित कम्पनी द्वारा तैयार शिक्षा सामग्री एवं वीडियो भी विद्यालयों को समय से उपलब्ध करायी जायें।
श्री बंसल ने विद्यालयों में लैब उपकरणों सहित अन्य सभी प्रकार के आवश्यक उपकरणों की गुणवत्तयुक्त खरीद के लिए मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया जिसमें मुख्य विकास अधिकारी के साथ ही मुख्य शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक/बेसिक, व सम्बन्धित क्षेत्र के खण्ड शिक्षा अधिकारी को शामिल किया गया है। श्री बंसल ने निर्देश दिए कि भविष्य में जो भी खरीद-फरोख्त की जाये कमेटी द्वारा सैम्पल अनुमोदन के बाद ही की जाये।
बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक हीरालाल गौतम, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट सहित खण्ड शिक्षा अधिकारी व उप खण्ड शिक्षा अधिकारी मौजूद थे।
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