उत्तराखंड:-नैनीताल जिले के इस गांव में फिर निकला दुलर्भ लाल मूंगा खुखरी सांप
नैनीताल। तराई पूर्वी वन प्रभाग के गौला रेंज अंतर्गत बिंदुखत्ता के खुरियाखत्ता क्षेत्र में एक बार फिर अत्यंत दुर्लभ प्रजाति का लाल मूंगा खुखरी सांप निकलने से हडकंप मच गया।
सूचना के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की स्नेक रेस्क्यू टीम ने सांप को सुरक्षित रेस्क्यू किया और वह अपने साथ ले गए ।
इससे पूर्व में भी यह दुर्लभ प्रजाति का सांप विगत 7 अगस्त 2020 इसी गांव में निकला था जिसे वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू किया था।
शुक्रवार की शाम खुरियाखत्ता नंबर-10 निवासी कविंद्र सिंह कोरंगा ने वन क्षेत्राधिकारी गौला आर पी जोशी को सूचित किया कि उनके घर की चारदीवारी के अंदर लाल रंग का सांप घुसा हुआ है सूचना के बाद पहुंचे वन दरोगा वीरेंद्र परिहार ने उक्त लाल मूंगा खुखरी सांप को सुरक्षित रेस्क्यू कर उसको अपने साथ ले गए।
उक्त लाल मूंगा खुखरी सांप इससे पहले कविंद्र कोरंगा के घर में पिछले माह 7 अगस्त को निकला था लेकिन आज पुनः दूसरा सांप मिलने से परिजन परेशान हो गए ।

गौरतलब है कि यह लाल मूंगा खुखरी सांप पहली बार 1936 में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी क्षेत्र में रिपोर्ट हुआ था । इसके बाद इसे वैज्ञानिक नाम ओलीगोडोन खेरीएन्सिस दिया गया। इस सांप को खुखरी इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि इसके दांत गोरखाओं की खुखरी की तरह घुमावदार होते है।
कोरल रेड खुकरी के नाम से जाने जाने वाला उक्त खूबसूरत सांप देखने मे कोरल पत्थर के रंग का होता है तथा यह दीमक की बामी में रहते हैं एवं दीमक एवं दूसरे सांपों के अंडे खाते हैं उपरोक्त कोरल रेड कुकरी दिन में कम एवं रात में अपने शिकार के लिए निकलता है। इसका रंग चमकीला नारंगी है।
इसको वाइल्डलाइफ प्रोटक्शन एक्ट 1972 में अधिसूचित करते हुए इसे दुर्लभ श्रेणी में रखा गया है।



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