उत्तरकाशी- सीएम त्रिवेंद्र रावत ने आइटीबीपी और सेना के जवानों संग मनाई दीवाली
उत्तरकाशी- मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने हर्षिल और कोपांग पहुंचकर सेना के जवानो के साथ दीपावली मनाई। सीएम ने पहले कोपांग में तैनात आईटीबीपी की चौकी में जवानों से मुलाकात की और मिष्ठान बांट कर दीपावली की शुभकामनाएं दी। उसके बाद हर्षिल में सेना के जवानों को सीएम ने दीपावली की शुभकामनाएं दी।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवानों के साथ दीपावली मनाने हर्षिल पहुंचे थे। वहीं, इस बार सीएम त्रिवेंद्र रावत सेना और आईटीबीपी के जवानों के साथ दीपावली मनाने इंडो-चाइना बॉर्डर स्थित कोपांग और हर्षिल पहुंचे।
सीएम त्रिवेंद्र हेलीकॉप्टर से हर्षिल पहुंचे जहां गंगोत्री विधायक गोपाल रावत और डीएम मयूर दीक्षित ने उनका का स्वागत किया। उसके बाद सीएम कोपांग में तैनात आईटीबीपी के जवानों के साथ दिवाली मनाने पहुंचे ।
यहां 35वीं वाहिनी भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के हिमवीरों ने गर्मजोशी से सीएम का स्वागत किया। करीब सौ हिमवीरों को मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से मिठाई खिलाई। इस दौरान सीएम ने अग्रिम चौकी के परिसर में हिमवीरों को संबोधित किया और उनके साथ फोटो खिंचवाई। साथ ही चीन सीमा से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर आइटीबीपी के अधिकारियों से जानकारी ली।
इसके बाद सीएम ने हर्षिल में तैनात बिहार रेजिमेंट के जवानों के साथ दीपावली मनाई।
इस मौके पर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सेना और आईटीबीपी से प्रदेश का बहुत ही गहरा नाता है इसलिए किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए प्रदेश सरकार और प्रदेशवासी सेना और आईटीबीपी के साथ हर मोर्चे पर साथ डटे हैं, जिससे कि भारत माता का अभिमान बना रहे।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि हमारी सेना और अर्द्ध सैनिक बलों के जवान सीमान्त एवं दुर्गम क्षेत्रों में देश की रक्षा के लिए कठिन परिस्थितियों में कार्य करते हैं। इन सैनिकों की वजह से पूरा देश चैन की नींद सोता है। हमारे जवान अपने परिवारों से दूर रहकर देश की रक्षा के लिए जिस वीरता एवं साहस से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते है। इसके लिए वे निश्चित रूप से बधाई के पात्र है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि आज सेना एवं आईटीबीपी के जवानों के साथ मुझे कुछ समय बिताने का मौका मिला, यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है। उत्तराखण्ड का सेना एवं अर्द्धसैन्य बलों से गहरा नाता रहा है। उत्तराखण्ड के अनेक जवान इन सैन्य बलों में सेवाएं दे चुके हैं एवं दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे पिताजी भी सेना में रहे हैं, एक सैनिक परिवार से होने के नाते मेरा सैनिकों से व्यक्तिगत लगाव भी है। सेना एवं अर्द्ध सैन्यबलों के प्रति देश का सम्मान, श्रद्धा एवं विश्वास का भाव रहता है। हमारे सैन्य बल दुनिया के सर्वोत्कृष्ट सैन्य बल माना जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इतने दुर्गम एवं सीमान्त क्षेत्रों में महिला अधिकारी जिस जज्बे के साथ ड्यूटी कर रहे हैं, यह सबके लिए अनुकरणीय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इतने दुर्गम एवं सीमान्त क्षेत्रों में महिला अधिकारी जिस जज्बे के साथ ड्यूटी कर रहे हैं, यह सबके लिए अनुकरणीय है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य के आई.ए.एस., आई.एफ.एस. एवं आई.पी.एस. अधिकारियों की कैम्पिंग हम सीमांत क्षेत्रों में हर साल करेंगे। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक गोपाल सिंह रावत, मुख्यमंत्री के औद्योगिक सलाहकार डॉ. के.एस.पंवार, विशेष सचिव पराग मधुकर धकाते, जिलाधिकारी उत्तरकाशी मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, सेना एवं आईटीबीपी के जवान उपस्थित थे।
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