बिग ब्रेकिंग: सांसद अजय भट्ट ने लोकसभा में उठाया उत्तराखंड का यह महत्वपूर्ण मामला- पलायन पर लगेगा अंकुश मिलेगा रोजगार-पढ़ें पूरी खबर
सांसद अजय भट्ट ने उत्तराखंड के पौराणिक स्थलों को धार्मिक सर्किट से जोड़ने का मुद्दा लोकसभा में उठाया
दिल्ली/उत्तराखंड। नैनीताल उधम सिंह नगर के सांसद अजय भट्ट ने लोकसभा में प्रश्नकाल की कार्रवाई के दौरान उत्तराखंड के चार धाम समेत प्रमुख पौराणिक स्थलों को धार्मिक सर्किट में जोड़ने का मामला प्रमुखता से उठाया है।
इस दौरान सांसद अजय भट्ट ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में बद्रीनाथ ,केदारनाथ ,यमुनोत्री , गंगोत्री धाम के अलावा पोंटा साहिब ,नानकमत्ता साहिब ,पिरान कलियर , पूर्णागिरी मंदिर , सीता माता मंदिर , मायावती आश्रम, पाताल भुवनेश्वर समेत तमाम पौराणिक स्थल है।
उन्होंने कहा यदि चारधाम समेत तमाम पौराणिक स्थलों को धार्मिक सर्किट से जोड़ा जाए तो इन्हें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी जिससे पर्वतीय राज्य उत्तराखंड में पलायन की समस्या पर अंकुश लगेगा तथा स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार भी मिलेगा।
सांसद अजय भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड राज्य चाइना से सटा हुआ है यहां पर बेरोजगारी की समस्या से क्षेत्रवासी जूझ रहे हैं जिसके चलते उन्हें पलायन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा ऐतिहासिक पौराणिक स्थलों का धार्मिक सर्किट से जुड़ने से यहां रोजगार के तमाम अवसर खुलेंगे तथा बेरोजगारी व पलायन पर काफी हद तक अंकुश लगेगा।
सांसद अजय भट्ट द्वारा उत्तराखंड को धार्मिक सर्किट से जोड़ने की मांग का क्षेत्रवासियों द्वारा जबरदस्त स्वागत कर उनका आभार जताया जा रहा है।
सांसद प्रतिनिधि लक्ष्मण खाती ने कहा कि धार्मिक सर्किट बनने से राज्य में रोजगार के नए आयाम स्थापित होंगे। पर्यटन तीर्थाटन बढ़ने के साथ ही देव भूमि का चौमुखी विकास होगा तथा पलायन की समस्या से छुटकारा भी मिलेगा। उन्होंने जनहित की इस मांग को संसद में प्रमुखता से उठाए जाने पर सांसद अजय भट्ट का तहे दिल से आभार व्यक्त किया।
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सर्वप्रथम उत्तराखण्ड से पलायन के बारे मे सोचने के लिए माननीय भट्ट जी का धन्यवाद ,पलायन से कई गाँव खाली हो गये हैं और कुछ बचे खुचे लोग वहां पर मजबूरी मे रह रहे हैं लेकिन उहोंने जंगली जानवरों के डर से
खेतीबाडी़ करना छोड़ दिया है फलस्वरुप जो जानवर इनकी खेतीबाडी़ पर निर्भर रहते थे उहोंने भी पलायन कर जिस गाँव मे लोग थोडा़ बहुत खेती बाडी़ कर रहे हैं उनकी फसलों का नुकसान करना शुरु कर दिया हैं और उनको भी खेती करने के लिए बाध्य कर रहे हैं अतः भट्ट जी अनुरोध है कि जिस गाँव मे खेती की जा रही है वहां पर खेतों की तारबाड़ करवाने की व्यवस्था कराने की कृपा करें ,धन्यवाद जी
पाताल भुवनेश्वर जो अद्भुत तीर्थ स्थान है वह उसका प्रचार सरकार नहीं कर पा रही है, अजय भट्ट जी की को मै धन्यवाद देता हूं कि आप ने आपने पाताल भुनेश्वर की प्रगती के बारे में भी सोचा , सराहनीय है